
87 लाख के नाले और विक्रम क्लब के पीछे बनी सड़क को भी चढ़ा दिया भ्रष्ट्राचार की भेंट में…?

आलोट कृषि उपज मंडी से विक्रम क्लब तक बने वाले 87 लाख के नाला निर्माण में बड़े स्तर पर अनियमिताए की खबरें होने के साथ कई बार विवाद भी हो चुका है।किन्तु कोई कार्रवाई या जांच अभी तक नही हुई। कृषि उपज मंडी से विक्रम क्लब तक बने वाले नाले निर्माण में रसूखदार राजेश कोठरी ने शासकीय जमीन पर कब्जा कर बनाया टैंक तथा नाले निर्माण में रसूखदार राजेश कोठारी के बने टैंक को बचा कर नाले को मोड़कर बनाने की शिकायत पर नगर परिषद उपयंत्री मोहम्मद शकील ने कोई कार्रवाई अब तक नही कि आखिर क्यो इंजिनियर मोहम्मद शकील की क्या मजबूरी रही क्या रसूखदार का रसूख नगर परिषद से बड़ा है या शासकीय जमीन पर टैंक बनाने वाले से उपयंत्री मोहम्मद शकील के मजबूत रिस्ते है…..?? जबकि नाले निर्माण से लेकर सड़क निर्माण में उपयंत्री मोहम्मद शकील की देखरेख बनी रही तो फिर सड़क मार्ग पर परते क्यों उखड रही है दोनो ही सड़क पर साईटे नही भरने से एक्सीडेंट होने का भय बना रहता है।
वही नाले के निर्माण में घोर अनियमिताए बरती जा रही है।
सरिया के उपयोग में पाई गई जो नियमो के हिसाब से नाला निर्माण में यह था 12 एम एम सरिया का उपयोग होना था परन्तु यहा 10 एम एम का सरिया का उपयोग किया गया वही 8 एम एम की जगह 6 एम एम सरिया लगाया है। सीमेंट से लेकर तगारी रेत गट्टी का खेल इंजीनियर मोहम्मद शकील आँख के नीचे अंधेरा या मिलीभगत से चल रहा है यह पुरा खेल ठेकेदार श्याम माहेश्वर के नाले निर्माण तथा विक्रम क्लब रोड पर दिन भर देखें जाते है फिर घटिया निर्माण क्यो चल रहा है।
कायाकल्प में बनाई घटिया सड़क –
नगर के मुख्य मार्गो की सड़के खस्ताहाल में संजय चौक राजेन्द्र चौक से लेकर अंजुमन कॉलोनी से कुम्हार नाके की सड़को बड़े बड़े गड्डो में तब्दील हो गई है। वही नगर परिषद कार्यालय में भी मोहर्रम डाल रखा है। कायाकल्प के तहत नगर की मुख्य सड़को की अनदेखी कर बनाई गई सड़क में अभी से गड्डे होना सोचने पर मजबूर होना पड़ रहा है बस स्टैंड से लगे अंजुमन कॉलोनी सिविल हॉस्पिटल जाने वाले मार्ग में जगह-जगह गड्डो से राहिगीरों सहित मरीजों को लाने ले जाने में काफी दिक्कत आ रही है। इस मार्ग रोजाना सैकड़ो वाहन इस जर्जर सड़क मार्ग से गुजरते है सुबह सब्जी निलाम तथा साप्ताहिक हाट बाजार भी इसी मार्ग लगता है।
कायाकल्प तथा विक्रम क्लब में बनी सड़क देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इन सड़क में घटिया तथा गुणवत्ता विहीन साम्रगी का उपयोग नगर परिषद के जवाबदार अधिकारियो की देखरेख में हुआ जिसकी उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए।