संजीत बालिका छात्रावास में प्रकाश पर्व एवं देव दिपावली मनाई गई, अधिक्षिका ने गुरुनानक के जीवन और देव दिपावली पर प्रकाश डाला

संजीत बालिका छात्रावास में प्रकाश पर्व एवं देव दिपावली मनाई गई, अधिक्षिका ने गुरुनानक के जीवन और देव दिपावली पर प्रकाश डाला
संजीत।बालिका छात्रावास संजीत में दीप प्रज्वलित कर गुरु नानक जी का जन्म दिवस प्रकाश पर्व एवं देव दिपावली मनाई गई। गुरु नानक देव जी की जन्मदिन पर छात्रावास की वार्डन श्रीमती ललिता सिसोदिया के द्वारा बच्चों को गुरुनानक देव जी के बारे में समझाते हुए बताया कि गुरुनानक देव सिख धर्म के पहले गुरु है। यह दिन कार्तिक माह की पूर्णिमा पर प्रतिवर्ष मनाया जाता है। सनातन धर्म में कार्तिक मास कि पूर्णिमा को देव दिपावली भी मनाई जाती है। ऐसा कहा गया है कि इस दिन जल में दीप दान कर जल के देव वरुण हवा वायु के देव पवन देव एवं प्रकृति के देव महादेव से और समुद्र जल में निवास करने वाले भगवान श्री विष्णु लक्ष्मी से सुख समृद्धि कि कामना कि जाती है।इनका जन्म 14 सोनकर को तलवंडी पाकिस्तान हुआ था उन्होंने सिख धर्म की स्थापना की तथा लोगों को एक ही ईश्वर में आस्था रखने की सलाह दी गुरुदेव ने समानता प्रेम एवं सेवा करने की सलाह दी उन्होंने लोगों को सदा भक्ति के मागे पर चलने की सलाह दी इस प्रकार से गुरुदेव के जीवन के बारे में बताया तथा उसके पश्चात शाला के सभी बच्चो द्वारा गुरुदेव के बारे में अपने अपने विचार व्यक्त किए तथा लोगों को उनके आदर्शों पर चलने की सलाह दी इस प्रकार आज शाला में बड़ी आनंद के साथ में गुरु नानक देव जी का जन्म दिवस मनाया जिसने उत्साह पूर्वक भाग लिया तथा अंत में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती सिसोदिया ने आभार व्यक्त किया।


