समाचार मध्यप्रदेश नीमच 16 अक्टुबर 2025 गुरुवार

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मुख्यमंत्री से मिले विधायक दिलीपसिंह परिहार

नीमच। विधायक दिलीपसिंह परिहार ने आज भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव से मुलाकात की और उन्हें नीमच विधानसभा के किसानों को सोयाबीन के मुआवजे को लेकर आ रही दिक्कतों, भावांतर योजना, ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के कारण खराब हुई सडकों के निर्माण, नगरपालिका परिक्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों की गति को बढाने सहित नीमच में सीएम राईस विद्यालय एवं हवाई पट्टी उन्नयन का मांग पत्र सौंपा। जिस पर मुख्यमंत्री ने कार्यवाही का आश्वासन दिया और यह भी आश्वस्त किया कि प्रदेश के अन्तिम छोर पर बसा नीमच प्रदेश का मुख्य द्वार भी है, जिसके विकास के लिए साधन-संसाधन और राशि की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
विधायक श्री परिहार ने नीमच को पूर्व में दी गई सौगातों के लिए मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का मुंह मीठा कराकर धन्यवाद ज्ञापित किया और उन्हें नीमच आने का न्यौता भी दिया। जिस पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नीमच आने का आश्वासन दिया।
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प्रेक्षक श्री जी.एस चौहान ने मनासा रामपुरा में दावा आपत्ति केन्द्रों का किया निरीक्षण
नीमच 15 अक्टूबर 2025, म.प्र. राज्य निर्वाचन आयोग भोपाल के निर्देशानुसार नगरीय निकाय/पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची 2025 का प्रकाशन 8 अक्टूबर 2025 को किया जा चुका हैं। राज्य निर्वाचन आयोग भोपाल द्वारा नगरीय निकाय/ पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची 2025 के पुनरीक्षण कार्य के पर्यवेक्षण के लिये श्री गोविन्द सिंह चौहान, रा.प्र.से. (सेवानिवृत्त) को प्रेक्षक नियुक्त किया गया हैं।
प्रेक्षक श्री चौहान मंगलवार से नीमच जिले के प्रवास पर है। वे रेस्ट हाऊस हवाई पट्टी के सामने पिपलिया बाग नीमच पर उपलब्ध है । नगरीय निकाय/ पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची से संबंधित चर्चा के लिये प्रेक्षक,प्रातः 10:00 बजे से 11:00 बजे तक एवं सायं 06:00 बजे से 07:00 बजे तक उपलब्ध रहेंगे।
प्रेक्षक श्री चौहान ने बुधवार को मनासा,रामपुरा,कुकडेश्वर के नगरीय एवं जनपद मनासा के ग्राम पिपलिया हाड़ी, पिपलिया घोटा एवं ग्राम दुधलाई आदि गांवों में दावा आपत्ति प्राप्त करने के लिये निर्धारित स्थलों का आकस्मिक निरीक्षण किया । समस्त प्राधिकृत कर्मचारी दावे आपत्ति प्राप्त करने हेतु निर्धारित स्थल पर प्रतिदिन (सार्वजनिक अवकाश को छोड़कर) प्रातः 10:00 बजे से सायं 05:00 बजे तक निरंतर उपलब्ध रहना सुनिश्चित करें। दावे आपत्ति प्राप्त करने की अंतिम 17 अक्टूबर 2025 को अपरान्ह 03:00 बजे तक दावा आपत्ति प्राप्त किये जायेंगे।
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प्रेक्षक श्री जी.एस चौहान ने मनासा रामपुरा में दावा आपत्ति केन्द्रों का किया निरीक्षण
नीमच 15 अक्टूबर 2025, म.प्र. राज्य निर्वाचन आयोग भोपाल के निर्देशानुसार नगरीय निकाय/पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची 2025 का प्रकाशन 8 अक्टूबर 2025 को किया जा चुका हैं। राज्य निर्वाचन आयोग भोपाल द्वारा नगरीय निकाय/ पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची 2025 के पुनरीक्षण कार्य के पर्यवेक्षण के लिये श्री गोविन्द सिंह चौहान, रा.प्र.से. (सेवानिवृत्त) को प्रेक्षक नियुक्त किया गया हैं।
प्रेक्षक श्री चौहान मंगलवार से नीमच जिले के प्रवास पर है। वे रेस्ट हाऊस हवाई पट्टी के सामने पिपलिया बाग नीमच पर उपलब्ध है । नगरीय निकाय/ पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची से संबंधित चर्चा के लिये प्रेक्षक,प्रातः 10:00 बजे से 11:00 बजे तक एवं सायं 06:00 बजे से 07:00 बजे तक उपलब्ध रहेंगे।
प्रेक्षक श्री चौहान ने बुधवार को मनासा,रामपुरा,कुकडेश्वर के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के दावा आपत्ति प्राप्त करने के लिये निर्धारित स्थलों का आकस्मिक निरीक्षण किया । समस्त प्राधिकृत कर्मचारी दावे आपत्ति प्राप्त करने हेतु निर्धारित स्थल पर प्रतिदिन (सार्वजनिक अवकाश को छोड़कर) प्रातः 10:00 बजे से सायं 05:00 बजे तक निरंतर उपलब्ध रहना सुनिश्चित करें। दावे आपत्ति प्राप्त करने की अंतिम 17 अक्टूबर 2025 को अपरान्ह 03:00 बजे तक दावा आपत्ति प्राप्त किये जायेंगे।
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नगरीय निकायों में स्वच्छता की दीपावली अभियान ,मनासा में कपडे के थेले वितरित
नीमच 15 अक्टूबर 2025, स्वच्छता की दिवाली अभियान के तहत बुधवार को नगर परिषद मनासा के सभाग्रह में अध्यक्ष डॉ सीमा तिवारी, नगर परिषद उपाध्यक्ष श्री किशोर जोलान्या, स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर अजय तिवारी,स्वच्छता सभापति श्री राजू माली, प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री रविश कादरी, की उपस्थिति में बैठक संपन्न हुई। बैठक में सभी ने दिवाली पर्व को स्वच्छता की दिवाली के रूप में मनाने का संकल्प लिया, सभी नागरिकों से अनुरोध किया गया कि प्लास्टिक बेग का उपयोग ना करते हुए, कपड़े के बने हुए बेग का उपयोग करें ।बैठक में नगर के सभी सामाजिक संस्था के प्रतिनिधि एवं सभी स्कूलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में उपस्थित जनों को कपडे के थैले वितरित किये गए।
नगर परिषद सरवानिया महाराज द्वारा भी बुधवार को स्वच्छता की दीपावली अभियान के तहत स्वच्छता के लिए श्रमदान किया गया और विभिन्न स्थानों पर साफ-सफाई की गई। अठाना में भी न.प. द्वारा विभिन्न स्थानों पर साफ-सफाई का कार्य किया और दीपावली पर स्वच्छता का संदेश दिया।
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ग्राम बनड़ा में आयुष शिविर सम्पन्न
नीमच 15 अक्टूबर 2025, शासकीय आयुर्वेद औषधालय चचोर द्वारा निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर एवं स्वास्थ्य परीक्षण ग्राम बनड़ा में आयोजित किया गया। शिविर में उदर रोग, मुख रोग, त्वचा रोग, विबंध, श्वास, कास, रक्ताल्पता, अग्निमांद्य, अरुचि आदि रोगों का निःशुल्क उपचार कर, औषधि वितरण किया गया। शिविर में 65 रोगियों का परीक्षण कर निःशुल्क औषधियां वितरित की गई । शिविर में डॉ. तुलसीराम अलावे, श्री यतेन्द्र राजावत, श्री भूपेन्द्र सिंह , श्री हुकुमचंद सूर्यवंशी एवं श्रीमती लीला बाई द्वारा सेवायें दी I
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जिले में जन्मजात विकृति वाले बच्चों का सर्वे कर, सूची प्रस्तुत करें-श्री चंद्रा
एन.आर.सी. की क्षमता वृद्धि के प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें-कलेक्टर
कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ समिति की बैठक सम्पन्न
नीमच 15 अक्टूबर 2025, महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनवाडी केंद्रों के माध्यम से जिलें के जन्मजात विकृति वाले बच्चों का सर्वे कर उन्हें सूचीबद्ध प्रस्तुत करे। जिले के सभी (एन.आर.सी.) पोषण पुर्नवास केंद्रों में बच्चों के लिए सीटे बढ़ाने के लिए आवश्यक संसाधन, साधन उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव एवं प्राक्कलन तैयार कर प्रस्तुत करें। जिससे, कि जिले के सेम एवं मेम श्रेणी के ज्यादा से ज्यादा बच्चों को एन.आर.सी. में भर्ती कर उपचार सुविधाएं मुहैया करवाई जा सके। यह निर्देश कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा ने बुधवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करते हुए दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्णव, सीएमएचओ डॉ.आर.के.खद्योत, सिविल सर्जन डॉ.महेन्द्र पाटील, कार्यक्रम अधिकारी सुश्री अंकिता पंड्या सहित सभी बीएमओ एवं शासकीय चिकित्सक तथा सेक्टर मेडिकल आफीसर उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने डीपीएम को निर्देश दिए, कि वे स्वास्थ्य कार्यक्रमों, टीकाकरण कार्यक्रम, ए.एन.सी.पंजीयन जांच से संबंधित आकड़ों का प्रगति पत्रक ग्राम पंचायत वार तैयार कर आगामी बैठक में प्रस्तुत करें।
कलेक्टर ने सभी सेक्टर मेडीकल आफीसर को अगले माह नवम्बर में 3000 गर्भवती महिलाओं का पंजीयन एवं ए.एन.सी. जॉंच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने डीपीएम को ए.एन.सी.पंजीयन एवं प्रसूति के आंकड़ों की समीक्षा कर सेक्टरवार समीक्षा रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को मलेरिया रोग नियंत्रण, मलेरिया, मच्छर रोकथाम एवं बचाव के संबंध में स्कूलों में जागरूकता गतिविधियॉं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही नगरीय निकायों और पंचायतों को भी मलेरिया रोग नियंत्रण व लार्वा नष्टीकरण की कार्यवाही करने और जनजागरूकता के उपाय करने के निर्देश दिए।
सभी किशोरी बालिकाओं और गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबीन जांच करवाएं
कलेक्टर श्री चंद्रा ने बैठक में सभी बी.एम.ओ. और सेक्टर मेडिकल आफीसरों को निर्देश दिए, कि वे अपने क्षेत्र की हीमोग्लोबीन जांच से छूटी हुई सभी किशोरी बालिकाओं और गर्भवती महिलाओं की एच.बी.जांच सुनिश्चित करें। कोई भी किशोरी बालिका एवं गर्भवती महिला एच.बी. जांच से छूटे नहीं, जांच परिणामों के आधार पर उनका फालोअप करने और उन्हें स्वास्थ सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गऐ।
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चाहे जितनी जल्दी हो, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन अवश्य करें : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
नियमों का पालन कर बनें जिम्मेदार नागरिक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सड़क सुरक्षा नियमों के पालन का सभी से किया आह्वान
एडवांस एप्लीकेशन एप “संजय” का किया शुभारंभ
डीडीएचआई और सड़क सुरक्षा प्रबंधन पर हुए दो अलग-अलग एमओयू
आईआईटी मद्रास द्वारा तैयार पुस्तक एवं रोड सेफ्टी रिपोर्ट का भी किया विमोचन
सड़क सुरक्षा उपायों और डीडीएचआई पर हुई एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला
नीमच 15 अक्टूबर 2025, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जीवन अनमोल है। तेजी में या असावधानीवश सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी किसी भी सूरत में उचित नहीं है। दुनिया का कोई भी काम किसी की जिंदगी से बड़ा नहीं होता, इसलिए चाहे जितनी भी जल्दी हो, सड़क पर चलते समय सुरक्षा नियमों का पालन करना हर नागरिक का प्राथमिक कर्तव्य है। उन्होंने अपील की कि सभी लोग दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट अवश्य पहनें और चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाना कतई न भूलें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सुधरेंगे, तो जग भी सुधरेगा। सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना न केवल हमारी जरूरत है, बल्कि एक जागरूक नागरिक के रूप में हमारी बड़ी जिम्मेदारी भी है। सिविक सेंस कहता है कि वाहन चलाते समय हमें अपने साथ दूसरों के जीवन की सुरक्षा का दायित्व भी समझना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में सड़क सुरक्षा उपायों पर एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एक अच्छे वाहन चालक की सच्ची कुशलता तो इस बात में है कि हम सड़क पर अपनी सेंसिबल ड्राइविंग और जिम्मेदारीपूर्ण आचरण से दूसरों को भी प्रेरणा दें। सड़क सुरक्षा के प्रति सामूहिक सजगता से ही दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। जन-जागरुकता से समाज में एक सुरक्षित यातायात संस्कृति और इसके लिए जरूरी व्यवस्थाओं का निर्माण किया जा सकता है। सड़क सुरक्षा के लिए संसाधन उपलब्ध करवाने में हमारी सरकार कभी भी पीछे नहीं हटेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रिमोट का बटन दवाकर सड़क सुरक्षा के आधुनिक उपायों पर आधारित एडवांस एप्लीकेशन “संजय” का शुभारंभ किया।
कार्यशाला में लोक निर्माण विभाग एवं मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम लिमिटेड द्वारा आईआईटी मद्रास और सेव लाइफ फाउंडेशन के साथ डीडीएचआई और सड़क सुरक्षा प्रबंधन पर दो अलग एमओयू हस्ताक्षरित कर परस्पर आदान-प्रदान किये गये। इस अवसर मुख्यमंत्री ने आईआईटी मद्रास द्वारा तैयार की गई ‘सड़क सुरक्षा शिक्षा प्रणाली’ पुस्तक एवं ‘रोड सेफ्टी’ रिपोर्ट का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं में जनहानि को कम करने के लिए लोक निर्माण विभाग नवाचार लागू कर तत्परतापूर्वक कार्य कर रहा है। आधुनिक समय में राजमार्गों के विकास के साथ सुविधा और चुनौतियां बढ़ रही हैं। प्रदेश में 9 हजार किलोमीटर के दायरे में राष्ट्रीय राजमार्ग और करीब 11 हजार किलोमीटर का राज्यमार्ग का रोड नेटवर्क है। उम्मीद है कि यह कार्यशाला सड़क सुरक्षा की दिशा में अपने लक्ष्य तक पहुंचेगी। प्रदेशवासियों की जिंदगी बचाने के लिए जो सुझाव आएंगे, उन्हें लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को सशक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य शुरू किए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने देश में स्वर्णिम चतुर्भुज का निर्माण कराया था। इन दोनों के बीच 10 साल तक विकास के क्रम में थोड़ी बाधाएं आईं, यह किसी से छिपी नहीं है।
मंथन से निकले सुझाव सड़क के लिये दीर्घकालिक धरोहर साबित होंगे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश के मध्य में है। यहां सड़क और राजमार्गों का बड़ा नेटवर्क है। देश के प्रमुख महानगरों तक जाने वाले मार्ग मध्यप्रदेश से होकर गुजरते हैं। उन्होंने कहा कि हम सड़क सुरक्षा प्रबंधन और दुर्घटनाएं रोकने के मामले में देश में पांचवें स्थान पर हैं। समाज सरकार, जनप्रतिनिधियों और प्रदेश के हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी से हम इस क्षेत्र में नंबर वन राज्य बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यशाला में मंथन से निकले सुझाव सड़क सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक धरोहर साबित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम की नगरी ओरछा को आज नई सौगातें मिल रही हैं। मध्यप्रदेश विकास के मामले में देश का शीर्ष राज्य बनेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी से अपील करते हुए कहा है कि सड़क पर जिम्मेदार नागरिक बनिए। आपकी लापरवाही आपके साथ दूसरों के जीवन पर भी भारी पड़ जाती है। आज भी कई लोग वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने से बचते हैं, सीट बेल्ट लगाने को ज़रूरी नहीं मानते। हेलमेट न पहनना और सीट बेल्ट नहीं लगाना यह सिर्फ नियम तोड़ना नही ज़िंदगी से खिलवाड़ है। स्पीड में गाड़ी चलाकर हीरो बनने की ज़रूरत नहीं, नियमों का पालन करने वाला ही असली हीरो है।
उन्होंने कहा कि सरकार सड़कें सुधार सकती है, हेलमेट बांट सकती है, नियम कानून बना सकती है। लेकिन गाड़ी का हैंडल और ब्रेक तो आपके ही हाथ में ही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से अपील की कि नागरिकों को ट्रैफिक नियमों के बारे जागरूक करें। सड़क पर सुरक्षा आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। हम सब मिलकर सड़क सुरक्षा को एक आदत नहीं, एक संस्कृति बनाएं।
लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने कहा कि सड़कों को किसी भी प्रदेश के विकास की रीढ़ माना जाता है, क्योंकि इनके बिना आर्थिक और सामाजिक प्रगति संभव नहीं है। जैसे-जैसे सड़कें आधुनिक और तेज़ रफ्तार यातायात के अनुकूल बन रही हैं, वैसे-वैसे सड़क दुर्घटनाओं की संख्या भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इस चुनौती से निपटने के लिए केवल सरकारी प्रयास पर्याप्त नहीं हैं, बल्कि समाज की सक्रिय भागीदारी भी जरूरी है। सड़क सुरक्षा केवल कानून या चालान का विषय नहीं, बल्कि यह एक माइंडसेट का विषय है, जिसे बचपन से विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हमें नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना होगा, तभी हम दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने सड़क सुरक्षा को सशक्त बनाने के लिए कई नवाचार किए हैं। विभाग द्वारा “लोकपथ ऐप” विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति सड़क क्षति या दुर्घटना की जानकारी तुरंत साझा कर सकता है। संबंधित अधिकारी को सात दिन के भीतर उसका समाधान करना होगा। इस ऐप में ब्लैक स्पॉट अलर्ट सिस्टम भी जोड़ा गया है, जो वाहन चालकों को पहले से चेतावनी देगा कि आगे खतरनाक स्थान है। इसके अलावा ऐप में पेट्रोल पंप, रिपेयर स्टेशन और अन्य आवश्यक सुविधाओं की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।
लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने कहा कि विभाग ने सड़क निर्माण कार्यों में गुणवत्ता नियंत्रण को प्राथमिकता दी है। प्रदेश में हर माह दो बार औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं, जिनमें सड़कों और भवनों की गुणवत्ता की जांच की जाती है। भविष्य में छोटी सड़कों पर सुरक्षा मानकों के क्रियान्वयन का कार्य एम्पैनल्ड विशेषज्ञ एजेंसियों को सौंपा जाएगा, जिससे हर सड़क पर आवश्यक साइनबोर्ड, रिफ्लेक्टर और सुरक्षा मानक सुनिश्चित किए जा सकें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में विभाग का लक्ष्य दुर्घटना-मुक्त मध्यप्रदेश का निर्माण करना है और इस दिशा में तकनीकी सुधार, जनजागरूकता और सामाजिक सहयोग को जोड़कर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी सुधारों के साथ नागरिकों की जागरूकता और जिम्मेदारी जरूरी है। उन्होंने बताया
कि देश में होने वाली लगभग 53 प्रतिशत दुर्घटनाएं दोपहिया वाहनों से जुड़ी हैं। यदि हेलमेट का सही उपयोग किया जाए तो 60 प्रतिशत जानें बचाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि हेलमेट और सीट बेल्ट पहनना केवल नियमों के पालन के लिए नहीं, बल्कि स्वयं की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। मुख्य सचिव श्री जैन ने “जीरो फर्टिलिटी कॉरिडोर” की अवधारणा का उल्लेख करते हुए कहा कि जहाँ सड़क डिज़ाइन, गति नियंत्रण और जनजागरूकता पर ध्यान दिया गया, वहाँ दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा के पांच स्तंभ इंजीनियरिंग, एनफोर्समेंट, एजुकेशन, इमरजेंसी रिस्पॉन्स और इंश्योरेंस पर एक साथ काम करना आवश्यक है। इसके लिए हमें मिलकर काम करना होगा। मुख्य सचिव ने कहा कि भारत सरकार एक नया इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम शुरू कर रही है, जिसके तहत दुर्घटना की सूचना तुरंत अस्पताल तक पहुँचेगी और पहले सात दिनों का इलाज डेढ़ लाख रुपये तक निःशुल्क कराया जाएगा। मुख्य सचिव ने सभी विभागों और नागरिकों से सड़क सुरक्षा को जनआंदोलन का रूप देने का आह्वान करते हुए कहा कि हर व्यक्ति की छोटी-सी सावधानी हजारों जीवन बचा सकती है।
आईआईटी मद्रास के रोड सेफ्टी के विशेषज्ञ एवं मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम में स्वतंत्र संचालक प्रोफेसर (डॉ.) श्री वेंकटेश बालासुब्रमण्यम ने कहा कि मध्यप्रदेश सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में मॉडल राज्य बनने की दिशा में ठोस कदम उठा रहा है। उन्होंने बताया कि सड़क सुरक्षा केवल तकनीकी पहल नहीं, बल्कि एक सामाजिक-आर्थिक जिम्मेदारी है, जिसमें शासन, प्रशासन और समाज की समान भागीदारी आवश्यक है। प्रो. बालासुब्रमण्यम ने कहा कि जहाँ अधिकांश दुर्घटनाएँ मानवीय त्रुटियों के कारण होती हैं, वहीं लगभग 3 प्रतिशत दुर्घटनाएँ सड़क डिज़ाइन, ज्यामिति और संकेतकों की कमी जैसी अवसंरचनात्मक कमियों से जुड़ी होती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इन कारणों का वैज्ञानिक विश्लेषण कर तकनीकी सुधारात्मक कदम उठाए जाएँ जिससे दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाई जा सके। उन्होंने कहा कि सटीक डेटा संग्रहण और विभागीय समन्वय सड़क सुरक्षा प्रबंधन की कुंजी है। लोक निर्माण विभाग, एमपीआरडीसी, पुलिस, स्वास्थ्य संस्थान और ज़िला प्रशासन के बीच साझा डेटा से ब्लैक स्पॉट की सटीक पहचान और त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई संभव होगी। यह पहल “हर मोड़ को सुरक्षित” बनाने के राज्य सरकार के संकल्प को और सशक्त बनाएगी।
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव श्री सुखवीर सिंह ने कहा कि यह कार्यशाला सड़क सुरक्षा बढ़ाने और दुर्घटनाएँ कम करने की दिशा में प्रदेश की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। “हर मोड़ को सुरक्षित बनाना” इसका प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि जहां 93 प्रतिशत दुर्घटनाएं मानवीय त्रुटि से होती हैं, वहीं 7 प्रतिशत सड़क की ज्यामिति या साइन बोर्ड की कमी से जुड़ी हैं, जिन पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में 1041 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जिन पर लघु अवधि के सुधार कार्य पूरे कर लिए गए हैं, जबकि दीर्घकालिक उपाय लोक निर्माण विभाग द्वारा 2027 और एमपीआरडीसी द्वारा 2028 तक पूर्ण किए जाएंगे। कार्यशाला में आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर, इंदौर और मऊगंज के कलेक्टर और परिवहन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए, जो सड़क सुरक्षा के लिए बहु-विभागीय दृष्टिकोण को सशक्त बनाते हैं।
कार्यशाला के आरंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम स्थल पर लोक निर्माण, परिवहन, यातायात (सड़क सुरक्षा प्रबंधन), लोक स्वास्थ्य एवं नगरीय प्रशासन सहित अन्य सम्बद्ध विभागों की सड़क सुरक्षा से जुड़े आधुनिक एवं उन्नत उपकरणों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यशाला में सचिव, परिवहन श्री मनीष सिंह, प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम लिमिटेड श्री भरत यादव, एडीजी श्री अबसार, श्री विवेक शर्मा, सुश्री कृष्णा सहित अधिकारी और बड़ी संख्या में सड़क सुरक्षा प्रबंधन से जुड़े तकनीकी अधिकारी उपस्थित थे। प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षकों, जिला सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य, स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित करीब 3000 प्रतिभागियों ने कार्यशाला में वर्चुअली सहभागिता की।
नीमच के एन.आई.सी.कक्ष में कलेक्टर श्री हिमांशु चंद्रा, एडीएम श्री बी.एस.कलेश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री एन.एस.सिसोदिया व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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खनिजों का अवैध परिवहन करते तीन वाहन जप्त
नीमच 15 अक्टूबर 2025, खनि अधिकारी श्री गजेन्द्रसिह डावर एवं टीम द्वारा 13 से 15 अक्टूबर 2025 तक को अवैध उत्खनन, परिवहन, भण्डारण के विरूद्ध नीमच क्षेत्र में कार्यवाही करते हुए खनिज गिटटी, खण्डा का अवैध परिवहन करते हुए तीन वाहनों को मध्यप्रदेश खनिज (अवैध खनन, परिवहन तथा भण्डारण का निवारण) नियम 2022 के तहत जप्त किया गया है। उक्त वाहन को पुलिस थाना नीमच सिटी की अभिरक्षा में आगामी आदेश तक सुरक्षार्थ खडे किये गये है। अवैध परिवहन में संलिप्त वाहनों में वाहन क्रमांक RJ09GA6104, MP44ZF1442 डम्पर गिट्टी एवं ट्रेक्टर MP44AB5902 खण्डा का शामिल हैं।
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