समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 20 सितंबर 2025 शनिवार

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सडक के किनारे एक खेत मे अज्ञात मोटर सायक़ल मिली
नारायणगढ़- थाना क्षेत्र के अंतर्गत पिरगुराड़िया फंटे के समीप पिरगुराड़िया सडक के किनारे एक खेत मे अज्ञात मोटर सायक़ल मिली है जिसको झाड़ियों मे छुपा रखा था जिसकी सूचना मिलते ही नारायणगढ़ पुलिस की 112 मोके पर पहुंची और गाड़ी को जप्त कर लिया है प्राथमिक जानकारी अनुसार टी वी एस स्पोर्ट गाड़ी है जिसको बुरी तरह से तोड़ा गया है और उसके नंबर प्लेट के अलावा चेचिश नंबर भी बुरी तरह से मिटाये गए है जिससे गाड़ी मालिक की पहचान नहीं हों सके पुलिस ने गाड़ी को अपने कब्जे मे ले लिया है आगे की जांच जारी।
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नवरात्रि महोत्सव
शामगढ। जय मां दुर्गा पूजा गरबा मंडल (नीम चौक)द्वारा गरबे की भव्य प्रस्तुति प्रतिवर्ष दी जाती है ,बच्चों को गरबा अभ्यास की तैयारियां जोरों से प्रारंभ।
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जिला पंचायत अध्यक्ष श्री पाटीदार एवं नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर ने प्रधानमंत्री आवास का भूमि पूजन किया

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विधायक श्री डंग ने लिया सम्पूर्ण विधानसभा के 275 टीबी मरीजों को गोद लिया
सुवासरा में मेगा स्वास्थ्य शिविर आयोजित, टीबी मुक्त भारत अभियान को मिलेगा नया आयाम
मंदसौर 19 सितंबर 25 / स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार अभियान एवं सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुवासरा में मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक श्री हरदीप सिंह डंग ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत विधानसभा सुवासरा, शामगढ़ और सीतामऊ के कुल 275 टीबी मरीजों को गोद लिया।
विधायक श्री डंग ने मरीजों की मदद के लिए स्वयं आगे आते हुए घोषणा की कि आगामी 6 माह तक सभी पंजीकृत टीबी मरीजों को उनकी ओर से फूड बकेट (जिसमें मूंगफली दाना, सोयाबड़ी, चना व गुड़ शामिल है) प्रदान किए जाएंगे। यह पहल जिले में किसी भी विधायक द्वारा पहली बार की गई है, जो समाज में टीबी उन्मूलन के प्रति एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करती है।
उन्होंने कहा कि समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करने की आवश्यकता है कि टीबी लाइलाज रोग है या टीबी मरीज से दूरी बनाना जरूरी है। वास्तव में, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत नियमित 6 माह के उपचार से यह बीमारी पूर्णतः ठीक हो सकती है। अभियान के अंतर्गत सभी जांच और उपचार निशुल्क उपलब्ध हैं तथा मरीजों को 6 हजार की पोषण सहायता राशि भी प्रदान की जाती है।
विधायक श्री डंग ने निक्षय मित्र बनकर टीबी मरीजों के साथ मित्रवत व्यवहार करने और उन्हें हरसंभव सहयोग देने का संकल्प दोहराया। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से आवाहन किया कि वे आगे आकर इस अभियान से जुड़ें और प्रधानमंत्री के संकल्प “टीबी हारेगा – देश जीतेगा” को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।
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महिलाओं व बालिकाओं के लिए खेल विभाग ने किया आत्मरक्षा शिविर
मंदसौर 19 सितंबर 25 / सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत खेल और युवा कल्याण विभाग एवं नियुद्ध खेल संस्था के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा/सशक्तिकरण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रतिदिन सायं 5 से 7 बजे तक नियुद्ध हॉल, नूतन स्टेडियम, मंदसौर में आयोजित होगा।
जिला खेल अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिविर का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को आत्मरक्षा तकनीकों के प्रति जागरूक करना एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने शहर की इच्छुक महिलाओं और युवतियों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस उपयोगी शिविर का लाभ लेने का आह्वान किया है।
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पेयजल स्रोतों की स्वच्छता व जागरूकता हेतु ग्रामीणों को किया जा रहा प्रेरित
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत पीएचई विभाग ने की टंकी परिसर की सफाई
मंदसौर 19 सितंबर 25 / स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जिले में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया। विभाग द्वारा पेयजल टंकी परिसरों की सफाई एवं जल स्रोतों को स्वच्छ रखने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में ग्रामवासियों को पेयजल स्रोतों की स्वच्छता बनाए रखने और सुरक्षित जल के उपयोग हेतु प्रेरित किया जा रहा है।
कार्यक्रम के अंतर्गत सीतामऊ विकासखंड के ग्राम ऐरा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर में पीएचई विभाग की सहभागिता रही। शिविर में जल गुणवत्ता परीक्षण का प्रशिक्षण दिया गया। वहीं गरोठ विकासखंड के ग्राम जमुनिया में जल स्रोतों का क्लोरीनेशन, प्रयोगशाला परीक्षण हेतु जल नमूनों का संग्रह, फील्ड टेस्टिंग किट का वितरण तथा ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
साथ ही ग्रामवासियों को समग्र स्वच्छता का वातावरण सुनिश्चित करने, जल कर की राशि की नियमित वसूली करने, जल के अपव्यय को रोकने, जल संरक्षण व संवर्धन की विधियों को अपनाने तथा ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थों के उचित निपटान की समझाइश दी गई।
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आबकारी विभाग ने अलग अलग स्थानों पर कार्यवाही कर 5 आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया
मंदसौर 19 सितंबर 25 / उप निरीक्षक कर्मेंद्र सांवले ने जानकारी दी कि जिला आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। 15 सितम्बर से 18 सितम्बर तक विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें शहर व आसपास के क्षेत्रों में अवैध रूप से मदिरा विक्रय, परिवहन एवं भंडारण करने वालों पर कार्यवाही की गई।
कार्रवाई के दौरान, इंद्रानगर से नरेंद्र पिता लक्ष्मीनारायण से 12 पाव प्लेन देशी मदिरा, सीतामऊ फाटक से विजय मोई पिता मोहनलाल से 18 पाव प्लेन देशी मदिरा, सीतामऊ फाटक से ही विनोद पिता पारुमल से 8 बीयर केन एवं 9 पाव प्लेन देशी मदिरा एवं अभिनंदन नगर से बंकट पिता भवानी से 21 पाव प्लेन देशी मदिरा, वीरेंद्र पिता कैलाश से 15 पाव प्लेन देशी मदिरा जब्त की। इस प्रकार कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(1) के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया। जब्त की गई अवैध शराब का कुल मूल्य 6585 रुपए आँका गया। आबकारी विभाग की यह कार्रवाई उप निरीक्षक अमित तेकाम, आरक्षक केशव मेहता, महेश कारपेंटर, अनील निनामा एवं सिद्धार्थ गुप्ता के विशेष सहयोग से संपन्न हुई।
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संपदा 2.0 सॉफ़्टवेयर प्रणाली से फर्जी आधार से संपत्ति हस्तांतरण का मामला उजागर : जिला पंजीयक
संपत्ति क्रय-विक्रय करते समय आधार सहित सभी दस्तावेजों भलीभांति सत्यापन करें
मंदसौर 19 सितंबर 25 / जिला पंजीयक श्री प्रशांत पाराशर द्वारा बताया गया कि कार्यालय में दर्ज एक प्रकरण की जांच में फर्जी आधार का उपयोग कर संपत्ति का विक्रय पत्र (सेल डीड) संपन्न कराए जाने का मामला सामने आया है।
शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत आवेदन के अनुसार पंजीयन क्रमांक MP249392024A1759159, 14 जून के अंतर्गत विक्रय पत्र में विक्रेता राजेन्द्र कुमार शुक्ला का आधार कार्ड संलग्न कर हस्तांतरण किया गया था। इस संबंध में UIDAI रीजनल ऑफिस, दिल्ली से जांच करने पर पाया गया कि प्रस्तुत आधार क्रमांक 4183 5803 9441 UIDAI के डेटाबेस में उपलब्ध ही नहीं है और यह आधार अवैध है।
जांच में यह भी सामने आया कि विक्रय संपत्ति के भुगतान हेतु खरीदार द्वारा दिए गए चेक का विवरण भी संदिग्ध एवं असत्य पाया गया। अतः प्रथम दृष्टया यह मामला फर्जी एवं षड्यंत्र की श्रेणी में लगा। तत्पश्चात विक्रय पत्र के पंजीयन को अमान्य मानते हुए निरस्त कर दिया गया है। साथ ही विक्रेता एवं उससे जुड़े अन्य संबंधित पक्षकारों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्यवाही किए जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
वर्तमान में संपदा 2.0 सॉफ़्टवेयर प्रणाली के माध्यम से आधार सत्यापन के बाद ही दस्तावेज पंजीयन की प्रक्रिया संपन्न की जा रही है। इससे भविष्य में इस प्रकार की फर्जीवाड़े की घटनाओं पर रोक लग सकेगी।
जिला पंजीयक ने आमजन से अपील की है कि संपत्ति क्रय-विक्रय करते समय आधार नंबर एवं सभी विवरणों की भलीभांति जांच एवं सत्यापन अवश्य कर लें।
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“पेंशन आपके द्वार” योजना की सघन मॉनिटरिंग के निर्देश
मंदसौर 19 सितंबर 25 / “पेंशन आपके द्वारा योजना” का शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन हो सके, इसके लिए कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी योजना की नियमित समीक्षा करें। यह निर्देश प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय दिव्यांगजन सशक्तिकरण श्रीमती सोनाली वांयणकर ने सभी जिला कलेक्टर को दिये हैं।
प्रमुख सचिव श्रीमती वायंगणकर ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार विभिन्न पेंशन योजनाओं के अंतर्गत सिंगल क्लिक के माध्यम से पेंशन राशि हितग्राहियों के खाते में प्रति माह अंतरित की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कल्याणी, दिव्यांगजन, वृद्धजन को प्रति माह पेंशन राशि निकालने के लिए बैंकों के चक्कर न लगाना पड़े। इस उद्देश्य से ‘पेंशन आपके द्वार योजना’ संचालित की जा रही है। योजना के तहत बैंकिंग कॅरेसपंडेंस के माध्यम से ऐसी ग्राम पंचायत में जिनसे बैंक या पोस्ट ऑफिस की दूरी 3 किलोमीटर से अधिक है, उन स्थानों पर बैंक करस्पॉन्डेंट्स, बैंकिंग सखीज, कॉमन सर्विस सेंटर, एसएचजी मेंबर्स के माध्यम से पेंशन राशि हितग्राहियों को उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर इस योजना की सघन मॉनिटरिंग की जाए और जहां पर कोई कमी या शिकायत प्राप्त होती है वहां यथोचित कार्रवाई की जाये, जिससे राज्य शासन की मंशा अनुसार हितग्राहियों को पेंशन का सही समय पर लाभ प्राप्त हो सके।
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स्वदेशी अपना कर मध्यप्रदेश को समृद्ध और देश को आत्मनिर्भर बनाकर बने देशभक्त : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रधानमंत्री श्री मोदी के स्वदेशी अपनाने के आहवान का प्रदेशवासी करें अनुसरण
लोगों के रोजगार और जीवनयापन का माध्यम हैं स्वदेशी सामग्री
मंदसौर 19 सितंबर 25 / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ‘स्वदेशी अपनाओ-मध्यप्रदेश समृद्ध बनाओ, स्वदेशी अपनाओ-देश को आत्मनिर्भर बनाओ’ के संदेश के माध्यम से प्रदेशवासियों को स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि हमें गांव-गावं, शहर-शहर स्वदेशी का अभियान चलाना है। प्रदेशवासी स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों पर गर्व करें और गर्व से कहें कि हम स्वदेशी हैं। प्रदेश के छोटे दुकानदार, व्यापारी स्वदेशी वस्तुओं के क्रय-विक्रय को प्रोत्साहन दें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री निवास से गुरूवार को जारी अपने संदेश के माध्यम से प्रदेशवासियों से यह विचार साझा किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे स्तर पर वस्तुओं के निर्माता अपने ढंग से अपनी क्षमता, योग्यता और कौशल के आधार पर स्वदेशी वस्तुओं के उत्पादन में अपनी मेहनत लगाते हैं। इससे हमारी हजारों सालों से चली आ रही आत्मनिर्भरता की परम्परा भी जीवित रहती है। स्वदेशी वस्तुओं की सुंगध और प्रभाव ही अलग है, यह सामग्री कई लोगों को रोजगार का अवसर देकर गरीब परिवारों के जीवनयापन का माध्यम बनती है और देश की आर्थिक समृद्धि का मार्ग भी स्वदेशी से ही प्रशस्त होता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी अपनाने के आहवान का सभी प्रदेशवासी अनुसरण करें। त्यौहारों के समय होने वाली खरीददारी में भी स्वदेशी वस्तुओं को अपनाया जाए।
भारत को विश्व में सबसे शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित करने की सामर्थ्य स्वदेशी में ही है
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी ने स्वदेशी के माध्यम से ही पूरे देश को एक सूत्र में पिरोया था। आज भी भारत को विश्व में सबसे शक्तिशाली देश के रूप में स्थापित करने की सामर्थ्य स्वदेशी में ही है। इसी आधार पर प्रधानमंत्री श्री मोदी देशवासियों को स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे स्वयं स्वदेशी के अभियान समर्पित हैं। ‘स्वदेशी अपनाओ देशभक्त कहलाओ’ के भाव के साथ पूरा प्रदेश इस अभियान के साथ है।
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दृढ़ संकल्प और समेकित प्रयास से मध्यप्रदेश स्वास्थ्य मानकों में बनेगा अग्रणी : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
रक्तदान और सिकल सेल स्क्रीनिंग में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी
“स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान के प्रथम दिवस प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य
मंदसौर 19 सितंबर 25 / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान के अंतर्गत 17 सितम्बर को मध्यप्रदेश ने एक ही दिन में 14 हजार 573 यूनिट स्वैच्छिक रक्तदान और 20 हजार 379 हितग्राहियों की सिकल सेल स्क्रीनिंग कर पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए समस्त स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, समाजसेवियों और नागरिकों की जागरूकता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम वर्तमान में प्रथम स्थान पर हैं और इस स्थान को बनाए रखना हम सभी की सामूहिक ज़िम्मेदारी है। इसके लिए आवश्यक है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वयंसेवी संस्थाएँ, जनप्रतिनिधि और आमजन सभी मिलकर निरंतर और समन्वित प्रयास करें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के नागरिकों, महिलाओं, बालिकाओं और अभिभावकों से अपील की है कि “स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान से जुड़ी सेवाओं और शिविरों का अधिक से अधिक लाभ लें। उन्होंने कहा कि दृढ़ संकल्प और समेकित प्रयास से हम स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार करते हुए मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) और शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) के सूचकांकों सहित स्वास्थ्य स्थिति में देश के अग्रणी प्रदेश बनेंगें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी रक्तदाताओं का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने सिकल सेल स्क्रीनिंग में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों की सराहना की है और सतत प्रयास का आह्वान किया है।
भारत सरकार की राज्यवार दैनिक रिपोर्ट 17 सितम्बर 2025 के अनुसार मध्यप्रदेश 20,379 सिकल सेल स्क्रीनिंग के साथ पहले स्थान पर रहा। इसके बाद ओडिशा 10,851 और महाराष्ट्र 10,821 स्क्रीनिंग कर क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। रक्तदान के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के बाद उत्तराखंड 5,065 यूनिट और राजस्थान 3,530 यूनिट के साथ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
“स्वस्थ नारी–सशक्त परिवार” अभियान के अंतर्गत प्रदेशभर में महिलाओं के सम्पूर्ण स्वास्थ्य की जाँच और उपचार के लिए 20 हज़ार से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों में निःशुल्क जाँच, परामर्श और उपचार की सुविधा दी जा रही है। अभियान में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जाँच, अनमोल 2.0 पोर्टल पर प्रविष्टि, टीकाकरण, किशोरियों में एनीमिया की जाँच और उपचार, पोषण एवं मासिक धर्म स्वच्छता संबंधी जानकारी, सिकल सेल और अन्य गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। क्षय और कुष्ठ रोग की पहचान एवं इलाज, मानसिक स्वास्थ्य, नेत्र, दंत और श्रवण विकारों की जाँच भी इस अभियान का हिस्सा हैं। अभियान के दौरान ईट-राइट कार्यक्रम, पोषण माह की गतिविधियाँ, योग और वेलनेस कैंप भी आयोजित हो रहे हैं। निःक्षय मित्र अभियान के अंतर्गत टीबी रोगियों को पोषण और सहयोग उपलब्ध कराने का अभियान भी संचालित है। साथ ही 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक प्रदेशभर में रक्तदान शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
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किसानों की समृद्धि और स्वास्थ्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री ने “मेलिओइडोसिस” के संक्रमण को लिया गंभीरता से
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और कृषि को रोकथाम के उपाय करने के दिए निर्देश
एम्स की रिपोर्ट पर लिया संज्ञान
मंदसौर 19 सितंबर 25 / मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने धान किसानों की चिंता करते हुये टीबी जैसे लक्षणों वाले घातक रोग ‘मेलिओइडोसिस’ की रोकथाम के उपाय किये जाने पर गंभीर रूख अपनाया है। उन्होंने इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और कृषि विभाग को साथ मिलकर जांच और उपचार रोकथाम के लिए यथोचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि किसानों और आमजन का स्वास्थ्य और समृद्धि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। मध्यप्रदेश सरकार गरीब, किसान और वंचित वर्गों के हितों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है।
किसानों को करें सजग और जागरूक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वास्थ्य और कृषि विभाग को निर्देश दिए हैं कि संभावित और प्रभावित क्षेत्रों में इन प्रकरणों की जांच करें। इसकी रोकथाम के लिए कृषकों को सजग और जागरूक करें। यदि कोई कृषक या व्यक्ति चिन्हांकित होता है, तो उसके समुचित उपचार के प्रभावी प्रबंध सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि एम्स भोपाल की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदेश में धान का रकबा बढ़ने और पानी के स्रोत अधिक होने से इस बीमारी का संक्रमण बढ़ रहा है। जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदेश के 20 से अधिक जिलों में ‘मेलिओइडोसिस’ से प्रभावित रोगियों की पुष्टि हुई है। विशेषत: धान के खेतों की संक्रमित मिट्टी में पाए जाने वाले बैक्टीरिया से होने वाले इस रोग के संबंध में जागरूकता, समय पर पहचान और उपचार के संबंध में एम्स भोपाल द्वारा प्रशिक्षण-सत्र आयोजित किए गए हैं, जिसमें प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों तथा अस्पतालों के प्रबंधकों और चिकित्सकों ने भी सहभागिता की है।
‘मेलिओइडोसिस’ बीमारी के लक्षण
‘मेलियोइडोसिस’ एक संक्रामक बीमारी है जो ‘बर्कहोल्डरिया स्यूडोमैली’ नामक बैक्टीरिया से होती है। यह बैक्टीरिया आम तौर पर मिट्टी और पानी में पाया जाता है । बीमारी के प्रमुख लक्षण लंबे समय तक बुखार रहना या बार-बार बुखार आना, लगातार खांसी होना, जो टीबी जैसी हो सकती है। सांस लेने या सामान्य गतिविधि के दौरान सीने में दर्द होना और टीवी समझकर शुरू किए गए इलाज के बावजूद लक्षण में सुधार न होना है। इस बीमारी का सबसे अधिक खतरा खेती-किसानी से जुड़े लोगों को हो सकता है, क्योंकि उनका सीधा संपर्क मिट्टी और पानी से होता है। डायबिटीज (मधुमेह) के मरीज और अधिक शराब का सेवन करने वालों को भी यह बीमारी हो सकती है। इस बीमारी की तत्काल जाँच के साथ उपचार एवं सावधानी रखकर बचाव किया जा सकता है।
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मल्हारगढ़ तहसीलदार ने गरीब किसान को धमकाया
मल्हारगढ़ तहसीलदार बृजेश मालवीय एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। जानकारी के अनुसार उन्होंने एक गरीब किसान को धमकाते हुए कहा— “जेल में डालवा दूंगा।” स्थानीय लोगों का कहना है कि तहसीलदार के खिलाफ पहले भी भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप सामने आ चुके हैं। अब किसान को धमकाने की घटना ने आमजन में रोष और आक्रोश बढ़ा दिया है। ग्रामीणों की मांग है कि ऐसे अफसर की उच्च स्तरीय जांच हो और किसान को न्याय दिलाया जाए।