मंदसौर जिलासीतामऊ
नाहरगढ़ जैन श्री संघ द्वारा दिव्य जिनालय शुद्धिकरण सम्पन्न

नाहरगढ़ जैन श्री संघ द्वारा दिव्य जिनालय शुद्धिकरण सम्पन्न
नाहरगढ(तुलसीराम राठौर)–परम मंगलकारी एवं पावन अवसर पर, नवरत्न परिवार एवं मालवा महासंघ के पावन तत्वावधान में वर्ष 2011 से प्रारंभ हुआ जिनालय शुद्धिकरण महाअभियान आज दिनांक 10 अगस्त 2025, रविवार को नाहरगढ़ नगर के जैन श्री संघ एवं नवरत्न परिवार द्वारा अत्यंत श्रद्धा, भक्ति एवं उत्साह के साथ सम्पन्न किया गया। इस पावन कार्य की प्रेरणा परम पूज्य आचार्य मालव भूषण श्री नवरत्न सागर सूरीश्वर जी महाराज एवं युवा हृदय सम्राट आचार्य विश्वरत्न सागर सूरीश्वर जी महाराज के करकमलों से प्राप्त हुई। आचार्यों की दिव्य प्रेरणा और आशीर्वाद से, नवरत्न परिवार एवं मालवा श्री संघ के संयुक्त संकल्प के तहत, यह दिव्य शुद्धिकरण कार्य संपूर्ण भारत के 13 राज्यों में, एक ही दिन एवं एक ही समय पर सम्पन्न होता है।
इस दिव्य अवसर पर वातावरण मंगल ध्वनियों, श्रद्धा के भजन, एवं पवित्र मंत्रोच्चार से गूंज उठा। श्रावक-श्राविकाओं ने सेवा, भक्ति और आत्मशुद्धि के भाव से सहभागिता की, जिससे जिनालय परिसर और भक्तों के हृदय दोनों ही पवित्र और निर्मल हो उठे।
क्या होता है शुद्धिकरण जिनालय शुद्धिकरण एक प्रकार का जैन धर्म में एक अनुष्ठान है जिसका अर्थ है जैन मंदिरों एवं मूर्तियां को पवित्र और शुद्ध करना यह एक विशेष प्रक्रिया है जिसके द्वारा जिनालय में नकारात्मक ऊर्जा एवं अशुद्धियों से मुक्त किया जाता है जिससे वह पूजा एवं ज्ञान के लिए उपयुक्त स्थान बन जाते हैं इसके अलावा मंदिरों की साफ सफाई पात्रों की साफ सफाई शुद्धता यह सब जिनालय शुद्धिकरण के दौरान किए जाते हैं ।नवरत्न परिवार की ओर से ही पहुंचाए जाते हैं शुद्धिकरण के किट प्रत्येक जिले एवं कस्बे में नवरत्न परिवार की शाखाएं बनी हुई है जो इस जिनालय शुद्धिकरण में समाजजनों के साथ इस कार्य को करते हैं नवरत्न परिवार एवं मालवा महासंघ के पदाधिकारी जिनालय शुद्धिकरण की किट जिसमें विशेष प्रकार की औषधियां पात्र साफ सफाई के साधन कुछ मंदिर उपयोगी सामग्रियां आदि से एक किट तैयार की जाती है जो निशुल्क सभी श्री संघों में पहुंचाई जाती हैं जिसमें मालवा महासंघ एवं नवरत्न परिवार हर शाखों में पहुंचकर समाज जनों को यह किट वितरित करते हैं।