
रिपोर्टर जितेंद्र सिंह चंद्रावत जडवासा
ग्रामीणों ने नामली के एक पुलिसकर्मी पर भी लगाए अभद्रता और गाली गलौच के गंभीर आरोप
ढोढर। मध्य प्रदेश के रतलाम जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम धौंसवास में निर्माणाधीन मालवीय समाज की धर्मशाला का कुछ हिस्सा तोड़ने के बाद Ratlam-महू फोरलेन पर चक्काजाम करने के मामले में पुलिस ने 7 पुरुष और 2 महिलाओं के खिलाफ नामजद सहित अज्ञात आरोपियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस अब प्रदर्शन के दौरान वीडियो फुटेज के आधार पर विरोध करने वालों को चिन्हित कर रही है। बताया जा रहा हैं कि मामले में जल्द आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है।क्या था पूरा मामला,ग्राम धौंसवास में गुरुवार सुबह सरकारी अमला भारी पुलिस सुरक्षा के साथ जेसीबी लेकर धर्मशाला का अवैध अतिक्रमण तोड़ने पहुंचा। आकस्मिक रूप से सुबह शुरू हुई कार्रवाई से समाज के लोगों में हड़कंप के साथ आक्रोश पनप गया और उनके द्वारा महू – नीमच फोरलेन पर चक्काजाम कर जिला और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीणों का आरोप था की क्षेत्र के पटवारी भरत राठौड़ द्वारा मनमानी पूर्वक और अवैध 5 लाख रुपए की मांग पूरी नहीं होने पर नियम विपरीत कार्रवाई की। इधर मामले में रतलाम जिला प्रशासन स्पष्ट किया कि ग्राम पंचायत धौंसवास में सरकारी नाले को ब्लॉक कर निर्माण किया जा रहा था जिसे कार्रवाई के दौरान तोड़ा गया था। फोरलेन पर चक्काजाम 2 घंटे से अधिक समय तक रहने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी।



