शहडोलभ्रष्टाचारमध्यप्रदेश

1 घंटे में अधिकारी 6 किलो दूध और 5 किलो चीनी की चाय, एक घंटे में 13 किलो ड्राई फ्रूट खा गए

1 घंटे में अधिकारी 6 किलो दूध और 5 किलो चीनी की चाय, एक घंटे में 13 किलो ड्राई फ्रूट खा गए

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में जल संरक्षण चौपाल के दौरान अधिकारियों द्वारा 6 किलो दूध, 5 किलो चीनी और 13 किलो ड्राई फ्रूट्स खाने का मामला सामने आया है, सोशल मीडिया पर बिल वायरल होने के बाद हंगामा मच गया है और जिला पंचायत प्रभारी सीईओ ने जांच के आदेश दिए हैं.इस कार्यक्रम में कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम, जनपद सीईओ सहित अन्य उच्च अधिकारी और नेता शामिल थे. बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने 6 लीटर दूध में 5 किलो चीनी डालकर चाय बनाई और 13 किलो ड्राई फ्रूट्स खा गए. इस \”शाही दावत\” का बिल 19,010 रुपये आया। सोशल मीडिया पर बिल वायरल होने के बाद जिला पंचायत प्रभारी सीईओ मुद्रिका सिंह ने कहा कि चाय-नाश्ते की व्यवस्था तो थी, लेकिन इतने महंगे ड्राई फ्रूट्स का बिल उनके संज्ञान में नहीं था, और उन्होंने जांच कराने की बात कही है. ।

शहडोल जिले के गोहपारू जनपद की भदवाही ग्राम पंचायत में जल चौपाल का आयोजन हुआ था। इसका मकसद था गांव-गांव जाकर लोगों को जल संरक्षण के बारे में बताना। लेकिन इस चौपाल में जो खर्च दिखाया गया, वह किसी शादी के दावत से कम नहीं था। पंचायत के रजिस्टर में दर्ज खरीदारी की लिस्ट देखकर हर कोई हैरान है।जल चौपाल में मेहमानों के लिए खूब आवभगत की गई। खाने-पीने में कोई कमी नहीं रखी गई। 5 किलो काजू, 5 किलो बादाम, 3 किलो किशमिश, 30 किलो नमकीन, 20 बिस्कुट के पैकेट, 6 किलो दूध और 5 किलो शक्कर का इस्तेमाल किया गया। इतना ही नहीं, अफसरों को 2 किलो घी भी पिलाया गया।

सरकारी दस्तावेजों के अनुसार, 13 किलो ड्रायफ्रूट्स के लिए 19,010 रुपये का भुगतान किया गया, जिसमें अन्य सामग्री जैसे 30 किलो नमकीन और 20 पैकेट बिस्कुट का भी खर्च शामिल है। इस मामले में सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि काजू की कीमत में भारी अंतर देखा गया है। एक किलो काजू 1000 रुपये में खरीदा गया, जबकि उसी दिन एक अन्य विक्रेता से काजू 600 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध था। मुद्रिका सिंह, प्रभारी जिला पंचायत सीईओ ने कहा कार्यक्रम में मैं खुद मौजूद था, लेकिन मुझे जानकारी नहीं है पता करता हूं।

मेहमाननवाजी पर कुल 19,010 रुपये खर्च हुए। इसके अलावा, 5,260 रुपये का एक और बिल निकाला गया, जिसमें घी को विशेष रूप से शामिल किया गया था। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने इस मामले को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कोई भी ऐसा विभाग नहीं है, जहां 50% से कम कमीशन लिया जाता हो। उन्होंने शहडोल जिले में पहले हुए एक और मामले का जिक्र किया, जिसमें 24 लीटर पेंट से 443 लोगों ने पुताई की थी।

पटवारी ने ड्राई फ्रूट्स खाने वाले अधिकारियों पर तंज कसते हुए कहा, “कुछ दिन पहले शहडोल जिले में ही 24 लीटर पेंट से 443 लोगों ने पुताई की थी। अब 14 लोग जिस तरीके से ड्राई फ्रूट खा गए, लगता है कि पेट तो इनका इंसानों जैसा था, लेकिन खा भैसों जैसा गए और पचा भी गए।” कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। वहीं, बीजेपी की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।

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