दुग्ध समृद्धि योजना के तहत पालसोडा में पशुपालकों की कार्यशाला सम्पन्न

पालसोड़ा – वृन्दावन ग्राम पालसोडा में प्रगतिशील पशुपालकों की कार्यशाला बुधवार को आयोजित की गई। उप संचालक डॉ राजेश पाटीदार ने कार्यशाला में पशुपालन से स्वरोजगार स्थापित करने के बारे में बताते हुए कहा, कि पशुपालन से दिन में दो बार आय होती है और उत्पाद बेचने में कोई चुनौती नहीं है। दुग्ध संघ दूध का अच्छा मूल्य दे रहे है। पशुओं को संतुलित पशु आहार खिलाये, समय पर टीकाकरण करवाए और सेक्स सॉर्टेड सीमन से कृत्रिम गर्भाधान करवाए और 90 प्रतिशत बछिया पाने की ग्यारंटी ले। परियोजना संचालक आत्मा डॉ.यतिन मेहता ने जैविक खाद बनाने, वर्मी कम्पोस्ट बनाने और गोबर गैस लगाने पर जोर दिया। डॉ.ए.आर.धाकड़ ने पीपीटी के माध्यम से पशु पोषण स्वास्थ्य व कृत्रिम गर्भधान के बारे में विस्तार से बताया। डॉ.संदीप शर्मा ने आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर सरपंच प्रतिनिधी श्री रामनारायण ‘गुड्डू जाट’ जनपद सदस्य प्रतिनिधि श्री दुर्गाप्रसाद जाटव, डॉ.मिनल पाटनी, डॉ.कपिल मालवीय, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी श्री केसरीमल मोंगिया, श्री लालसिंह रावत, श्री पुरूषोत्तम धाकड़ व बड़ी संख्या में पशु पालक उपस्थित थे। इस अवसर पर स्वस्थ बछिया प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। उल्लैखनीय है, कि कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा के मार्गदर्शन में जिले में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए दुग्ध समृद्धि अभियान चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में पशुपालकों की यह कार्यशाला आयोजित की गई है।



