महाकाल की नगरी उज्जैन में शक्ति संगम, साध्वी ऋतंभरा का आह्वान: भारत की नारी बने शस्त्र और शास्त्र का प्रतीक
शौर्य, समरसता और राष्ट्रभक्ति के रंग में रंगा उज्जैन का शक्ति संगम, लव जिहाद और गौहत्या के विरोध में हजारों महिलाओं ने दिखाया अदम्य साहस

*महाकाल की नगरी उज्जैन में शक्ति संगम, साध्वी ऋतंभरा का आह्वान: भारत की नारी बने शस्त्र और शास्त्र का प्रतीक*
*शौर्य, समरसता और राष्ट्रभक्ति के रंग में रंगा उज्जैन का शक्ति संगम, लव जिहाद और गौहत्या के विरोध में हजारों महिलाओं ने दिखाया अदम्य साहस*
*उज्जैन*- महाकाल की नगरी उज्जैन में आज विश्व हिंदू परिषद, मातृशक्ति और दुर्गा वाहिनी का ऐतिहासिक शक्ति संगम संपन्न हुआ। कार्यक्रम का समापन आगर रोड स्थित सामाजिक न्याय परिसर में विराट सभा के साथ हुआ। दुर्गा वाहिनी की प्रांत संयोजिका ज्योतिप्रिया दीदी ने बताया कि देवी अहिल्या और रानी दुर्गावती की जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में मध्य प्रदेश के 110 स्थानों से मान वंदना यात्राएं निकाली गईं, जिनका समापन महाकाल के आंगन में हुआ। यात्रा में प्रान्त के 28 जिले 190 प्रखंड, 5810 खंड और 350 गांव, 925 मोहल्ले से बहने शामिल हुईं।
*शौर्य यात्रा*-: हिंदू स्त्रीशक्ति का प्रदर्शन
त्रिवेणी संग्रहालय के सामने महाकालेश्वर अन्न क्षेत्र परिसर से शौर्य यात्रा शुरू हुई, जो गुदरी चौराहा, गोपाल मंदिर, कंठाल, निजातपुरा, और कोयला फाटक होते हुए कार्यक्रम स्थल तक पहुंची। यात्रा में शस्त्र वाहिनी, घोष वाहिनी, ध्वज वाहिनी, साफा वाहिनी, और दंड वाहिनी की बहनें पारंपरिक परिधानों में शामिल हुईं।
विराट सभा: 35,000 से अधिक महिलाओं की भागीदारी
कार्यक्रम का संचालन आरती दीदी जायसवाल ने किया। उन्होंने बताया, “जब योजना बनाई गई थी, तब 25,000 बहनों की उपस्थिति का अनुमान था, लेकिन आज 35,000 से अधिक बहनें यहां मौजूद हैं। यह संख्या हमारे हिंदू समाज की नारीशक्ति का प्रमाण है।”
ज्योतिप्रिया दीदी ने कहा, “यहां उपस्थित बहनों में डॉक्टर, वकील, उद्यमी, कृषक, मजदूर, गृहिणी, और वनवासी बहनें शामिल हैं। हम समरसता और राष्ट्रभक्ति का भाव लेकर यहां एकत्र हुए हैं। हमारा संगठन विधर्मियों की हर साजिश को कुचलने के लिए प्रतिबद्ध है।”
*साध्वी ऋतंभरा ने दिया प्रेरणादाय संदेशक*-
मुख्य वक्ता साध्वी ऋतंभरा ने कहा, “भारत की नारी में इतनी शक्ति है कि वह यमराज का मार्ग भी रोक सकती है। भारत की देवियों ने इतिहास में हमेशा धर्म और सम्मान की रक्षा के लिए प्राण दिए हैं।” उन्होंने भगवा पगड़ी को रानी लक्ष्मीबाई और रानी दुर्गावती की विरासत बताते हुए उसे सम्मानपूर्वक धारण करने का आह्वान किया।
*लव जिहाद और गौहत्या पर कड़ा संदेश*-प्रज्ञा दीदी माहले ने कहा, “आज देश में लव जिहाद और गौहत्या जैसी घटनाएं हो रही हैं। यह हमारी संस्कृति और सम्मान पर हमला है। हजारों बहनों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि हम किसी भी विधर्मी के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे।”
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में साध्वी ऋतंभरा दीदी के अलावा राधे राधे बाबा, राजयसभा सांसद उमेशनाथ जी, साध्वी हेमलता दीदी, दुर्गा वाहिनी की राष्ट्रीय संयोजिका माहले, राष्ट्रीय मातृशक्ति सह संयोजिका सरोज दीदी सोनी, प्रान्त अध्यक्ष मुकेश जैन, दुर्गा वाहिनी राष्ट्रीय सह संयोजिका पिंकी दीदी पंवार, क्षेत्र संगठन मंत्री जितेंद्र पंवार, क्षेत्रीय मातृशक्ति संयोजिका सुनीता दीदी, क्षेत्रीय दुर्गा वाहिनी संयोजिका प्रतिमा दीदी, प्रान्त उपाध्यक्षा माला दीदी ठाकुर, प्रान्त मंत्री विनोद शर्मा, प्रान्त संगठन मंत्री खगेन्द्र भार्गव, रवि कसेरा प्रान्त प्रचार प्रसार प्रमुख उपस्थित रहे। सभी आभार प्रान्त मंत्री विनोद शर्मा ने माना।
महिषासुर मर्दनी का पाठ और आभार प्रदर्शन
कार्यक्रम में 21 बहनों ने महिषासुर मर्दनी का पाठ किया। अंत में प्रांत मंत्री विनोद शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
*नीमच, मंदसौर*- जिले से हजारों की संख्या में दुर्गा वाहिनी की बहनों, मातृशक्ति ने उज्जैन में आयोजित मातृशक्ति महासंगम कार्यक्रम में भाग लिया।