कृषि विज्ञान केंद्र मे गन्ने की फसल पर ड्रोन से उर्वरक छिड़काव का हुआ प्रदर्शन

कृषि विज्ञान केंद्र मे गन्ने की फसल पर ड्रोन से उर्वरक छिड़काव का हुआ प्रदर्शन
गोरखपुर महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र, गोरखपुर के कृषि फार्म पर आज केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आर.के. सिंह की अध्यक्षता में गन्ने की फसल पर ड्रोन द्वारा एनपीके 19:19:19 और सागरिका ग्रोथ प्रमोटर का छिड़काव कर किसानों के लिए प्रदर्शन आयोजित किया गया।डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि एनपीके 19:19:19 एक पानी में घुलनशील संतुलित उर्वरक है, जिसमें 19% नाइट्रोजन, 19% फास्फोरस और 19% पोटेशियम होता है। यह फसलों, विशेषकर पौधों की प्रारंभिक वृद्धि और वानस्पतिक विकास के लिए अत्यंत उपयोगी है। केंद्र के शस्य विशेषज्ञ डॉ. अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि एनपीके 19:19:19 का उपयोग ड्रिप सिंचाई में 1.5-2 ग्राम प्रति लीटर पानी और पत्तेदार छिड़काव में 0.5-1.0% घोल (5-10 ग्राम प्रति लीटर पानी) की दर से 10-15 दिनों के अंतराल पर 2-3 बार करना चाहिए। इसे बुवाई के 30-40 दिन बाद प्रयोग करना उचित है।केंद्र के उद्यान विशेषज्ञ डॉ. अजीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सागरिका एक जैविक उत्तेजक है, जिसमें प्राकृतिक पौधे विकास नियामक (ऑक्सिन, साइटोकिनिन, जिबरेलिन), अमीनो एसिड, मैक्रो और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं। यह फसल की उपज और गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक है।इस अवसर पर इफको के एरिया मैनेजर विनोद सिंह, फील्ड मैनेजर विनोद मौर्य सहित एक दर्जन किसान उपस्थित रहे। यह प्रदर्शन किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से अवगत कराने और उत्पादन बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।