जीएसटी राजस्व वसूली का विशेष अभियान चलायें : उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा

प्रदेश में बैंक गारंटी के लिये ईबीजी अनिवार्य
व्यवसायियों के सहयोग से होगी लक्ष्य पूर्ति आसान
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने की वाणिज्यिक कर विभाग की समीक्षा
भोपाल : 28 नवम्बर, 2025
उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने जीएसटी राजस्व वसूली के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने शुक्रवार को निवास कार्यालय में वाणिज्यिक कर वसूली, जीएसटी, आबकारी एवं पंजीयन राजस्व की वसूली के लक्ष्य प्राप्ति के संबंध में समीक्षा की।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने अधिकारियों ने निर्देश दिए कहा कि निर्धारित लक्ष्यों को समय-सीमा में हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध प्रयास करें। उप मुख्यमंत्री श्री देवडा ने लक्ष्य प्राप्त करने में आ रही बाधाओं की जानकारी ली और कहा कि व्यापारी समुदाय के सहयोग से कठिन लक्ष्यों को भी प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि व्यापारी समुदाय को समय पर टैक्स जमा करने के फायदे के बारे में निरंतर बताने की आवश्यकता है। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि समय पर पूरा टैक्स भरने वालों को विशेष रूप से प्रभावित किया जाना चाहिए। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने निर्देश दिये कि तीनों विभागों के मैदानी अधिकारियों को भी निर्धारित राजस्व लक्ष्य तय समय में वसूली के लिये विशेष प्रयास करवाएं
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 10 हजार टैक्स पेयर है जो राजस्व वसूली का 90 प्रतिशत देते हैं। इसी तरह पांच लाख बीस हजार ऐसे टैक्स पेयर जो 10 प्रतिशत टैक्स देते हैं। उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि कर राजस्व वसूली को तेज करने के लिए व्यवसाईयों को निरंतर परामर्श देना होगा वे व्यापार और प्रदेश के विकास के हित में पूरा टैक्स सरकार को दें।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने कहा कि मध्यप्रदेश में डिजिटल राजस्व प्रशासन आने से राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश की पहचान बनी है। पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग की नई पहचान बनी है। उन्होंने कहा कि पंजीयन के बाद दस्तावेज की कॉपी डिजिटल लॉकर, ईमेल और व्हाट्सऐप पर उपलब्ध कराई जा रही है और साथ ही ई-स्टॉम्प निर्माण को भी आमजन के लिए सरल बनाया गया है। सेवा प्रदाता व्यवस्था के लिए संपदा 2.0 मोबाइल ऐप भी विकसित किया गया है जो नागरिकों को पंजीयन से जुड़ी सभी सुविधाएं एक क्लिक पर उपलब्ध करा देता है।
उप मुख्यमंत्री श्री देवडा ने कहा कि पंजीयन विभाग एक बड़ा और दीर्घकालिक लक्ष्य हासिल कर सकता है। भौतिक दस्तावेज का डिजिटलाईजेशन तेजी से पूरा किया जा रहा है। पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग की उपलब्धियां न केवल राजस्व वृद्धि की दिशा में अभूतपूर्व परिणाम दे रहे हैं बल्कि नागरिकों को तुरंत सुरक्षित और पारदर्शित सेवाएं उपलब्ध कराने के राज्य सरकार के संकल्प को भी पूरा कर रहे है।
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा को आबकारी आयुक्त श्री अभिजीत अग्रवाल ने बताया गया कि आबकारी विभाग ने तय निर्धारित लक्ष्य 18 हजार करोड़ में माह नवम्बर तक 11 हजार करोड़ प्राप्त कर लिया है। आने वाले 4 माह में निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। पूरे प्रदेश में बैंक गारंटी के लिये ईबीजी को अनिवार्य किया गया है। ओवररेटिंग को रोकने के लिये विशेष अभियान भी चलाए जा रहे है, जल्द ही विभागीय अधिकारियों की बैठक भी ली जाएगी। अब प्रदेश में पिछले दो वर्षों में आबकारी नीति ने नए पारदर्शी और जनहितकारी स्वरूप को हासिल किया है। परिणामस्वरूप आबकारी राजस्व में वृद्धि हुई है और विभागीय कामकाज को पूरी तरह डिजिटल बनाया गया है। सभी सरकारी कामकाज ऑनलाइन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आबकारी सुधारो के क्षेत्र में ऐतिहासिक निर्णय किए हैं। पारदर्शिता और समन्वित प्रयास से प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर एक आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित किया। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं वित्तीय वर्ष 2024-25 में राजस्व अर्जन में 9.98 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नवाचारी व्यवस्थाएं
उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा ने तीनों विभागों की नवाचारी व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली। जिसमें संपदा 2.0 एप्लीकेशन को नवाचार के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार मिला है। इसी प्रकार “इजऑफ डूइंग बिजनेस” भू-प्रबंधन के क्षेत्र में भी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि के लिए पुरस्कार दिया गया है और वर्ष 2024-25 में भारत सरकार की राज्यों को पूंजीगत व्यय के लिए दी जाने दी जाने वाली विशेष सहायता योजना में नवाचारों के लिए 200 करोड़ का पूंजीगत इंसेंटिव दिया गया है।
बैठक में प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर श्री अमित राठौर, आबकारी आयुक्त श्री अभिजीत अग्रवाल, कमिश्नर वाणिज्यिक कर श्री एस. धनराजू, महानिरीक्षक पंजीयन श्री अमित तोमर सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।



