मंदसौर जिलासीतामऊ

पहले गौ माता कि सेवा, गौ पालन करते थे अब टोनी कुत्ते का पालन किया जा रहा- पं विष्णु नारायण

श्री हांडियां बाग गौशाला में अन्न कुट समारोह संपन्न

पहले रोज आठ बार अलग-अलग भोजन व्यंजन बनाकर बच्चे को खिलाते – सांसद श्री गुप्ता

सीतामऊ। लक्ष्मी जी का अवतार समुद्र से हुआ और गौ माता भी समुद्र से प्रगट हुई है।सुरभी नाम कि गौ माता समुद्र से ही हुई है। हम लक्ष्मी कि पुजा करते हैं पर उसी समुद्र से निकली गौ माता कि हम सेवा नहीं कर रहे हैं। उक्त उद्बोधन श्री हांडियां बाग गौशाला में आयोजित अन्नकूट समारोह में मुख्य अतिथि पंडित विष्णु नारायण जी मंदसौर ने उपस्थित भक्तजनों को संबोधित करते हुए कहें।

आपने कहा कि यह गौ शाला मंदसौर जिले कि सर्वश्रेष्ठ गौ शाला सीतामऊ कि है। पहले गौ माता कि सेवा घर घर में होती थी। गौ पालन करते थे अब टोनी कुत्ते का पालन किया जा रहा है। अपने बच्चों को नहीं कुत्ते को उठाकर घुमाने ले जाते कुत्ते कि बच्चों से ज्यादा देखभाल कर रहे हैं।आपने कहा कि जो गौ माता समुद्र से निकल कर दुध से शिव को पवित्र, देवताओं ब्राह्मणों का भला कर देती है तो हमारा क्यों नहीं।

पंडित जी ने कहा कि मध्यप्रदेश में धामनोद राजस्थान माधोपुर मोहनखेड़ा जैन गौ शाला और सीतामऊ कि सर्वश्रेष्ठ गौशालाएं है।गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए हम उज्जैन में बैठक कर प्रयास कर रहे हैं पर हम अकेले कुछ नहीं कर सकते हैं इसके लिए आप सभी का सहयोग भी मिलना चाहिए है। संत गण व्यास पीठ से गौ माता और धर्म के लिए प्रवचन देते देते थक गए पर आप लोगों पर प्रभाव ही नहीं पड़ रहा है। गौ माता कि सेवा करने से वैकुंठ धाम चलें जातें हैं। केवल जब रिति रिवाज के तौर पर गौ माता कि एक दिन सेवा कर देने से कुछ नहीं होता है।आपने गौ शाला अध्यक्ष संचालक गणों का प्रसंशा करते हुए कहा कि गौ शाला में समर्पित भाव से कार्य किया जा रहा है।आपने कहा कि माता-पिता और गौ माता के लिए समय दोगे तो ही आपका कल्याण होगा।

विशेष अतिथि सांसद श्री सुधीर गुप्ता ने कहा कि आज के समय में माताएं अपने बच्चे को एक ही बार में एक ही प्रकार का टिफिन भर कर दे दिया जाता है। जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर भी गलत प्रभाव पड़ा है।पुरानी परंपरा थी कि रोज आठ बार अलग-अलग भोजन व्यंजन बनाकर बच्चे को खिलाते थे।जब भगवान गोवर्धन पर्वत उठाया तो सात दिन तक धारण किया। और माता ने सात दिन का अलग अलग भोजन आठ प्रकार रोज से सात दिन सातवें दिन छप्पन भोग बनाया गया।गाय जैसा दिखने वाला पशु नहीं माता है और हमारी पुजनीय है।

नारी सेवा क्षत्राणी संगठन अध्यक्ष श्रीमती सविता कुंवर राठौर ने कहा कि आज के समय में हम महंगी शादीयां आदि में लाखों खर्च कर रहे हैं पर हम उसमें से 5 हजार रुपए कि राशि भी गौ माता के लिए दान नहीं देते हैं। पहले शादी में कन्या दान विवाह में गौ माता दान देते हैं। मृत्यु के समय भी गौ माता कि सेवा के लिए करते हैं वो भी मरने के बाद करते हैं। दशाक्रम में गौ दान वो भी चांदी कि गौ माता दान करते हैं।वो डुब जाती है तो वैतरिणी कैसे पार करा सकती है। इसलिए जो गौ माता है उसकी जीते जी सेवा कर पुण्य लाभ प्राप्त करें। आपने गौ माता के सेवको कि प्रशंसा करते हुए कहा कि आपकी सेवा सराहनीय है। हम गौ माता को नहीं गौ माता हमको गोद लेते हैं।

पंडित अक्षित पांडेय बसई ने संबोधित करते हुए कहा कि सीतामऊ नगर कि जनसंख्या बहुत है पर आप ही पधारे यह आपके पुण्य कर्म है। आपको यह शुभ अवसर मिला।आजकल मिलावट हर वस्तु के अंदर आ रही है।पर यहां से शुद्ध वस्तुएं मिलती है और उस आय से गौ सेवा हो जाती है। श्री पांडेय ने कहा कि अभी मकर संक्रांति पर तुला दान का बहुत महत्व है। अपने बराबर गुड़ लाप्सी को तौल कर गौ माता को खिलाया जाता है। इससे कर्ज से मुक्ति मिलती है। और भाग्य उदय होता है।इसलिए अपने अच्छे दिन हो इसके लिए गौ माता कि सेवा के लिए आगे आना तो ही हम स्वयं और अपने परिवार को स्वस्थ आनंदित कर सकते हैं।

गौ शाला अध्यक्ष श्री संजय लाला जाट ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपने मुझे जो जिम्मेदारी दी है वो समय कैसा था और अब कैसा है यह सब आपके सहयोग से आज गौ शाला इस मुकाम पर हैं।गौ माता कि सेवा साक्षात मां जगदम्बे कि सेवा है।मेरा अब एक बाजू कट गया। भाई सा हमारे बीच में नहीं रहे अब घर परिवार कि मुझ पर ज्यादा जिम्मेदारी आ गई।गौ माता कि सेवा के लिए आपका आगे आना आवश्यक है।अब मैं ज्यादा सेवा नहीं दे पाऊंगा।मै मां भगवती से प्रार्थना करता हूं कि मेरा जीवन गौ माता कि सेवा और अंतिम समय भी गौ माता कि सेवा में ही बीतें यह प्रार्थना करता हूं।

कार्यक्रम में पं विष्णु नारायण जी, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, नपं अध्यक्ष श्री मनोज शुक्ला,विशेष अतिथि पूर्व नपं अध्यक्ष श्री किशोर जैन बापू पंडित अक्षत पांडेय बसई जियोस सदस्य श्री अनिल पांडेय गोविंद सिंह पंवार मंचासीन अतिथि रहें।

समारोह का संचालन करते हुए डॉ अर्जुन पाटीदार ने कहा कि पहले गौ माता को हम लेने 20 फिर 30 फिर 50 और अब 100 किलोमीटर दूर तक दुर्घटना घायल गौ माता को हमारी एम्बुलेंस लेने जाती है। आपने कहा कि नारी सेवा क्षत्राणी संगठन अध्यक्ष श्रीमती कुंवर ने 20 रुपए प्रतिमाह एकत्रित कर 51000 रु कि राशि दान दी तथा गौ माता कि समय समय पर सेवा भी करते रहते हैं।

इस अवसर पर दानदाता श्रीमती सविता कुंवर राठौर श्रीमती गिरजा कुंवर बिशनिया, श्रीमती धनीबाई किशनलाल जी माली दलावदा द्वारा 51000 रु,ओमप्रकाश जी धनोतिया द्वारा 11000 रु दिए जाने तथा मंदिर के पुजारी पंडित श्याम सुंदर शर्मा, पंडित आशिष द्विवेदी पंडित दीपक जोशी एवं गौ सेवक कर्मचारियों को वस्त्र सम्मान राशि भेंट कर सम्मानित किया गया।

 

इस अवसर पर अतिथि गणों द्वारा मंदिर के पुजारियों एवं गौ सेवक कर्मचारियों को वस्त्र सम्मान राशि भेंट कर सम्मानित किया गया।

समारोह के प्रारंभ में उपस्थित भक्तजनों ने गौ माता को लाप्सी पूड़ी गुड़ का आहार करवाया गया उसके बाद पंडित आशिष द्विवेदी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गौ माता कि सेवा गोद लेने वाले गौ भक्त श्रीमती गिरजा कुंवर बिशनिया द्वारा गौ सेवा गोद प्रदान कर गौ माता कि सामुहिक महाआरती कि गई। तत्पश्चात सामुहिक सह भोजन प्रसादी का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर समाजसेवी नरेंद्र दुबे, फुलचंद पाटीदार कैलाश पोरवाल, सुरेश पाटीदार, श्री दिनेश सेठिया, अशोक जैन विवेकानंद, नपं उपाध्यक्ष सुमित रावत जगदीप सिंह राठौर, घनश्याम शर्मा, सरपंच बापुलाल जाट, नवीन पंड्या, यशपाल सिंह राठौर, गोपाल जाट रामलाल जाट, शिवनारायण पाटीदार, मुकेश कारा गोविंद सांवरा, पवन शर्मा कैलाश घाटिया काका, पुरणदास बैरागी, संपादक लक्ष्मीनारायण मांदलिया, पत्रकार हेमंत जैन सुरेश गुप्ता जगदीश चौहान कवि यशवंत पाटीदार, डॉ गोवर्धनलाल दानगढ़ भेरुलाल राठौर, लखन पाटीदार, हंसराज पाटीदार डॉ विजेश पाटीदार, मुकेश चौरड़िया विजय गिरोठिया, थाना प्रभारी कमलेश प्रजापत पुलिस टीम, विष्णु राठौर ठेकेदार, सुनील परमार, घनश्याम राठौर प्रशांत चतुर्वेदी, सुनील शर्मा दिलीप आंजना, श्रीमती मधु जैन श्रीमती साधना मेहता, सहित बड़ी संख्या में गौ भक्त धर्म प्रेमी जन उपस्थित रहे।

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