नयागांव रेल्वे फाटक से दुखी आमजन, आधे घंटे से अधिक होना पड़ता है परेशान

एम्बूलेंस को भी रास्ता नहीं, कब बनेगा ओवर ब्रिज
नीमच। नयागांव रेलवे फाटक ऐसा स्थान है जहां से होकर जाने वाली ट्रेन मालगाडी होती है, कभी भी सवारी गाडी यहां से जाते व आते हुए नहीं दिखी। इस फाटक से आमजन को फायदा कुछ भी नहीं लेकिन समय की बर्बादी जरूर होती है हालात ये हो जाते है कि जब भी फाटक बंद होती है तब कभी कभी तो आधे घंटे से अधिक भी इंतजार करना पड जाता है। जिस विधानसभा में ये क्षेत्र आता है वहां के विधायक जो पूर्व मंत्री रह चुके है उन्हें आमजन की कोई चिन्ता नहीं है और ना ही विपक्ष जागरूक है। ऐसे में समझा जा सकता है कि जनहितेषी लडाई लडने वाला कोेई नहीं है क्यों कि सभी का इससे सभी का स्वार्थ सिद्ध जो हो रहा है।
बीते दिवस शुक्रवार की शाम का नजारा भी ऐसा ही था नयागांव फाटक बंद होने से दोनो और लंबी लंबी वाहनों की कतारें लगी थी। लोग परेशान हो रहे थे, ट्रेन जाने के बाद भी तुरंत गेट नहीं खोले जाते है 5 से अधिक मिनिट में गेट खोले जाते है।
ओवर ब्रिज की मांग जागरूक लोग करते आ रहे है लेकिन सत्ता के मद में चूर जनप्रतिनिधियों की नींद खुले तब कोई काम हो। नयागांव रेलवे फाटक से इस मार्ग पर आने जाने वाला हर व्यक्ति दुखी है क्यों कि यहां फाटक बंद होने पर आधे घंटे का ऐपिसोड होता है। अगर गलती से फाटक बंद के समय एम्बूलेंस आ जाये और एम्बूलेंस में ऐसा मरीज हो जिसे त्वरित उपचार की जरूरत हो तो उसके साथ तो कोई अप्रिय घटना भी घटित हो सकती है।
जनप्रतिनिधियों को जनहितेषी कोई भी समस्या का ध्यान नहीं रहता है जबकि नयागांव रेलवे फाटक की समस्या जी का झंझाल बन चुकी है , यहां एक ही उपाय है कि ओवर ब्रिज बने। अगर जावद विधानसभा के सोये हुए जनप्रतिनिधि थोडी सी जागरूकता का परिचय दे और जिस कंपनी के द्वारा इसका उपयोग होता है उससे मिलकर या उसे ही कहकर ओवर ब्रिज बनवा देंगे तो आमजन की इस भारी समस्या का समधान हो जायेगा। नहीं तो आमजन रोजाना ऐसे ही परेशान होते रहेंगे।



