नल जल योजना से वंचित, ग्रामीण दूर दूर से साइकिल से पानी लाने को मजबूर चचावदा पठारी वासियों को नही मिल रहा शुद्ध पानी

गंदा व दूषित पानी पीने से हो रही है तरह तरह की बीमारियां
ग्रामीणों द्वारा सरपंच सचिव को बोलने पर भी नही हुआ समाधान ग्रामीण हो रहे है परेशान
खड़ावदा।मंदसौर जिले के गरोठ जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत एक गांव ऐसा भी है जिसमे आज भी लोग पेयजल समस्या से निजात पाने के लिए रोजाना दो दो हाथ करने को मजबूर है नल जल योजना से वंचित ग्रामीण दूर दूर से साइकिल से पानी लाने को मजबूर मंदसौर जिले में यह गांव गरोठ तहसील के अंतर्गत आता है गांव का नाम तो आपने सुना ही होगा।
ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी अनुसार गांव चचावदा पठारी गांव में लगभग 30 वर्षों से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। यह और भी चिंताजनक है कि गांव को कभी निर्मल गांव का पुरस्कार मिला था और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां जनसभा भी कर चुके हैं।
तब से लेकर आज तक कई सरपंच आये कई सरपंच गए पर आज तक पीने के पानी की समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है।
तब से लेकर अब तक गांव में पानी पीने योग्य भी नहीं है पानी के लिए गांव वाले इधर-उधर भटकते हैं।
जानकारी के अनुसार चचावदा पठारी में पीने के पानी की गुणवत्ता बहुत ही खराब है जिससे गांव में लोगों के शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है खारा और बेस्वाद पानी पीने से कई बीमारियां हो रही है गांव में कमर दर्द हार्ट अटैक आना लकवा बड़े ऑपरेशन जैसी बीमारियों की भरमार है यह स्थिति वास्तव में रोज की तरह जस की तस बनी हुई है।
चचावदा पठारी गांव में पीने के पानी की समस्या का समाधान होना बहुत ही जरूरी है ताकि गांव वालों को साफ पानी मिल सके और बीमारियों से बचा जा सके।
ग्रामीणों ने मिलकर सरपंच सचिव को कई बार अवगत कराया पर आज तक उन्होंने ग्रामीणों की कोई सुनवाई नही की जिसका खामियाजा आज तक ग्रामीण भोग रहे है।
सम्बन्धित अधिकारियो से निवेदन है जल्दी से जल्दी समस्या का समाधान कर ग्रामीणों को राहत दी जाए।