श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला समिति की बैठक आयोजित हुई, मेला को भव्यतम रूप से आयोजित करने हेतु हुई चर्चा

श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला समिति की बैठक आयोजित हुई, मेला को भव्यतम रूप से आयोजित करने हेतु हुई चर्चा
मन्दसौर। भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव मेला 1 नवम्बर से 20 नवम्बर 2025 तक (20 दिवसीय) नगरपालिका परिषद मंदसौर के द्वारा आयोजित किया जाना है। इस मेला के आयोजन को भव्यतम रूप से आयोजित करने हेतु कल मंगलवार को नपा कार्यालय में मेला समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी बंशीलाल गुर्जर, नपा उपाध्यक्ष श्रीमती नम्रता प्रीतेश चावला एवं मेला समिति सभापति श्रीमती प्रतिभा विक्रम भैरवे की विशेष गरिमामय उपस्थिति में आयोजित इस बैठक में पशुपतिनाथ महादेव मेला को भव्यतम रूप से आयोजित करने पर विचार विमर्श किया गया और तय किया गया कि 1 नवम्बर को पशुपतिनाथ मंदिर के पाटोत्सव कार्यक्रम के साथ ही मेला का भी भव्य शुभारंभ किया जाये। मेला समिति की बैठक में मेला उद्घाटन को लेकर चर्चा की गई। बैठक में मेला समिति के सदस्यों ने पशुपतिनाथ मेला के सांस्कृतिक रंगमंच पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई और तय किया गया कि पशुपतिनाथ मेला के लिये बुलाई गई निविदा एवं कलाकारों की डेट पर चर्चा के बाद ही मेला के कलाकारों के कार्यक्रम तय होना है। इसलिये सांस्कृतिक रंगमंचीय कार्यक्रम आगामी बैठक में तय किये जायेंगे।
पूर्व विधायक श्री सिसौदिया ने दिया सुझाव
पशुपतिनाथ महादेव के आयोजित मेले में भव्यता भी बनी रहे, परंपरा का भी पालन हो और अत्यधिक वर्षा के कारण से सुरक्षा का भी इंतजाम हो”।
कार्तिक मास की एकादशी से प्रारंभ होने वाले भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव के मेले की भव्यता और दिव्यता बनी रहे, परंपरा का भी पालन हो और लगातार तीन दिनों से हो रही वर्षा के चलते सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम होकर पालन सुनिश्चित हो।**
पूर्व विधायक तथा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने बताया कि लगातार तीन दिनों से हो रही वर्षा को लेकर मेला परिसर में जहां झूले, चकरी और मनिहारी की दुकान लगती है, वह पूरा क्षेत्र पानी से जलमग्न हो गया है। अत्यधिक वर्षा के कारण जमीन में नमी हो गई है, झूले चकरी स्थापित होने से पहले उक्त संपूर्ण क्षेत्र की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जावे, किसी प्रकार की कोई अनहोनी और जनहानि ना हो।
श्री सिसोदिया ने इसे लेकर कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग तथा पुलिस अधीक्षक श्री विनोद मीना से दूरभाष पर चर्चा करते हुए कहा कि मेले की परंपरा और भव्यता बनी रहना चाहिए, कार्तिक मास का यह मेला मालवांचल का सबसे बड़ा मेला होता है, आकर्षक झूले चकरी, व्यंजन की दुकाने तथा मनिहारी की दुकाने यहां पर सजती है, हजारों की संख्या में लोग भगवान पशुपतिनाथ महादेव के दर्शन और मेले का आनंद उठाने आते हैं।
इस वर्ष लगातार वर्षा के कारण पूरा मेला परिसर लमग्न हो गया है, ऐसे में झूले एवं चकरी के स्थान वाली जगह पर पानी और नमी के कारण सुरक्षा के उपाय किए जाने की नितांत आवश्यकता है।
श्री सिसोदिया ने बताया कि झूले एवं चकरी के स्थान के फाउंडेशन का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए ताकि कोई अप्रिय घटना न घट सके, श्रद्धालुओं को और नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने का काम भी हमारा अपना शासन प्रशासन का है, विद्युत की लाइन और विद्युत के कनेक्शन को भी सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से वर्षा के कारण ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
श्री सिसोदिया ने बताया कि कलेक्टर श्रीमती गर्ग तथा पुलिस अधीक्षक श्री मीना ने आश्वस्त करते हुए भरोसा जताया कि मेले परिसर में सभी तरह की सावधानियां बरती जाएगी, नगर पालिका, लोक निर्माण विभाग, पश्चिम क्षेत्र विद्युत कंपनी सहित मेले में लगने वाले सभी विभागों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी।
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