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समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 26 दिसंबर 2025 शुक्रवार

जिला जनसंपर्क कार्यालय मंदसौर(म.प्र.)

समाचार

सांसद खेल महोत्सव से गांव-गांव में खेल भावना जागृत हुई : सांसद श्री गुप्ता

मध्यप्रदेश संदेश पुस्तक का हुआ विमोचन

मंदसौर 25 दिसंबर 2025/ सांसद खेल महोत्सव के अंतर्गत जिले के समस्त स्कूलों, संकुलों एवं विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित खेल गतिविधियों का समापन समारोह आज उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान मंच से जनप्रतिनिधियों द्वारा मध्यप्रदेश संदेश पुस्तक का विमोचन किया गया। सभी जनप्रतिनिधियों ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि इसके माध्यम से देश प्रदेश की उपलब्धियों एवं सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त होती है। समापन अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लाइव उद्बोधन का प्रसारण भी किया गया, जिसे उपस्थितजनों ने देखा एवं सुना। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा विजय पाटीदार, श्री राजेश दीक्षित, पूर्व विधायक श्री यशपाल सिंह सिसोदिया, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर सहित अन्य सभी जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव से गांव-गांव में खेल की भावना जागृत हुई है। वर्ष 2023 में आयोजित महोत्सव की तुलना में वर्ष 2025 में आयोजित गतिविधियों ने नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में विद्यार्थियों की व्यापक सहभागिता रही, बालिकाओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। जिले के कई खिलाड़ी देश-विदेश में खेलकर जिले एवं प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से सप्ताह में एक-दो दिन नियमित रूप से खेल गतिविधियों में भाग लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम के पश्चात खिलाड़ियों, खेल शिक्षकों, कोच एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सम्मानित किया गया। फोटो संलग्न

सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत 10 दिवसीय “सृजन कार्यक्रम” का शुभारंभ

मंदसौर 25 दिसम्बर 2025/महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने बताया कि मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत संचालित “सृजन कार्यक्रम” का शुभारंभ पुलिस कंट्रोल रूम, मंदसौर में किया गया। कार्यक्रम का आयोजन पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार मीणा के निर्देश एवं मार्गदर्शन में सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में किया गया ।

इस 10 दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य किशोर-किशोरियों में आत्मरक्षा, लैंगिक समानता, कानूनी जागरूकता, नेतृत्व क्षमता, बाल विवाह एवं हिंसा रोकथाम, नशा-मुक्ति, कानूनी अधिकारों, व्यक्तिगत सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा उन्हें सकारात्मक जीवन मूल्यों के प्रति सशक्त बनाना है।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री तेरसिंह बघेल एवं एसडीपीओपी श्रीमती कीर्ति बघेल की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कुल 74 प्रतिभागी (बालक-बालिकाएँ सहित) सम्मिलित हुए।

कार्यक्रम के अंतर्गत विशेष रूप से हाशिए पर रहने वाले बच्चे, अनाथ बच्चे, एकल अभिभावक के साथ रहने वाले बच्चे, घर पर दुर्व्यवहार से प्रभावित तथा शाला-त्यागी बच्चों को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रतिभागियों को आत्मरक्षा कौशल, व्यक्तिगत सुरक्षा, कानूनी अधिकारों एवं सामाजिक जिम्मेदारियों से संबंधित जानकारी एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।

कार्यक्रम के सफल संचालन में उड़ान संस्था की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिसमें संस्था की निदेशक सुश्री संगीता कुंभकार, सतनारायण प्रजापत, महिला एवं बाल विकास विभाग से समन्वयक सुश्री ममता खींची तथा पुलिस अधिकारियों द्वारा सतत प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।

फोटो संलग्न

 

 

 

 

मध्य प्रदेश में पहली बार AWC 2026 के तहत जलीय पक्षियों की जनगणना

नागरिकों की भागीदारी से होगा संरक्षण प्रयास

AWC मध्य प्रदेश 2026 के लिए पंजीकरण हेतु लिंक:

https://forms.gle/RDAnV1obBnTy7kHx8

पंजीकरण की अंतिम तिथि 28 दिसंबर 2025 निर्धारित

मंदसौर 25 दिसंबर 25/ वन मंडलाधिकारी श्री संजय रायखेरे द्वारा बताया गया कि मध्य प्रदेश में जलीय पक्षियों एवं वेटलैंड्स के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए एशियन वाटरबर्ड सेंसस (AWC) मध्य प्रदेश द्वारा पहली बार मध्य प्रदेश वन विभाग के सहयोग से नागरिक विज्ञान (Citizen Science) कार्यक्रम के अंतर्गत जलीय पक्षियों की जनगणना आयोजित की जा रही है।

 

यह जनगणना शनिवार, 3 जनवरी 2026 एवं रविवार, 4 जनवरी 2026 को प्रदेश भर के वेटलैंड्स में की जाएगी। जलीय पक्षी वेटलैंड्स की सेहत के प्रमुख संकेतक होते हैं, वहीं वेटलैंड्स इन पक्षियों को भोजन, विश्राम एवं आवास उपलब्ध कराते हैं। इस प्रकार यह सर्वे वेटलैंड्स और पक्षी प्रजातियों के संरक्षण एवं उनके उचित प्रबंधन में सहायक सिद्ध होगा।

 

AWC एक वार्षिक वैश्विक नागरिक विज्ञान पहल है, जिसके माध्यम से एकत्रित आंकड़े नीति निर्माण, संरक्षण योजनाओं एवं पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में उपयोगी होते हैं। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के सभी पक्षी प्रेमियों, प्रकृति प्रेमियों एवं स्वयंसेवकों से अपील की गई है कि वे इस कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता करें और इसे सफल बनाएं।

 

AWC मध्य प्रदेश 2026 के लिए पंजीकरण हेतु लिंक:

https://forms.gle/RDAnV1obBnTy7kHx8

पंजीकरण की अंतिम तिथि 28 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है।

अधिक जानकारी अथवा किसी भी प्रश्न के लिए ई-मेल: awcmadhyapradesh@gmail.com

आइए, मिलकर अपने वेटलैंड्स और राज्य के पक्षियों से जुड़ा महत्वपूर्ण डेटा एकत्रित करें और प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर सतत जीवन की दिशा में कदम बढ़ाएं।

 

 

विकसित भारत–जी–राम–जी योजना की व्यापक जनजागरूकता हेतु

26 दिसंबर को प्रत्येक ग्राम पंचायत में होगी विशेष ग्रामसभा

मंदसौर 25 दिसंबर 2025/ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अनुकूल जैन ने बताया कि भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित विकसित भारत–जी–राम–जी योजना के उद्देश्यों एवं प्रावधानों के संबंध में व्यापक जनजागरूकता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 26 दिसंबर 2025 को जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया जाएगा।

 

उन्होंने बताया कि इस विशेष ग्रामसभा के आयोजन हेतु समस्त मैदानी शासकीय/पंचायत सेवकों एवं त्रिस्तरीय पंचायतों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। जिले की सभी ग्राम पंचायतों में ग्रामसभा का आयोजन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाएगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए जनपद पंचायत स्तर से एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।

 

ग्रामसभा के दौरान विकसित भारत–जी–राम–जी योजना से संबंधित जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा, ताकि ग्रामीणजनों को योजना के लाभ, उद्देश्यों एवं प्रावधानों की समुचित जानकारी प्राप्त हो सके।

 

 

अभ्युदय मंदसौर : औद्योगिक विस्तार को नई गति, 180 करोड़ का निवेश और 850 रोजगार

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विजन से मंदसौर जिले में निवेश और रोजगार के नए अवसर सृजित

मंदसौर 25 दिसंबर 25/ MPIDC के कार्यकारी निदेशक श्री राजेश राठौड़ द्वारा बताया गया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के दूरदर्शी, उद्योग-मैत्री और रोजगार-केंद्रित विजन के तहत मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीतियां, निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण, सिंगल विंडो सिस्टम और मजबूत आधारभूत संरचना का सकारात्मक प्रभाव अब मंदसौर जिले में भी स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। मंदसौर जिला “अभ्युदय मंदसौर” के संकल्प के साथ औद्योगिक और आर्थिक विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

 

मंदसौर जिले में वर्तमान में पांच औद्योगिक क्षेत्र विकसित हैं, जिनमें जगाखेड़ी एफपीपी, आईआईडीसी, फेज-2, बसई एवं सेमलीकांकड़ शामिल हैं। इन औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित एवं संचालित इकाइयों के माध्यम से अब तक 180 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है, जिससे 850 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं। यह निवेश जिले के युवाओं और स्थानीय श्रमिकों के लिए रोजगार के नए द्वार खोल रहा है। पिछले दो वर्षों में मंदसौर जिले में 20 नवीन औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की गई है, जिससे जिले की औद्योगिक गतिविधियों को नई गति मिली है।

 

लोकार्पण एवं निवेश प्रस्तावों से बढ़ा भरोसा

 

जिले में औद्योगिक विकास की निरंतरता को दर्शाते हुए वर्तमान में 2 औद्योगिक इकाइयों के लोकार्पण व भूमिपूजन प्रस्तावित हैं। इन प्रस्तावों के माध्यम से 230.32 करोड़ रुपये का निवेश और 122 रोजगार सृजित होने की संभावना है। यह निवेशकों के बढ़ते विश्वास और जिले के अनुकूल औद्योगिक वातावरण का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

 

निवेश सुगमता से बदली औद्योगिक तस्वीर

 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर उज्जैन को एमपीआईडीसी का क्षेत्रीय (रीजनल) कार्यालय बनाए जाने तथा प्रदेश के प्रत्येक जिले में निवेश प्रोत्साहन केंद्र स्थापित किए जाने से औद्योगिक विकास को नई गति मिली है।

इन व्यवस्थाओं के चलते निवेशकों को अब भूमि आवंटन, परियोजना स्वीकृति, विभिन्न विभागों से अनुमति, नीति संबंधी मार्गदर्शन एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए एक ही मंच पर सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। इससे निवेश प्रस्तावों के क्रियान्वयन की प्रक्रिया तेज हुई है और उद्योग स्थापना में लगने वाला समय उल्लेखनीय रूप से कम हुआ है।

जिला स्तर पर निवेश प्रोत्साहन केंद्रों के माध्यम से स्थानीय उद्यमियों, एमएसएमई इकाइयों और नए निवेशकों को सीधा मार्गदर्शन मिल रहा है, वहीं उज्जैन स्थित एमपीआईडीसी क्षेत्रीय कार्यालय से पूरे संभाग में औद्योगिक परियोजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग संभव हो पाई है। इसका प्रत्यक्ष परिणाम जिले-जिले में बढ़ते निवेश, उद्योगों की संख्या में वृद्धि और रोजगार के नए अवसरों के रूप में सामने आ रहा है।

 

मंदसौर जिले की प्रमुख औद्योगिक इकाईयां

 

एम/एस हरिओम रिफाइनरी – सोया रिफाइनरी उद्योग, कुल निवेश ₹132.82 करोड़, जिससे लगभग 100 लोगों को रोजगार मिलेगा।

एम/एस सफल फूड्स – दाल मिल एवं रिफाइंड ऑयल निर्माण इकाई, कुल निवेश ₹158.26 करोड़, जिससे करीब 300 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।

एम/एस अमय मोबिलिटी एलएलपी – सीबीजी प्लांट एवं अनाज प्रोसेसिंग उद्योग, कुल निवेश ₹171 करोड़, जिससे लगभग 122 लोगों को रोजगार सृजित होगा।

 

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में अग्रसर मंदसौर

 

एमपीआईडीसी के कार्यकारी निदेशक श्री राजेश राठौड़ ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्रों के विस्तार, नए निवेश और रोजगार सृजन के माध्यम से मंदसौर जिला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प को मजबूती प्रदान कर रहा है। आने वाले समय में जिले में और अधिक औद्योगिक निवेश से

आर्थिक समृद्धि और रोजगार के अवसरों में और वृद्धि होने की उम्मीद है।

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