मप्र जन अभियान परिषद के प्रत्येक कार्यकर्ता पौधारोपण कर उनका करेंगे संरक्षण

01 जुलाई को कैलाशपुर में श्रमदान कर लगाया एक पेड़ मां के नाम
कयामपुर। पोधारोपण के साथ ही बड़े वृक्षों को काटने पर रोकथाम की सामाजिक चेतना जब तक आमजन मे नही आएगी, तब तक मुख्यमंत्रीजी का एक पेड़ मां के नाम अभियान सफल नही होगा। इस अभियान को सफल बनाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी भी है। मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के प्रत्येक कार्यकर्ता को 15 पौधे लगाने के साथ ही उन्हें बड़ा करने का संकल्प लेना है। 01 जुलाई से 15 अगस्त के मध्य पौधारोपण कार्यक्रम संपन्न करना है। यह बात मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद की जिला समन्यवयक तृप्ती वैरागी ने जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन अवसर पर भङकेश्वर महादेव मंदिर पर सीतामऊ की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद की नवांकुर संस्थाएं, ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों के साथ ही मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने 30 मार्च से 30 जून तक अलग-अलग स्थानो पर जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जल स्रोतों की साफ सफाई कर जल संरक्षण के लिए जल दुत ने अहम भूमिका निभाई है।
जिला समन्वयक तृप्ती वैरागी ने कहा कि पोधारोपण कर एक पेड़ मां के नाम अभियान को सफल करने के लिए प्रत्येक सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरण मित्र को लगना होगा। साथ ही जनअभियान परिषद के कार्यकर्ता पौधारोपण कर एमपीजेएपी पोर्टल पर गतिविधी अपलोड करेंगे । इस अवसर पर विकासखंड समन्वयक नारायणसिंह निनामा ने कहा कि विकासखंड की सभी नवांकुर संस्थाएं एवं परामर्शदाता ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के सदस्य पर्यावरण को लेकर सजग रहे,ओर अधिक से अधिक पोधारोपण करें।
कार्यक्रम मे नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधी पंकज काला, संगीता काला, हरिओम गंधर्व, दिलीप भटनागर, रजनीश शर्मा, परामर्शदाता हेमंत गौङ, चरण सिंहचौहान के साथ ही धानङाखेङा पंचायत के सरपंच, सहायक सचिव ऊकारलाल, ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के कैलाश गुर्जर, कचनारा के भगतराम राठौर के साथ ही मुख्यमंत्री समुदायिकता नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के विद्यार्थी मुकेश चौहान, सत्यनारायण दास एवं समस्त सामाजिक कार्यकर्ता विशेष रूप से उपस्थित थे। बैठक के पूर्व सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भड़केश्वर महादेव पर चंबल नदी किनारे श्रमदान कर जल स्त्रोतो की साफ सफाई की । सभी के द्वारा एक पेड़ मां के नाम लगाया गया और उसका संरक्षण करने की शपथ ली गई। जल गंगा संवर्धन अभियान मे जल दुत को प्रमाण पत्र भी विपरीत किये गये।संचालन पंकज काला ने किया। अंत मे आभार दिलीप भटनागर ने माना।