आत्मरक्षा प्रशिक्षण… सबक सिखाएगी बेटियां, पालसोड़ा स्कूल में आत्मरक्षा के गुण सीखेगी बेटियां
आत्मरक्षा प्रशिक्षण… सबक सिखाएगी बेटियां,
पालसोड़ा स्कूल में आत्मरक्षा के गुण सीखेगी बेटियां
*पालसोडा* -एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पालसोड़ा में छात्राओं को दुपट्टा, पेन, पेंसिल, जैसी साधारण चीजों को आत्मरक्षा के हथियार के रूप में इस्तेमाल करना न केवल अभिनव है बल्कि व्यावहारिक भी है और विपरीत स्थिति में किस प्रकार छात्राएं अपनी सुरक्षा कर सके ।इस पहल के तहत छात्राओं को 50 दिवसीय आत्मरक्षा गुण सिखाए जा रहे है जिसमें उन्हें बताया जा रहा है कि कैसे दुपट्टा, पेन, पेंसिल,और हेयर पिनजैसे दैनिक उपयोगी के समान को हथियार बनाकर बदमाशों का सामना किया जा सकता है यह अभियान राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत किया जा रहा है जिसमें एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं को शामिल किया गया है ।
*छात्राओं में आत्मविश्वास और सुरक्षा का भाव विकसित करना*-एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य शांतिलाल व्यास ने इस पहल की सराहना करते हुए कहां की हमारे स्कूल की सैकड़ो छात्राए इस प्रशिक्षण में जुड़ी है उसे उनका आत्मविश्वास बढ़ रहा है और वह विपरीत परिस्थितियों में खुद को सुरक्षित रखने के गुण सीख रही हैं यह पहल लड़कियों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बना रही हैं ।
*महिला प्रशिक्षको की भूमिका* – पालसोडा एकीकृत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मे सैकड़ो छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है महिला प्रशिक्षक नंदिनी सोनगरा इस पहल का नेतृत्व कर रही है छात्राओं को कराटे के साथ-साथ दैनिक उपयोग की चीजों को आत्मरक्षा के लिए कैसे इस्तेमाल करना है इसकी बारीकियां सीखा रही है ।छात्राओं को बता रही है कि आज के समय में लड़कियों को आत्मरक्षा का ज्ञान होना जरूरी है और हमारे पास जो पेन पेंसिल से लेकर छोटी बड़ी चीज हमेशा हमारे पास रहती है जो बड़े काम की रहती हैं और उन्हें विपरीत परिस्थितियों में कारगर हथियार बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है