विपिन जैन के लिए कांटो भरा ताज है जिला कांग्रेस का अध्यक्षीय पद
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इच्छा सिर्फ मंदसौर विधानसभा लडने की थी लेकिन अब देना होगा चारों विधानसभा पर ध्यान, गुटबाजी खत्म करना बडी चुनौति
विजयेन्द्र फांफरिया की रिपोर्ट
मंदसौर। लम्बे समय से चल रही अटकलों पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने विराम लगाते हुए मंदसौर जिला कांग्रेस अध्यक्ष को बदलते हुए पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल के स्थान पर दलौदा के पूर्व सरपंच विपिन जैन को अध्यक्ष बनाया है। लेकिन श्री जैन के लिए यह ताज कोई स्वर्ण का हीरा जरित नहीं है। श्री जैन के लिए यह ताज पूरा कांटों भरा है। कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर रहती है ऐसे में गुटबाजी खत्म करना या नियंत्रित करना भी श्री जैन के लिए एक बडी चुनौति रहेगा।
श्री जैन के पास संगठन चलाने का ज्यादा अनुभव तो नहीं है लेकिन स्वयं एक सुलझे हुए और किसी गुट विशेष के व्यक्ति नहीं है शायद यही देखते हुए प्रदेश कांग्रेस के सुप्रीमों कमलनाथ ने इन्हें अध्यक्ष बनाया है। लेकिन सबसे बडी बात यह है कि श्री जैन की पूर्ण इच्छा मंदसौर विधानसभा की है। अभी भी वे विधानयभा चुनाव लडना चाहते है और कांग्रेस ने ऐसा कोई नियम भी नहीं बनाया है कि कोई जिलाध्यक्ष चुनाव नहीं लड सकता है। लेकिन अब चूंकि श्री जैन जिलाध्यक्ष बन गये है ऐसे में उन्हें मंदसौर जिले की चारों विधानसभाओं पर पूरा ध्यान देना होगा। विशेषकर मंदसौर और सुवासरा पर क्योंकि मल्हारगढ और गरोठ विधानसभा क्षेत्र में तो फिर भी सक्रिय कांग्रेस नेता है लेकिन मंदसौर और सुवासरा में कांग्रेस की स्थिति बेहद कमजोर ही रहती है। अब विपिन जैन के समाने दौहरी चुनौति होगी स्वयं की विधानसभा की तैयारी भी करना है और जिलाध्यक्ष का पद भी संभालना है।
दाल बाफले खाने की इच्छा और खिला दिया चायनीज फूड-
जब किसी व्यक्ति की दाल बाफले की खाने की इच्छा हो और उसे उस समय चायनीय फूड खिला दिया जायें तो उसकी क्या स्थिति होगी समझा जा सकता है। ऐसी ही कुछ स्थिति इस समय विपिन जैन की है वे स्वयं अपने मन से जिलाध्यक्ष नहीं बनना चाहते थे उनका पूरा ध्यान मंदसौर विधानसभा से चुनाव लडने पर था और हैं भी। ( आप पढ रहें राजनीतिक विश्लेषण विजयेन्द्र फांफरिया के साथ) जबकि इसके उल्ट जिलाध्यक्ष की दौड में शामिल रहे है वरिष्ठ कांग्रेस नेता रविन्द्र सिंह रांका और युवा कांग्रेस नेता मनजीतसिंह मनी विधानसभा की दोड में नहीं थे वे सिर्फ जिलाध्यक्ष बनना चाहते थे लेकिन कांग्रेस ने विधानसभा के दावेदार को जिलाध्यक्ष बना दिया है। खेर बडा मन रखते हुए श्री जैन ने सभी वरिष्ठ नेताओ का आभार मानते हुए इस चुनौति का स्वीकार किया और अपना सौ प्रतिशत देने की बात कहीं है।
पहली चुनौति आज की-
आज 13 मार्च को कांग्रेस का राजभवन घेराव है ऐसे में मंदसौर जिले से अधिक से अधिक संख्या में कांग्रेस नेता भोपाल पहुंचे ऐसी श्री जैन के सामने थी समय सिर्फ एक दिन का मिला फिर भी एक दिन मेंं श्री जैन ने मेहनत की लेकिन आज देखना होगा की वे कितने सफल हो पाये और मंदसौर जिले से कितनी भीड जुटा पायें।