प्रजापति समाज के कुल देवता चबूतरे को ध्वस्त करने के आरोप में रुणीजा बंद रहा, पुलिस प्रशासन ने दी समझाइश

प्रजापति समाज के कुल देवता चबूतरे को ध्वस्त करने के आरोप में रुणीजा बंद रहा, पुलिस प्रशासन ने दी समझाइश
सुवासरा। प्रजापति समाज के 50 साल पुराने कुल देवता चबूतरे को ध्वस्त करने के आरोप में रुणीजा बंद रहा।जानकारी के अनुसार मंदसौर जिले के रूनीजा गांव में 23 अक्टूबर की रात प्रजापति समाज के 50 वर्ष पुराने कुल देवता चबूतरे को जेसीबी और ट्रैक्टर से ध्वस्त कर दिया गया। गांव के ही पीरूलाल धाकड़ पर यह कार्रवाई कराने का आरोप है।जिसके विरोध में बुधवार को प्रजापति समाज ने रुणीजा बंद का आह्वान किया।
मामले को लेकर ग्रामीण शंकर प्रजापति ने बताया कि रात में सभी सो रहे थे, तभी बिना सूचना चबूतरा तोड़ा गया। मलबा ट्रैक्टर में भरकर फेंका गया। रोकने पर ट्रैक्टर चालक बबलू धाकड़ और साथियों ने तेज रफ्तार से हमला कर भाग निकले। यह पहली घटना नहीं पहले सकलेचा परिवार के भेरू महाराज स्थल पर तोड़फोड़ की कोशिश हुई। पीरूलाल पर लोगों को परेशान करने के आरोप लगते रहे हैं। चबूतरा 50 साल पुराना था, जबकि विरोधी पक्ष ने जमीन 8-9 साल पहले खरीदी। प्रजापति समाज के लोगों ने बताया कि घटना से पहले चौकी प्रभारी को सूचना दी और स्थानांतरण का प्रस्ताव रखा, लेकिन अनसुना कर ध्वस्त किया गया। रिपोर्ट दर्ज कराने पर रूनीजा चौकी ने गुमराह किया। सुवासरा टीआई के फोन निर्देशों के बावजूद एफआईआर नहीं हुई। 100 नंबर पर सूचना के बाद ट्रैक्टर जब्त हुआ, लेकिन सुबह पीरूलाल को लौटा दिया। चौकी दीवान कमलेश डोडिया पर गोपाल प्रजापति को धमकी देने का आरोप लगाया गया।
पुलिस ने इसे भूमि विवाद बताया, कहा- “तहसील में नपवाओ, मामले को लेकर प्रजापति समाज के लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि एफआईआर के तीन दिन बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। दोषी पर कार्रवाई करने कि मांग कि। वहीं सुवासरा नायब तहसीलदार मामले को शांत करने में लगे रहे।


