लुटेरी दुल्हन का पर्दाफाश: नशीले पकौड़ों से परिवार को बेहोश कर लूटे नगदी जेवरात, तीन आरोपी गिरफ्तार

लुटेरी दुल्हन का पर्दाफाश: नशीले पकौड़ों से परिवार को बेहोश कर लूटे नगदी जेवरात, तीन आरोपी गिरफ्तार
मंदसौर। जिले के भावगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम नांदवेल में एक सनसनीखेज घटना ने इलाके को हिलाकर रख दिया। एक परिवार के नौ सदस्यों को नशीले पदार्थ से बेहोश कर जेवरात और नकदी लूटकर फरार हुई लुटेरी दुल्हन’ का पुलिस ने महज चार दिनों में पर्दाफाश कर दिया। तीन आरोपी महिलाओं समेत गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि मुख्य साजिशकर्ता अभी फरार है।
घटना 10 दिसंबर को तब सामने आई जब सत्यनारायण पाल और उनके परिवार के आठ अन्य सदस्य अचानक बेहोश हो गए। थाना प्रभारी वरसिंह कटारा की टीम ने उन्हें तुरंत जिला चिकित्सालय मंदसौर पहुंचाया। पूछताछ में सत्यनारायण ने बताया कि उनकी 20 नवंबर को वाराणसी निवासी ज्योति पिता कैलाश राय से हुई शादी के बाद वह नांदवेल में ही रह रही थी। 9 दिसंबर रात करीब 8 बजे ज्योति ने पकौड़े बनाए और उनमें नशीला पदार्थ मिलाकर पूरे परिवार को खिला दिया। बेहोशी का फायदा उठाकर ज्योति चांदी के पायजेब, बिछिया और 50 हजार रुपये नकदी लूटकर फरार हो गई।
फरियादी की रिपोर्ट पर भावगढ़ थाने में देहाती नालसी के तहत अपराध संख्या 204/25 धारा 318(4) एवं 123 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मीना के मार्गदर्शन और अतिरिक्त एसपी तेरसिंह बघेल तथा अनुविभागीय अधिकारी कीर्ति बघेल के निर्देशन में निरीक्षक वरसिंह कटारा की टीम ने तत्काल जांच शुरू की। सत्यनारायण से गहन पूछताछ में पता चला कि शादी नांदवेल के ही रमेशसिंह पिता नंदू उर्फ नरेन्द्रसिंह राजपूत ने वाराणसी के बबलू के माध्यम से करवाई थी। टीम वाराणसी रवाना हुई, जहां ज्योति को नेवडिया जोगापुर से धर दबोचा गया। उसके कब्जे से लूटा गया माल जब्त हो गया।
ज्योति के बयान पर वाराणसी के पंचकोसी निवासी अंतिमा पति प्रदीप राय को भी गिरफ्तार किया गया, जिसने बबलू के जरिए साजिश रची। नांदवेल से रमेशसिंह को भी हिरासत में लिया गया। गिरफ्तार आरोपी: ज्योति 25 वर्ष पति रितिक राय अंतिमा 25 वर्ष और रमेशसिंह 50 वर्ष मुख्य आरोपी बबलू गोरखपुर निवासी फरार है जिसकी तलाश जारी है।
इस सफलता में थाना भावगढ़ की टीम- उप निरीक्षक सुरेन्द्रसिंह सिसोदिया, प्रधान आरक्षक सम्मतसिंह, आरक्षक धर्मेन्द्रसिंह, दशरथ धनगर, महिला आरक्षक ऋतु कुंवर तथा साइबर सेल से उप निरीक्षक रितेश नागर, प्रधान आरक्षक आशीष, आरक्षक मनीष बघेल और मुजफ्फर की भूमिका सराहनीय रही। एसपी मीना ने टीम को बधाई दी और फरार आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा जताया।


