कुचड़ौद से झावल सड़क निर्माण में आबादी क्षेत्र में नाला नहीं बनाया, ग्रामीणों में नाराजगी

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कुचड़ौद से झावल सड़क निर्माण में आबादी क्षेत्र में नाला नहीं बनाया, ग्रामीणों में नाराजगी
कुचड़ौद। गांव कुचड़ौद से झावल तक की 5 किलोमीटर सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग आखिरकार पूरी हुई। वित्त मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा की पहल पर इस मार्ग को मंजूरी मिली, और निर्माण कार्य भी शुरू हो गया।
लेकिन सड़क निर्माण के बीच अब एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। आबादी क्षेत्र में बन रही सीसी सड़क के दोनों ओर नालों का निर्माण नहीं किया जा रहा है।ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार और विभाग की लापरवाही के चलते नाले नहीं बनाए जा रहे, जबकि यह क्षेत्र भारी जलभराव की समस्या से जूझता रहा है। बारिश के. दिनों में खेतों से डेढ़ किलोमीटर से ज्यादा दूरी से पानी इस सड़क पर आता है, जिससे आवागमन ठप हो जाता है।
ग्रामीण कन्हैयालाल ओझा, अर्जुन कुमावत, दिनेश कुमावत सहित कई लोगों ने बताया कि शुरुआत में तो यहां डामरीकरण हो रहा था, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बाद 450 मीटर आरसीसी रोड को मंजूरी दी गई। अब जब आरसीसी निर्माण हो रहा है, तो दोनों ओर नालों के निर्माण को नजरअंदाज किया जा रहा है। ग्राम पंचायत द्वारा 11 जुलाई को पीडब्ल्यूडी को पत्र भेजा गया था, जिसमें सड़क की चौड़ाई 3.75 मीटर से बढ़ाकर 5.50 मीटर करने और दोनों ओर नाले बनाने की मांग की गई थी। विभाग ने चौड़ाई तो बढ़ा दी, लेकिन नाले बनाने की दिशा में अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया।
सरपंच कारू लाल भील उपसरपंच बिहारी गोयल ने बताया कि ठेकेदार और विभाग को कई बार अवगत कराने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
जनपद सदस्य प्रतिनिधि प्रेम सिंह पंवार ने भी यह मुद्दा जनपद पंचायत की बैठक में उठाया था। उनका कहना है कि विभाग को फिर से इस बारे में अवगत कराया जाएगा। ग्रामीणों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि सड़क के दोनों ओर नाले नहीं बनाए गए, तो निर्माण कार्य रुकवाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
इस संबंध में जब ठेकेदार गुलाम मुर्तजा से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। वहीं पीडब्ल्यूडी के एसडीओ हिमांशु जैन ने कहा कि मामले को दिखा रहे हैं।
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