समाजसेवकों ने संभाली कमान, बदल दिया मंदिर का स्वरूप, मयूर वाहिनी विराजमान हुई मयूर रथ पर

मुख्य द्वार से लेकर, उद्यान, शेड का निर्माण लगातार जारी, नए रूप में निखर रहा नगर की आराध्य देवी मोड़ी माताजी का मंदिर
विधायक निधि से प्राप्त हुई राशि के अलावा समिति के अथक प्रयास और दानदाताओं के सहयोग से जारी है भव्य मंदिर का निर्माण कार्य
सीतामऊ । लंबे समय से निर्माण की राह निहार रहा नगर की आराध्य देवी मोड़ी माताजी का मंदिर अब नए रूप में दिखाई दे रहा है। पुराने मुख्य द्वार को नया स्वरूप देकर मनमोहक बना दिया गया जो कि मयूर वाहिनी की आकृति को दर्शाता है, तो वहीं मंदिर के अंदर नवीन शेड निर्माण, रमणीक उद्यान, पेयजल व्यवस्था और अन्य निर्माण कार्य भी जारी हैं। दानदाताओं के सहयोग से मंदिर के अंदर बने भोलेनाथ के मंदिर को भी नया रूप देकर भव्य मंदिर बना दिया गया है। बीते वर्ष विधायक हरदीपसिंह डंग के प्रयासों से मंदिर जीर्णोद्धार के लिए राशि स्वीकृत हुई थी। समिति के सदस्य चाहते थे कि मंदिर जीर्णोद्धार की राशि समिति को मिल जाए ताकि समिति अन्य दानदाताओं से प्राप्त राशि को मिलाकर भव्य मंदिर निर्माण कर सके, जिसको लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और समिति के सदस्यों की बैठक भी हुई लेकिन कानूनी अड़चनों के चलते राशि समिति के सदस्यों को नहीं मिल सकी और विधायक निधि से प्राप्त राशि से जीर्णोद्धार प्रशासनिक स्तर पर ही हुआ। समिति के सदस्यों ने विधायक निधि से हुए निर्माण कार्यों के बाद मंदिर के निर्माण का जिम्मा मयूर वाहिनी सौंदर्यकरण और निर्माण समिति ने उठाया और पूरे मंदिर का स्वरूप ही बदल दिया। बीते कुछ वर्षों पूर्व जीर्ण-शीर्ण होकर निर्माण की राह निहार रहा मंदिर अब मनमोहक रूप लेता हुआ नज़र आ रहा है। समिति के सदस्य स्वयं भी निर्माण कार्य में सहयोग कर रहे हैं और दानदाताओं से प्राप्त राशि को भी मंदिर निर्माण में पूरी निगरानी के साथ लगा रहे हैं। आपको बता दें कि नगर में विराजित मोड़ी माताजी का मंदिर काफ़ी पुराना और चमत्कारी मंदिर है जहाँ नगर सहित क्षेत्र के हज़ारों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है, ऐसे में दानदाता भी मंदिर निर्माण में भरपूर सहयोग कर रहे हैं।