पशुओं में अंत: परजीवियों का नियंत्रण जरूरी डॉ. विवेक प्रताप सिंह

पशुओं में अंत: परजीवियों का नियंत्रण जरूरी डॉ. विवेक प्रताप सिंह
गोरखपुर पीपीगंज महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र के पशुपालन विशेषज्ञ डॉ. विवेक प्रताप सिंह ने पशुपालकों को सलाह दी है कि पशुओं की उत्पादन क्षमता और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए अंत: परजीवियों का नियंत्रण अत्यंत आवश्यक है। खासकर बरसात के मौसम में कृमि जैसे अंत: परजीवियों का प्रकोप बढ़ जाता है, जो पशुओं के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। डॉ. सिंह ने बताया कि नियमित रूप से अंत: परजीवी नाशक दवाओं का उपयोग पशुओं की देखभाल का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
डॉ विवेक सिंह ने बताया कब करें अंत: परजीवी नाशक का उपयोग पशुओं में नियमित अंतराल पर: गर्मी और बरसात के मौसम में पशुओं को नियमित रूप से अंत: परजीवी नाशक देना चाहिए।नवजात पशुओं के लिए: नवजात पशुओं को 2-3 सप्ताह की उम्र में पहली खुराक दी जानी चाहिए।गर्भवती पशुओं के लिए: गर्भवती पशुओं को दवा देने से पहले पशु चिकित्सक की सलाह अनिवार्य है।पशु के वजन और उम्र के आधार पर सही खुराक दें।नियमितता: हर 3-6 महीने में दवा का उपयोग करें।स्वच्छता: पशुओं के रहने की जगह और उपकरणों की नियमित सफाई करें।अंत: परजीवी नाशक की अधिक मात्रा से पशु के स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है।
अन्य दवाओं के साथ इसका उपयोग करने से पहले पशु चिकित्सक की सलाह लें।गर्भवती और नवजात पशुओं के लिए विशेष सावधानी बरतें और चिकित्सक से परामर्श करें।डॉ. सिंह ने पशुपालकों से अपील की कि इन दिशानिर्देशों का पालन कर वे अपने पशुओं को अंत: परजीवियों से सुरक्षित रख सकते हैं और उनकी सेहत और उत्पादकता में सुधार कर सकते हैं।