
ABVP ने अकबर और औरंगज़ेब के महिमा मंडन पर जताया कड़ा विरोध, कुलपति को बर्खास्त करने की मांग, सौंपा ज्ञापन
भवानीमंडी। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा द्वारा दिए गए एक विवादित बयान को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने कड़ा विरोध जताया है। कुलपति ने अपने बयान में मुगल शासक अकबर को “महान” और औरंगज़ेब को “कुशल शासक” बताया था, जिस पर एबीवीपी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उनके तत्काल बर्खास्तगी की मांग की है।
एबीवीपी की भवानीमंडी इकाई के नगर मंत्री राहुल कुमावत ने बताया कि कुलपति का यह बयान न केवल ऐतिहासिक तथ्यों के विपरीत है, बल्कि यह मेवाड़ की गौरवशाली परंपरा और त्याग की भूमि का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि जिस भूमि पर महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं ने स्वाभिमान के लिए संघर्ष किया, वहां अकबर और औरंगज़ेब जैसे शासकों का महिमामंडन बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। इस विरोध प्रदर्शन में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उपखंड कार्यालय भवानीमंडी पहुंचकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने प्रदर्शन करते हुए कहा कि आज पूरा विद्यार्थी समुदाय इस बयान के खिलाफ एकजुट है। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि अगर प्रो. सुनीता मिश्रा को उनके पद से तत्काल नहीं हटाया गया, तो एबीवीपी पूरे प्रदेश में एक बड़ा आंदोलन शुरू करेगी।
इस प्रदर्शन में एबीवीपी के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें पीयूष बसवाल, श्याम जोगी, व्योम बसवाल, त्रिलोक प्रजापति, अक्षत पोरवाल, लोकेश मालवीय, गौरव पुरोहित, बाबू पांडे, प्रिंस, रवि बना, सूरज गुर्जर और अक्षत यादव सहित अन्य शामिल थे।