नीमचमंदसौर जिला

समाचार मध्यप्रदेश नीमच 05 अगस्त 2025 मंगलवार

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आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की पद स्थापना के 50 वे वर्ष स्वर्ण जयंती पर सम्मान समारोह सम्पन्न

समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया शामिल हुई

नीमच 4 अगस्‍त 2025, मप्र बुलन्द आवाज नारी शक्ति आगनबाडी कार्यकर्ता सहायिका संगठन की ओर से आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह में केन्द्रीय राज्यमंत्री महिला एवं बाल विकास श्रीमती सावित्री ठाकुर एवं म.प्र.शासन की महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया के मुख्य आतिथ्य में रविवार को धार में सम्पन्न हुआ। 50वें वर्ष स्वर्ण जयंती पर सम्मान समारोह में प्रदेश के 50 से अधिक जिलों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका शामिल हुई।

इस सम्मान समारोह के तहत मध्यप्रदेश में कार्यरत 12,670 मिनी केंद्रों को आंगनवाड़ी केंद्रों में उन्नयन किये जाने पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार का आभार व्यक्त किया। स्वर्ण जयंती समारोह मे प्रान्तीय अध्यक्ष रामेश्वरी मेश्राम, महासचिव अन्जू सिंह बघेल, मिथलेश श्रीवास्तव, प्रभारी प्रदेश प्रभारी,सोनू राजपुरोहित, विश्‍वास पांडे श्री संजय शर्मा मंचासीन थे।

केंद्रीय राज्यमंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी मेहनत पर कोई शक नहीं कर सकते। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी देश की प्रत्येक महिला की चिंता करते हैं चाहे रसोई गैस चूल्‍हा योजना हो या शौचालय बनाने की बात हो ऐसी अनेक योजनाओं को धरातल पर उतारते हैं साथ ही देश के प्रत्येक गांव में प्रधानमंत्री आवास बनाएं।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जी की सरकार गरीब और वंचित की चिंता कर रही हैं आज देश की महिलाएं समूहों के माध्यम से समृद्ध हो रही हैं। निर्भया फंड से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने कहा, कि चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है यह विभाग आपका विभाग है आप सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका इस विभाग की रीढ़ है, मुझे पूरा विश्वास है कि सरकार की योजनाओं को आप सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नीचे तक पहुंचाएंगी। डॉ.मोहन यादव के नेतृत्व में रिक्त पदों को भरने का प्रयास भी कर रहे हैं। प्रदेश की कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान हुआ है। इस तरह के कार्यक्रम म प्र मे सभी संभाग में आयोजित करने की पहल भी संगठन करेगा ।

इस मौके पर धार जिले की विभिन्न परियोजनाओं की अध्यक्ष रेवा ठाकुर, मेहर वास्केल, रन्गू कन्नौज, सुनीता भाभर, मालती, मानकुंवर, संगीता यादव, संगीता तीरला, पुष्पा कुक्षी, कमला पाटीदार, राजश्री जोशी, सपना गाढ़े आदि प्रमुख रहे हैं। संचालन सुश्री गायत्री परिहार ने किया व आभार श्रीमती कमलेश सेन ने माना।

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पंख अभियान नीमच के तहत रोहित को मिला संत रविदास स्‍वरोजगार योजना का लाभ

किराना दुकान के लिए मिला 1.80 लाख का ऋण

नीमच 4 अगस्‍त 2025, नीमच जिले में बाछड़ा समुदाय के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कलेक्‍टर श्री हिमांशु चंद्रा के मार्गदर्शन में संचालित पंख अभियान नीमच के तहत जिला प्रशासन द्वारा युवाओं को विभिन्‍न स्‍वरोजगार योजनाओं का लाभ दिलाया जाकर उन्‍हे आत्‍मनिर्भर बनाने की पहल की जा रही है ।

पंख अभियान के तहत जिले की नीमच विकासखण्‍ड के ग्राम चल्‍दू निवासी युवक रोहित चौहान को आंत्‍योदय विभाग द्वारा संत रविदास स्‍वरोजगार योजना के तहत 1.80 लाख रूपये का ऋण प्रदान किया गया है। यह ऋण राशि बैंक आफ बड़ोदा शाखा नीमच द्वारा प्रदान की गई है। संत रविदास स्‍वरोजगार योजना के तहत मिली ऋण राशि से रोहित चौहान को ग्राम चल्‍दू में किराना दुकान स्‍थापित कर वह प्रतिमाह 10 से 12 हजार रूपये की आमदनी प्राप्‍त कर रहा है। अब रोहित चौहान आत्‍मनिर्भर बन गया है। उसे अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए संत रविदास स्‍वरोजगार योजना से काफी मदद मिली है। इसके लिए वह प्रदेश सरकार को धन्‍यवाद दे रहा हैं।

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जिला पंचायत साधारण सभा की बैठक 20 अगस्‍त को

नीमच 4 अगस्‍त 2025, जिला पंचायत नीमच की साधारण सभा की बैठक का आयोजन 20 अगस्‍त 2025 को प्रात: 12.30 जिला पंचायत सभागृह में जिला पंचायत अध्‍यक्ष श्री सज्‍जनसिह चौहान की अध्‍यक्षता में किया जा रहा है।

बैठक में स्‍वास्‍थ्‍य, विद्युत, कृषि, उद्यानिकी, लोक स्‍वास्‍थ्‍य यांत्रिकी, जल निगम, लोक निर्माण, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना आदि विभागों की समीक्षा की जावेगी। जिला पंचायत सीईओ श्री अमन वैष्‍णव ने जिला पंचायत के सभी सदस्‍यों से इस बैठक में उपस्थि‍त होने का आगृह किया है, साथ ही सभी जिला अधिकारियों को बैठक में विभागीय जानकारी के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए है।

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मन के पवित्र भाव बिना मोक्ष नहीं मिलता है-ध्यान कीर्ति विजय जी महाराज,
वासुपुज्य जैन आराधना भवन इन्दिरा नगर में चातुर्मास धर्म श्रृंखला प्रवाहित,
नीमच 6अगस्त। (केबीसी न्यूज़)। संत  संयम नियम का पालन करते हैं। हम भी यदि  प्रेरणा लेकर संयम नियम का पालन करें तो हमारी आत्मा का भी कल्याण हो सकता है। संयम नियम का पालन पवित्र भाव के मन के साथ करें तो संपूर्ण फल मिलता है।देवगुरु धर्म के मार्ग पर चले बिना मोक्ष नहीं मिलता है।
यह बात ध्यान कीर्ति जी महाराज साहब ने कहीं। वे श्री जैन श्वेताम्बर वासुपुज्य जैन मंदिर इन्दिरा नगर जिनालय ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित चातुर्मास की धर्म सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाई का नियम होता है ठीक उसी प्रकार परमात्मा की भक्ति का भी नियम होता है। जिस प्रकार आहार की सामग्री सभी फ्रिज में नहीं रख सकते इस प्रकार सभी तपस्या अलग-अलग नियम और संयम के पालन के साथ करें तभी उसका सही फल मिलता है साधु संत से कोई प्रश्न पूछने से पहले अपने पूरे विवेक का उपयोग करना चाहिए। जहां उदार मन हो वहां मांगने की आवश्यकता नहीं होती है अपने आप ही सामने वाला दे देता है। साधु संत को निर्दोष आहार सामग्री का ही दान देना चाहिए नहीं तो पाप पुण्य में बदल सकता है। मनुष्य के जीवन में भक्ति के प्रति भाव सच्चा हो तो कर्म सत्ता भी पीछे हट जाती है।  देवगुरु धर्म के नियम बिना मोक्ष का ज्ञान नहीं मिलता है। यदि हम सच्चे मन से संत के आगमन की भावना भी सोचते हैं तो हमारा देवलोक बढ़ता है और हमें केवल ज्ञान भी हो सकता है। कभी-कभी बिना भक्ति के भी हमें पुर्ण फल का आशीर्वाद मिल जाता है।
ध्यान कीर्ति महाराज साहब की प्रेरणा से श्री संघ में समाज जनों द्वारा विभिन्न प्रकार की तपस्याएं  निरंतर की जा रही है तपस्या के ठाठ लग रहे हैं।श्री संघ अध्यक्ष चन्द्र राज कोठी फोड़ा, सचिव चंचल श्रीमाल, राजेश ओसवाल , कुसुम नपावलिया, भारती पितलिया, ऊषा दक ,मंजू राजेंद्र मेहता,
आदि बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे।

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वर्तमान में जीवन जीता है वही जीवन का सच्चा सुख प्राप्त कर सकता है -आचार्य प्रशमेशप्रभ सुरीश्वर जी,
आचार्य भगवंत के  प्रवचन  प्रवाहित
नीमच 4अगस्त। (केबीसी न्यूज़) । जो लोग भूतकाल का चिंतन मनन करते हैं वह दुःख को  प्राप्त करते हैं। और जो भविष्य की चिंता के बारे में सोचते हैं या चिंता करते हैं वे भी अधिक दुःखी रहते हैं लेकिन जो वर्तमान में जीवन जीना जीता है वही सच्चा सुख प्राप्त करता है।यह बात आचार्य प्रशमेश प्रभ सुरीश्वर जी महाराज ने कही। वे श्री जैन श्वेतांबर भीड भंजन मंदिर मंडल ट्रस्ट पुस्तक बाजार   नीमच  के तत्वाधान में जैन भवन मेंआयोजित चातुर्मास अमृत प्रवचन श्रृंखला की धर्म सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि साधु संत को यदि आज जो पवित्र आहार मिल गया है जो मिला है तो वे उसी में संतुष्ट रहते हैं। नहीं मिलता है तो वे उपवास कर लेते हैं। लेकिन दूसरे दिन की वह चिंता नहीं करते हैं। इसलिए वे सदैव सुखी रहते हैं। हमारे पास जितना है उसका सुख तो हम नहीं लेते हैं लेकिन जो नहीं है उसे प्राप्त करने के लिए दुःखी होते रहते हैं इसीलिए हम दुःखी रहते हैं। हमें जो मिलता है वह हमारे पुण्य कर्म और भाग्य से ही मिलता है इसलिए हमारे पास जो कुछ है हम उसी में प्रसन्न रहे तो हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है। यदि हम अपेक्षा नहीं करें तो हम सुखी जीवन जी सकते हैं। हम दूसरों की ओर दृष्टि करके दूसरे की वस्तु को प्राप्त करने का बारे में सोचते हैं इसीलिए हम दुःखी रहते हैं।
धर्म सभा का संचालन मनीष कोठारी ने किया। तथा सामूहिक गुरु वंदना विजय छाजेड़  द्वारा करवाई गई।
धर्म सभा में आचार्य भगवंत श्री विजय प्रशमेश प्रभ  सूरीश्वरजी मसा एवं मुनिराज श्री नीति प्रभ विजयजी मसा आदि ठाणा 2 एवं साध्वी जी श्री श्रुतवर्धना श्रीजी मसा एवं साध्वी जी श्री विरति‌ प्रिया श्रीजी मसा आदि ठाणा 9 का  का चातुर्मास में सानिध्य प्राप्त हो रहा है ।आचार्य श्री के प्रवचन  जैन भवन में सुबह 9 बजे  होंगे , । इस अवसर पर  वरिष्ठ श्री संघ पदाधिकारियों  सहित बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे। ।श्री भीड़ भंजन श्रीसंघ में चातुर्मास के लिए पधारे आचार्य भगवंत  नुतन आराधना भवन पर विराजित पूज्य आचार्य भगवंत एवं साध्वी जी मसा के प्रवचन में समय पर पधारकर दर्शन वंदन का धर्म पुण्य लाभ लेवें ,
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अहंकार के त्याग बिना ज्ञान और विवेक प्राप्त नहीं होता है -अक्षय दर्शना श्री जी महाराज साहब,
साध्वी सोम्य दर्शना जी आदि ठाना 4 की महावीर जिनालय विकास नगर में चातुर्मास धर्म श्रृंखला प्रवाहित,
नीमच 4अगस्त ।(केबीसी न्यूज़) । ज्ञानी कभी अहंकारी नहीं होता है। विद्वान अहंकारी हो सकता है ।बुद्धि वैभव से विद्वान होता है ।बुद्धि के साथ हृदय भी शुद्ध हो वह ज्ञानी होता है ।जिसके विशेष चक्र खुल जाते हैं वह अहंकारी कभी नहीं हो सकता है ।तपस्या पर अहंकार कभी नहीं करना चाहिए ।अहंकार हो तो तप निरर्थक चला जाएगा।अहंकार के त्याग बिना ज्ञान और विवेक प्राप्त नहीं होता है।यह बात  साध्वी अक्षय दर्शना श्री जी महाराज साहब ने कहीं। वे श्री जैन श्वेतांबर महावीर जिनालय ट्रस्ट एवं चातुर्मास समिति विकास नगर के तत्वाधान में साध्वी सौम्या दर्शना श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा 4के चातुर्मास में आयोजित धर्म सभा में बोल रही थे। उन्होंने कहा कि बाहुबली भी कभी उत्कृष्ट साधना के बाद भी केवल ज्ञान को प्राप्त नहीं कर सकता है। मन में कभी भी अहंकार नहीं आना चाहिए छोटा या बड़ा संसार में कोई झुकना नहीं चाहता है साधु संतों में बाद में दीक्षा लेने वाला चाहे उम्र में बड़ा भी हो तो छोटे गुरु को बड़ा मानकर वंदन कर सम्मान देता है। दीक्षा पहले लेने वाला बड़ा होता है दीक्षा बाद में लेने वाला छोटा कहलाता है यदि हमारे जीवन के बीच में अहंकार आ जाएगा तो साधना अधूरी रह जाती है।
साध्वी सोम्यदर्शना श्री जी महाराज साहब ने कहा कि अनादि काल से हर जीव सुख शांति की खोज में लगा है लेकिन सुख उसे मिल नहीं रहा है निरंतर अभ्यास से एक दिन जीवन में सफलता मिल सकती है लेकिन सच्चा सुख नहीं मिलता है। सुख की खोज में मानव निरंतर दौड़ लगा रहा है लेकिन सुख उसे मिल नहीं पा रहा है चिंतन का विषय है। मानव जीवन में मनुष्य संपत्ति, परिवार व वैभव में सुख ढूंढता है लेकिन यह गलत है। हम स्थिति नहीं बदल सकते तो हमारी दृष्टि को बदलना चाहिए तो हमारे जीवन में सुख शांति मिल सकती है। संसार में ऐसा कोई साधन नहीं है जो बुढ़ापे को जवानी में बदल दे इसलिए हमें समय रहते ही भक्ति तपस्या और साधना करना चाहिए नहीं तो हमारे जीवन का कल्याण कभी नहीं हो सकता है।चातुर्मास धर्म सभा में महावीर जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष राकेश जैन आंचलिया ,चातुर्मास समिति संयोजक राजमल छाजेड़, सचिव राजेंद्र बंबोरिया सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
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हम जैसा कर्म करेंगे वैसा ही फल हमें मिलेगा-रुद्र देवजी त्रिपाठी,
7 दिवसीय  शिव महापुराण एवं  पार्थिव शिवलिंग पूजन अभिषेक एवं  कार्यक्रम प्रवाहित,
नीमच 4अगस्त।( केबीसी न्यूज़ )। सारी सुख सुविधा होने के बाद भी आदमी संसार के मोह माया जाल में उलझा है। समाधान नहीं मिल रहा है सभी धर्म यह बता रहे है कि उसका समाधान सिर्फ परमात्मा की भक्ति है। मनुष्य जीवन मिला है। जैसा आपने बोया होगा वैसा ही पाओगे।यह सब विधि के हाथ है ।संत तो जगाने के लिए आए हैं। सत्संग हमें जगाता है। गलत दिशा में जाने वाला व्यक्ति मंजिल पर नहीं पहुंच सकता ।भारत भूमि पर जन्म मिला है जीवन हारने से पहले हम जाग जाए और भक्ति तपस्या की ओर अग्रसर हो तो हमारे जीवन का कल्याण हो सकता है। यह बात  गुरुदेव रुद्रदेव जी त्रिपाठी (जावद वाले) ने कहीं।वे श्री हरि सत्संग मंडल एवं भक्तगण के तत्वाधान में गोमाबाई रोड स्थित लायन्स डेन सभागार में 26 जुलाई से 6 अगस्त तक आयोजित 27 दिवसीय संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा  कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान ने जब भी अवतार लिया तो भारत की भूमि पर ही सात्विकता की धरती पर ही भगवान ने अवतार लिया है। सद्गुणों के समुच्चय को सात्विकता कहते हैं। सत्य, अहिंसा, प्रेम, करुणा, दया की भूमि भारतवर्ष है इसलिए भगवान यही आते हैं।
रावण ब्राह्मण जाति से  और बहुत विद्वान था विवेक की कमी थी ।अंहकार के कारण उसका विनाश हो गया था।  श्रीलंका में रावण से जब श्री राम ने युद्ध करना चाहा तो उसके पहले रामेश्वरम  स्थापना की पूजा के लिए रावण को  बुलाया गया था। अच्छे कर्म को सदैव भूल जाना चाहिए नेकी कर दरिया में डालना चाहिए। बुरे और खोटे कर्म को सदैव याद रखना चाहिए ताकि जीवन में दोबारा बुरा कर्म हमसे नहीं हो। पाप कर्म दिखाने से पाप कर्म कम होता है।
पुण्य को सदैव छिपाना चाहिए। पुण्य का दिखावा करने से उसका प्रभाव कम होता है।
शिव महापुराण कथा के मध्य गुरु देव रुद्र देव जी नेअहिल्या, गौतम ऋषि, ऋषि ,नारद मुनि ,गणेश तपस्या, तीर्थ यात्रा, त्रयंबकेश्वर महादेव ज्योतिर्लिंग, बाबा बैद्यनाथ,  राक्षस रावण, विभिन्न  धार्मिक विषयों का वर्तमान परिपेक्ष्य में महत्व प्रतिपादित किया।
शिव महापुराण पोथी पूजन आरती में शुभ प्रभात  योग मित्र मंडल के दिलीप चौधरी, शिव माहेश्वरी ,रमेश जायसवाल, जगदीश माहेश्वरी, गोविंद पोरवाल, गोपाल व्यास, विजय जोशी ,दिलीप दुबे,मंजु ओझा, मधु शर्मा ,मीना धनोतिया, बी एल धनोतिया ,राधा गहलोत, रेखा सोनी ,राधा त्रिवेदी वआदि बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे। आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।
कार्यक्रम की श्रृंखला में सुबह 8 से 8:30 बजे तक वेद पाठ, 9 से 10 बजे तक हवन ,दोपहर 1 से 3 बजे शिव पुराण कथा,  3 से5बजे शिवलिंग पूजन अभिषेक, सोमवार  पार्थिव  पूजन अभिषेक,सवालाख महामृत्युंजय मंत्र जाप, काल सर्प पूजन हवन शांति सहित विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए गए।
….
भोले शंकर की झांकी बनी आस्था का केंद्र…,
शिव पुराण के मध्य जब भगवान शंकर भक्ति विषय बताया गया तब भक्ति पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा जय शंकर जय शंकर की जय घोष लगाई। इस अवसर पर 8 वर्ष के नन्हे बालक उमंग पुत्र गोपाल व्यास ने शंकर भगवान की झांकी में अभिनय प्रस्तुत किया।जो सभी की श्रद्धा का केंद्र रहा।

छप्पन भोग लगाया …,
शंकर भगवान को छप्पन भोग‌का प्रसाद चढ़ाया ।शिव पुराण कथा के मध्य में छप्पन भोग की झांकी
समाजसेविका श्री मती ‌मंजु ओझा के सहयोग से
सजाई गई।

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26 को नीमच से चारभुजा गढ़बोर धणी के लिए प्रस्थान करेगी पैदल यात्रा,
नीमच 4अगस्त। (केबीसी न्यूज़)। श्री चारभुजा मित्र मंडल जिला नीमच के तत्वाधान में विगत 34 वर्षों की परंपरा  अनुसार इस वर्ष भी  विश्व शांति व क्षेत्र की सुख समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना को लेकर पैदल यात्रियों का समूह क्रमशः जावद कनेरा और सरवानिया महाराज से नया बाजार बारादरी चौराहा स्थित श्री बड़े बालाजी मंदिर पर पहुंचेगी जहां 26 अगस्त  मंगलवार को सुबह 8 बजे पूजा अर्चना आरती के बाद पैदल‌ नयागांव होते हुए निंबाहेड़ा की ओर प्रस्थान करेगी। प्रथम दिवस रात्रि विश्राम महर्षि गौतम धर्मशाला आदर्श कॉलोनी निंबाहेड़ा पर रहेगा। श्री चारभुजा मित्र मंडल जिला संयोजक राजेंद्र मंडोवरा ने बताया कि बुधवार 27 अगस्त को निंबाहेड़ा से आवरी माता जी की ओर पैदल यात्रा प्रस्थान करेगी जहां द्वितीय दिवस रात्रि विश्राम जैन धर्मशाला आवरी माता जी में ही रहेगा। पदयात्रा तीसरे दिवस गुरुवार 28 अगस्त को आवरी माता से सांवरिया जी मंडफिया सांवरिया सागर रिसोर्ट के लिए प्रस्थान करेगी। शनि देव जी मंदिर मंडल धर्मशाला में रात्रि विश्राम के बाद पदयात्रा शुक्रवार 29 अगस्त को सुबह श्री शनि देव जी से आकोला के लिए प्रस्थान करेगी। फतेह नगर स्वर्णकार धर्मशाला में रात्रि विश्राम के बाद शनिवार सुबह 30 अगस्त को फतेह नगर से नाथद्वारा के लिए प्रस्थान करेगी। नाथद्वारा में बिस्सा नीमा धर्मशाला में रात्रि विश्राम के बाद रविवार 31 अगस्त को श्री रामेश्वरम महादेव राजनगर के लिए प्रस्थान करेगी ।राजनगर में रात्रि विश्राम के बाद सोमवार सुबह 1 सितंबर को श्री रामेश्वर महादेव राजनगर से चारभुजा जी के लिए प्रस्थान करेगी ।चारभुजा जी में रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार 2 अगस्त को  चारभुजा जी से रोकडिया हनुमान जी के लिए प्रस्थान करेगी। सभी पद यात्री 194 किलोमीटर पैदल चलकर चारभुजा जी के मंदिर में पहुंचेंगे । यात्रा का पहला पड़ाव नीमच ,दूसरा निंबाहेड़ा ,तीसरा आवरी माता ,चौथा शनि देव जी अकोला पांचवा फतेह नगर छठा नाथद्वारा सातवां रामेश्वर धाम कांकरोली और आठवां पड़ाव चारभुजा जी रहेगा जहां पर भगवान चारभुजा झल झुलनी एकादशी पर पूजा अर्चना कर प्रसाद चढ़ाया जाएगा।यहां एकादशी उत्सव में सहभागी बनने के बाद सुबह 9:30 बजे प्रसादी वितरण के बाद 12:30 बजे वापसी के लिए 4 सितंबर गुरुवार को पुनः चारभुजा जी से अपने-अपने गंतव्य के लिए सभी यात्री वापस प्रस्थान करेंगे। कोविड के नियमों का पालन अनिवार्य है प्रत्येक पद यात्री प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में मात्र ₹12 में अपने बैंक से माध्यम से बीमा करवा ले । ताकिअपनी सुरक्षा हेतु दुर्घटना बीमा का लाभ मिल सके। सभी पैदल यात्री अपने-अपने परिचय पत्र जैसे वोटर आईडी ड्राइविंग लाइसेंस राशन कार्ड पैन कार्ड व प्रमाण पत्र की फोटो प्रतिलिपि वह दो फोटो आवेदन फार्म के साथ अपने पास रखें। और अपनी यात्रा सुरक्षित करें।
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नाग लोक के श्रृंगार में दर्शन दिए मनोकामना महादेव ने ,
सावन सोमवार की झांकी ,
नीमच4अगस्त। (केबीसी न्यूज़)। सावन पर्व पवित्र चतुर्थ सोमवार के पावन उपलक्ष्य में167साल पुराने नीमच सिटी मार्ग स्थित बैकुंठ  मुक्तिधाम बड़ी  पुलिया के पास मनोकामना महादेव मंदिर  भोलेनाथ पर (सर्प )व नाग लोक देवता से श्रृंगारित झोपड़ी में भोलेनाथ को विराजित किया । मीडिया प्रभारी अर्जुन सिंह जायसवाल ने बताया कि इस अवसर पर  महादेव के सर पर जट्टा से गंगा की अमृत जलधारा बह रहीं थीं  ।और सर्प व नाग देवता हिमाचल प्रदेश हिमालय स्थित  कैलाश पर्वत जैसे घूमते हुए दिखाएं गए ।आम जनता  श्रद्धालु भक्तों द्वारा सुबह 5बजे से  भोलेनाथ का अभिषेक दोपहर 12 बजे तक किया  उसके पश्चात  श्रद्धालुओं को झांकी के दर्शन करने का अवसर मिला । धर्म प्रेमी श्रद्धालु समय पर उपस्थित होकर झांकी का दर्शन लाभ ग्रहण कर मंगल मनोकामना का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर संरक्षक शिव माहेश्वरी, अध्यक्ष दिलीप छाजेड़ ,उपाध्यक्ष रमेश जायसवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे।आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया।
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