
रिपोर्टर जितेंद्र सिह चद्रांवत जडवासा
मन में गुरु के प्रति सच्ची भावना होती हैं तो गुरु के दर्शन के लिए भक्तों को बुला लेते
जावरा। मन में गुरु के प्रति सच्ची भावना होती हैं तो गुरु के दर्शन के लिए भक्तों को बुला लेते हैं इसी भावना को मन में लेकर गुरु जैन दिवाकर श्री चौथमल जी म सा की दिक्षा स्थली ग्राम बोलीया के दर्शन वंदन करने का सोभाग्य गुरु जैन दिवाकर के आर्शीवाद से संभव है गुरुदेव के स्मारक के दर्शन करने के पुर्व मां पद्मावती रिगंनोद, सितामाऊ में नवनिर्मित जहाज मंदीर, श्री घसोई तिर्थ, परासली प्राचीन तिर्थ के साथ नागेश्वर पार्श्वनाथ जी के दर्शन वंदन का लाभ मिला ग्राम बोलीया में गुरुभक्त चंचल नागोता द्वारा दिक्षा स्थली के दर्शन वंदन करवाने के पश्चात सम्मान के साथ आत्थिय सत्कार किया गया था इस दोरान जैन कांफ्रेंस की आत्म ध्यान योजना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सेवारत्न गुरु संदीप रांका के साथ नगर की विभिन्न सामाजिक संस्थान में योगदान करने वालें जैन दिवाकर संगठन समिति के राष्ट्रीय मिडिया समंव्यक शेखर नाहर जैन दिवाकर नवयुवक मंडल के पुर्व अध्यक्ष नितिन कोलन के साथ श्रीमती इंद्रा देवी नाहर, सरला रांका, प्रेमलता कोलन आदि उपस्थित थे।



