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दादी के ताने बने मौत का सबब नातिन ने गड़ासी से काटा सिर, मां ने बोरे में भर फेंका था शव

दादी के ताने बने मौत का सबब नातिन ने गड़ासी से काटा सिर, मां ने बोरे में भर फेंका था शव

गोरखपुर थाना पीपीगंज क्षेत्र के भूइधरपुर गांव में बुजुर्ग महिला की रहस्यमयी हत्या का मामला अब सनसनीखेज मोड़ ले चुका है। पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया कि मृतका की ही बहू और नातिन ने मिलकर यह क्रूर हत्या की। नातिन ने दादी के लगातार तानों से तंग आकर गड़ासी से सिर पर वार कर हत्या कर दी, जबकि मां ने शव को बोरे में भरकर साइकिल से गांव के बाहर फेंकने में मदद की। दोनों अभियुक्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस लाइन के वाइट हाउस सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में इस हत्याकांड का पूरा ब्योरा बताया। सीओ कैंपियरगंज विवेक कुमार तिवारी भी मौजूद रहे। एसपी ने कहा, “यह घटना परिवार के अंदरूनी कलह का दर्दनाक उदाहरण है। जांच में अभियुक्ताओं ने अपना अपराध कबूल कर लिया।” मामला 26 सितंबर 2025 का है। भूइधरपुर गांव में एक बुजुर्ग महिला का शव गांव के बाहर मिलने पर मृतका की बहू ने ही थाने में तहरीर दी थी। इस आधार पर थाना पीपीगंज में मुकदमा संख्या 337/2025 धारा 103(1)/238 भादंस के तहत अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। शुरुआती जांच में पुलिस को परिवार पर ही शक हुआ। पूछताछ के दौरान बहू उत्तरा देवी और नातिन खुशी कुमारी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।पुलिस पूछताछ में सामने आया कि उत्तरा देवी की यह दूसरी शादी थी। उनकी पहली शादी पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले के शंकर घोष से हुई थी, जिससे खुशी कुमारी का जन्म हुआ। मां-बेटी वर्तमान में गोरखपुर में ही रहती हैं। मृतका, जो खुशी की दादी थीं, उन्हें अक्सर “बंगालिन” कहकर ताने मारती थीं और घर में नौकरानी जैसा बर्ताव करती थीं। इन लगातार प्रताड़नाओं से खुशी मानसिक रूप से टूट चुकी थी। खुशी ने कबूल किया, “घटना वाले दिन मां घर से बाहर गई थीं। दादी मढ़ई में सो रही थीं। गुस्से में मैंने गड़ासी से उनके सिर पर जोरदार वार कर दिया। जब मां लौटीं, तो मैंने उन्हें सारी बात बता दी। दोनों ने रात के अंधेरे में शव को बोरे में भरा और साइकिल से गांव के बाहर फेंक दिया।” अभियुक्ताओं की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल गड़ासी बरामद की, जिसे गोबर में छिपाया गया था। साथ ही, शव फेंकने वाली साइकिल भी जब्त कर ली गई। एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि यह खुलासा प्रभारी निरीक्षक पीपीगंज के नेतृत्व में एंटी थेफ्ट सेल, एसओजी/स्वाट और सर्विलांस सेल की संयुक्त टीम ने किया। उन्होंने पूरी टीम की तत्परता और पेशेवर जांच की सराहना की।दोनों अभियुक्ताओं—उत्तरा देवी पत्नी परदेशी उर्फ राजेश और खुशी कुमारी पुत्री परदेशी उर्फ राजेश, निवासी भूइधरपुर—के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया। दोनों को जेल भेज दिया गया है।

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