
ट्रेन में अब रहेगा डिजिटल पहरा, हर कोच में लगेंगे चार CCTV
नई दिल्ली- यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने सभी डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है , इससे ट्रेनों में चोरी डकैती पर नियंत्रण लग सकेगा और घटनाओं में कमी आएगी यात्रियों की निजता बनाए रखने के लिए दरवाजों के पास सामान्य आवागमन क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे , प्रत्येक डिब्बों में 4 कमरे एवं इंजन में 6 कैमरे लगाए जाएंगे_
उत्तर रेलवे के कुछ इंजनों एवं डिब्बों मैं इसका परीक्षण किया जा चुका है , रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव एवं रेल राज्य मंत्री नवनीत सिंह बिट्टू ने कार्य की प्रगति की समीक्षा की , रेल मंत्री ने सभी 74 हजार डिब्बों एवं 15 हजार इंजनों में कैमरे लगाने की अनुमति दे दी है।
भारतीय रेलवे अब यात्रियों की सुरक्षा को लेकर 360 डिग्री निगरानी सिस्टम अपनाने जा रही है। यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश्य से रेलवे ने सभी यात्री कोचों और इंजनों में CCTV कैमरे लगाने का फैसला किया है। यह निर्णय कुछ रूट्स पर कैमरों की सफल टेस्टिंग के बाद लिया गया है। रेलवे ने देश के सभी 74,000 कोच और 15,000 लोकोमोटिव्स (इलेक्ट्रिक इंजन) में हाईटेक CCTV लगाने का फैसला किया है। रेलवे का यह फैसला पैसेंजर्स की सुरक्षा को और मजबूत करेगा। साथ ही, बदमाशों पर भी कड़ी नजर रखेगा।
पैसेंजर्स को होगा काफी फायदा-:
रेलवे ने बताया कि नॉर्दर्न रेलवे में CCTV कैमरों का ट्रायल किया गया था। रेलवे स्टाफ और यात्रियों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला और इसे देखते हुए इस प्रोजेक्ट को देशभर में लागू करने का फैसला किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से हरी झंडी मिलने के बाद रेल मंत्रालय ने रविवार को इस प्रोजेक्ट की घोषणा की। रेल मंत्री ने लोकोमोटिव्स और कोचों में कैमरे लगाने की प्रगति की समीक्षा की। इस बैठक में रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे के इस कदम से पैसेंजर्स को काफी फायदा होगा।
हर कोच में चार कैमरे-:
ट्रेन के हर कोच में चार डोम-टाइप कैमरे लगेंगे। इनमें से दो कोच के मेन गेट पर लगेंगे। इससे कोच के अंदर और बाहर की हरकतों पर नजर रखी जा सकेगी। वहीं, हर लोकोमोटिव में छह कैमरे होंगे। इनमें एक सामने, एक पीछे, और दोनों तरफ के कोच के लिए एक-एक कैमरा होगा। साथ ही, डोम कैमरा और डेस्क-माउंटेड माइक्रोफोन भी लगाए जाएंगे, ताकि साफ आवाज और तस्वीरें मिलें।
गलत काम करने वालों पर कसेगा शिकंजा-:
ये कैमरे हाई स्पीड और लो लाइट में भी काम करेंगे। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स इनका मानकीकरण, टेस्टिंग और क्वालिटी सर्टिफिकेशन करेगी। इसका मतलब है कि कैमरे हाई क्वालिटी का फुटेज देंगे, भले ही ट्रेन 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ही क्यों ना दौड़ रही हो। इससे गलत काम करने वालों पर शिकंजा कसा जा सकेगा।
हर हरकत पर रहेगी पैनी नजर-:
रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव ने अधिकारियों से कहा कि वे CCTV से मिले डेटा का इस्तेमाल AI के साथ करें। इसके लिए रेलवे इंडिया AI मिशन के साथ मिलकर काम करेगा। इससे डेटा का एनालिसिस आसान होगा और सुरक्षा और बेहतर होगी। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा बढ़ेगी। छेड़छाड़, लूटपाट और असामाजिक तत्वों की हरकतों पर पैनी नजर रखी जा सकेगी। साथ ही, रेलवे प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने वालों पर भी सख्त कार्रवाई हो सकेगी।
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