मल्हारगढ तहसील क्षेत्र के गाँव में सोमवार को दिनभर हुई बारिश से खेतों में भरा पानी, बोई हुई फसलों पर पड़ेगा असर

मल्हारगढ तहसील क्षेत्र के गाँव में सोमवार को दिनभर हुई बारिश से खेतों में भरा पानी, बोई हुई फसलों पर पड़ेगा असर
सुरेश डांगी
पिपल्या जोधा। पिपल्या जोधा और आस पास क्षेत्र के गाँव में सोमवार को दीन भर तेज बारिश हुई और तेज हवा चली अचानक हुई इस बारिश से जहां आम जनजीवन प्रभावित हुआ, वहीं किसानों की मुश्किलें भी बढ़ गईं। कई खेतों में पानी भर जाने से रबी फसलों की बुवाई और तैयारी का कार्य बंद हो गया है किसानों के अनुसार, जिन खेतों में गेहूं, चना, मैथी, रायडा, चिया सीडस , किनोवा अफीम और लहसुन की बुवाई की जा चुकी थी, उनमें अंकुरण के दौरान पानी भरने से फसल सड़ने का खतरा बढ़ गया है। वहीं जिन खेतों में फसल अंकुरित हो चुकी है, वहां यह बारिश मिट्टी की नमी बनाए रखने में फायदेमंद साबित हुई है। स्थानीय किसानों का कहना है कि लगातार बारिश से खेतों में ट्रैक्टर चलाना मुश्किल हो गया है, इससे बुवाई का समय और लेट हो गया ।
उल्लेखनीय है कि पहले भी सोयाबीन की फसल लगातार बारिश से गल चुकी थी, और पिला मोजक वाईरस से फ़सल मे अफलन हो गया था जिस से किसानो को अपनी लागत भी नही मिल पाई और एक बीघा की सोयाबीन 50,किलो से एक क्विंटल ही हुई और अब रबी सीजन में भी मौसम ने खेती की लय बिगाड़ दी है। कुल मिलाकर, सोमवार की बारिश ने जहां मौसम में ठंडक घोली, वहीं किसानों को अब खेत सूखने और 15 नवंबर तक बुवाई की उम्मीदें पूरी होने का इंतजार करना पड़ेगा।



