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फर्जी इंस्टाग्राम आईडी पर हाय” का जवाब हेलो” देने पर नकली पुलिस ने ठग लिए 55 हजार

आप भी हो जाइए ख़बरदार, नीमच में जान देकर चुकानी पड़ी कीमत

मंदसौर । नंदनी नाम महिला के नाम की फेक इंस्टाग्राम आईडी से “हाय” का रिप्लाय देना नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के मदनलाल पाटीदार को महंगा पड़ा गया । रात में नकली साइबर पुलिस अधिकारी बनकर एक युवक पहुचा और कहा कि जिस युवती को उसने आपत्तिजनक मैसेज भेजे है वह राज्यसभा सांसद की रिश्तेदार है । छेड़छाड़ और रेप जैसे ममाले में फसाने की धमकी देकर 55 हजार रुपए वसूल लिए । पीड़ित को जब पता चला कि उसे ठगने वाले युवक ने मनासा में भी एक व्यक्ति के साथ ऐसी ही वारदात की है जिसमे पीड़ित ने परेशान होकर सुसाइड कर लिया । आरोपी युवक को नीमच जिले के मनासा पुलिस ने गिरफ्तार किया है वही पीड़ित मदनलाल की शिकायत पर नाहरगढ़ पुलिस ने FIR दर्ज की है ।

लड़कियों के नाम से पहले इंस्टाग्राम पर फर्जी आइडी मामले में संलिप्त दोनों युवकों को गिरफ्तार

नीमच जिले के दो युवक लड़कियों के नाम से पहले इंस्टाग्राम पर फर्जी आइडी बनाकर युवकों से चैटिंग करते थे और बाद में पुलिसकर्मी बनकर ब्लैकमेल कर अवैध वसूली करते थे। इन युवकों की ऐसी ही करतूत के कारण ग्राम बर्डिया जागीर के मोहित पाटीदार की जान चली गई थी। पुलिस ने इस मामले में संलिप्त दोनों युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन दोनों आरोपितों ने इसी तरीके से वारदात को अंजाम देते हुए नीमच, मंदसौर और रतलाम में वारदातों को अंजाम दिया है। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने दो मोबाइल व एक कार जब्त की है।

सुसाइड नोट से शुरू हुई पुलिस जांच: फर्जी पुलिसकर्मी का एंगल

आठ दिसंबर को मनासा थाना क्षेत्र के ग्राम बर्डिया जागीर में 18 वर्षीय मोहित पाटीदार ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। आत्महत्या के पूर्व उसने सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें मौत का जिम्मेदार कारूलाल गुर्जर नाम के व्यक्ति को बताते हुए उसके मनासा थाने पर बैठने की बात लिखी थी। साथ ही स्वयं के कारण माता-पिता के सम्मान को ठेस लगने की बात भी सुसाइड नोट में लिखी थी।

ब्लैकमेलिंग की कहानी

मोहित की मौत के मामले में पिता प्रहलाद पाटीदार, मामा धनराज पाटीदार सहित अन्य ने पुलिस को बताया था कि मोहित ने मामा को काल कर इंस्टाग्राम पर युवती से चैटिंग करने की बात कही थी। बताया था कि युवती के कथित स्वजन और कारूलाल नामक पुलिसकर्मी ने मामले को सेटल करने के नाम पर अवैध रूप से रुपयों की मांग की थी। एसपी अंकित जायसवाल ने मनासा एसडीओपी शाबेरी अंसारी और टीआइ शिव रघुवंशी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

फर्जी पुलिसकर्मी

मनासा थाने पर कारूलाल गुर्जर नाम का कोई पुलिसकर्मी नहीं होने से पुलिस शुरुआत से फर्जी पुलिसकर्मी और इंस्टाग्राम आइडी के एंगल पर जांच कर रही थी। तथ्य और साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने ग्राम भाटखेड़ी के पंकज धनगर और कैलाश रेगर को पकड़ा तो मामला खुल गया। पंकज धनगर ने निकिता नाम की फर्जी इंस्टाग्राम आइडी से मोहित से चैटिंग करने और बाद में खुद फर्जी पुलिसकर्मी और कैलाश रेगर के कथित युवती के स्वजन बनने की बात कबूली। साथ ही मोहित व स्वजन से 10 लाख रुपये की अवैध मांग करने की बात स्वीकार की।

कई वारदातों को अंजाम

मनासा पुलिस ने आरोपित पंकज धनगर और कैलाश रेगर के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है। पुलिस के अनुसार आरोपित इसी तरह से नीमच, मंदसौर और रतलाम में फर्जी आइडी से चेटिंग कर कई लोगों को ब्लैकमेल कर चुके हैं। इस मामले का खुलासा बुधवार को एसपी अंकित जायसवाल ने जिला पुलिस कंट्रोल रूम में किया।

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