मध्यप्रदेशरतलाम

समाचार मध्य प्रदेश रतलाम 19 अक्टूबर 2025 रविवार

अंबेडकर बस्ती की महिलाओं ने कलेक्टर से कहा – हैप्पी दिवाली फीका न रहे त्योहार,रोशन रहे सबकी दिवाली

दिवाली पर मध्यप्रदेश में संसाधन विहीन बस्तियों और साधनहीन परिवारों में त्योहार की रौनक फीकी न रहे ,इसके लिए राज्य आनंद संस्थान द्वारा हर घर दिवाली’ अभियान चलाया जा रहा है। कलेक्टर मिशा सिंह ने अंबेडकर बस्ती में जाकर  धनतेरस के अवसर पर उत्साह पूर्ण वातावरण में महिलाओं को दीपावली की शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के दौरान के दौरान सौभाग्य की डलियां,शुभकामनाओं के साथ वितरित की। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि दिवाली मनाते समय अपने  बच्चों और कपड़ों का ध्यान रखें और ज्यादा तेज आवाज वाले पटाखे ना जलाएं ,  क्योंकि वह स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता है। आनंद विभाग की जिला समन्वयक सीमा अग्निहोत्री ने बताया कि इस अभियान हेतु अंबेडकर बस्ती में 51 परिवार ऐसे चिन्हित किए गए थे जो आर्थिक रूप से अत्यधिक कमजोर हैं।इन परिवारों  की महिलाओं को सौभाग्य की डलिया’ अर्थात पूजन सामग्री, मिठाई, कपड़े बांटे गए। इस हेतु  सारथी संस्था से दीपक लिए गए ताकि बौद्धिक दिव्यांगों को प्रोत्साहन मिले। सारथी संस्था के कुल 42 दिव्यांग बच्चों ने दिवाली हेतु खूबसूरत डलिया तैयार की हैं।अनय अपने हाथों से बनाई डलिया को देखकर कलेक्टर द्वारा मंच पर बैठाने से अत्यंत प्रसन्न हुआ।

आनंदक पुष्पेंद्र सिंह सिसौदिया ने बताया कि त्यौहार की व्यस्तता के बीच धनतेरस पर यह नेक काम’ करते हैं।  आनंदक गिरीश सारस्वत ने बताया कि समाज का वंचित वर्ग भी त्योहार मना सकें इस मंशा से हर घर दिवाली मुहिम शुरू की गई है। ब्रह्मकुमारी मनोरमा दीदी ने मिल जुल  कर दिवाली मनाने हेतु प्रेरित किया। बी के धर्मा कोठारी द्वारा सभी को मिठाई के पैकेट दिए गए। आनंदक सुरेन्द्र अग्निहोत्री,विनीता ओझा,अशोक मेहता,विभा राठौड़ ,सतीश टांक,संदीप नारले द्वारा बच्चों को बिस्किट के पैकेट वितरित किए गए।कार्यक्रम का संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय ने किया।आनंदक मधु परिहार ने सभी  का आभार व्यक्त करते हुए कहा  कि 3 साल से यह अभियान चला रहे है,जो जन सहयोग से ही संभव  हो पाया है। कार्यक्रम के अंत में सभी आनंदकों ने  एक दूसरे को दिए भेंट कर प्रकाश से प्रकाश जोड़ने की परंपरा को साकार किया।

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खुद के घर की खुशी से बढ़कर कुछ नहीं : मुख्यमंत्री डॉ. यादव सबको आवास देना ही हमारा लक्ष्य आवास हितग्राहियों के लिये है यह विशेष दीवाली

पीएम आवास योजना में प्रदेश के 49 लाख परिवारों को मिला अपना घर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पीएम आवास योजना के अंतर्गत नीमच में तैयार 348 एएचपी आवास कॉलोनी का किया वर्चुअल लोकार्पण

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि अपना घर हर किसी का सपना होता है। अपने घर की खुशी से बढ़कर और कुछ नहीं होता। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 4 करोड़ से अधिक लोगों को उनका मकान बनाकर दिया है। प्रधानमंत्री का खुद का कोई घर नहीं है, लेकिन देश के सभी नागरिकों को मकान देना उन्होंने अपना लक्ष्य तय किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज नीमच के 348 परिवार अपने सालों पुराने सपने को हकीकत में बदलते देख रहे हैं। यह दिवाली उनके जीवन की सबसे सुंदर दीपावली बनकर आई है, क्योंकि इस बार सभी अपने घर में में दिवाली मनाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन से नगर पालिका नीमच द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत अफोर्डेबल हाऊसिंग प्रोजेक्ट के तहत निर्मित आवासों की सुंदर कॉलोनी का वर्चुअल लोकार्पण कर हितग्राहियों को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यहां 348 परिवारों को गृह प्रवेश कराया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नए घर के लाभार्थियों से संवाद कर सभी को धनतेरस के दिन मिले नये आवास और पंच दिवसीय दीपोत्सव की मंगलकामनाएं भी दीं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी कहते हैं कि जब गरीब का घर रोशन होता है, तभी देश में सच्ची दीपावली होती है। आज मध्यप्रदेश इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। लक्ष्मी-गणेश की कृपा से मध्यप्रदेश जन-कल्याण और विकास की दीपावली मना रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी नीयत साफ है, हमारी नीतियां गरीबों को सशक्त करने की हैं एक दौर वो भी था जब गरीबों के नाम पर योजनाएं तो बनती थीं, लेकिन उनका लाभ कई पुश्तों के बाद भी गरीब को नहीं मिल पाता था। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से हितग्राहियों को छत ही नहीं, स्वाभिमान और सुरक्षा दोनों मिली है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 योजना के तहत हम 10 लाख आवास बनाएंगे। हम इसी दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। पीएम आवास योजना (शहरी) के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश को बेस्ट परफार्मिंग स्टेट अवॉर्ड की श्रेणी में दूसरा स्थान मिला है। नीमच तो हमेशा से ही इस मामले में अव्वल रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज ही नीमच जिले में 134 करोड़ की लागत से पीएम आवास के 348 घरों की चाबियां सौंपी जा रही हैं। जिसमें 144 मकान EWS के, 144 मकान LIG और 60 मकान MIG के शामिल हैं। साथ ही 33 कमर्शियल प्लॉट भी हैं। आज जो मल्टी स्टोरी आवास प्रदान किए जा रहे हैं, यह सिर्फ मकान नहीं, बल्कि एक पूरा परिसर विकसित हो रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यहां चमचमाती सड़कें, व्यवस्थित नालियां, ओवरहेड टैंक और सीवरेज पंपिंग स्टेशन की व्यवस्था की गई है। स्ट्रीट लाइट, सुरक्षा के लिए गेट और बाउंड्री वॉल बनाई गई हैं। बच्चों के खेलने के लिए पार्क की स्थापना की गई है। कैंपस में हेल्थ केयर सेंटर (प्राथमिक उपचार केन्द्र), बस स्टॉप, फायर सुविधा भी है। यहां स्कूल बनाने के लिए भूमि भी आरक्षित की गई है। यानी हर ज़रूरत का पूरा ध्यान रखा गया है। यह समेकित परियोजना एक सच्चे मायनों में सम्मानजनक जीवन और बेहतर भविष्य की नींव रखती है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारा संकल्प है कि प्रदेश में हर गरीब के पास पक्का मकान हो। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से शहरी गरीबों को पक्के घर देने की दिशा में मिशन मोड पर काम जारी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पीएम आवास योजना के तहत अब तक 49 लाख से अधिक परिवारों का अपने घर का सपना पूरा हुआ है। 40 लाख से अधिक ग्रामीण और 8 लाख से अधिक शहरी परिवारों को अपनी छत मिली है। हमारे गांव और शहर दोनों एक साथ मुस्कुरा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीमच में बहुत जल्द मेडिकल कॉलेज बनेगा और हवाई सेवाओं से भी जोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि नीमच की भादवा माता मध्यप्रदेश की वैष्णो देवी हैं। भादवा माता मंदिर के विकास के लिए भी सभी प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी बहनें हमारा मान हैं। बहनों के खाते में लाड़ली बहना योजना की राशि पहुंच गई है, भाईदूज से 250 रुपए अलग से दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भाइयों को भी हमने भावांतर योजना का उपहार दिया है। अब हमारी सरकार कोदो-कुटकी का उपार्जन भी करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश दीयों की दिवाली भी मना रहा है और दिलों की दिवाली भी मना रहा है। आज दोहरी खुशी का मौका है, त्यौहार की खुशी के साथ-साथ अपने घर का सपना साकार हुआ है। मुख्यमंत्री ने नव गृह प्रवेश करने वाले सभी हितग्राहियों की सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना की।

कार्यक्रम को नीमच विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार ने भी संबोधित किया। उन्होंने बताया कि आज नगर पालिका क्षेत्र नीमच में 348 घरों की पीएम आवास कॉलोनी सहित नीमच विधानसभा क्षेत्र की 25 ग्राम पंचायतों को स्वच्छता रथ भी दिए गए हैं।

इस मौके पर महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं नीमच जिले की प्रभारी मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने वर्चुअली सहभागिता की। नीमच में हुए कार्यक्रम में मंदसौर-नीमच सांसद श्री सुधीर गुप्ता, पूर्व मंत्री श्री ओम प्रकाश सखलेचा, विधायक श्री माधव मारू, जिलाध्यक्ष श्रीमती खंडेलवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में नीमच की नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती स्वाति चोपड़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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कलेक्टर ने बौद्धिक दिव्यांग बच्चों के साथ दिवाली मनाई सारथी संस्था द्वारा किया जा रहा कार्य प्रशंसनीय – कलेक्टर

सारथी , सेन्टर फॉर एम्पावरमेंट ऑफ स्पेशली एबल पिपल , तिरुपति नगर रतलाम  द्वारा स्वावलंबन अभियान के तहत  धनतेरस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह , श्री अशोक चौटाला , श्रीमती स्वाति सोलंकी , लायंस क्लब  रतलाम समर्पण की श्रीमती श्वेता  बिंचुलकर , रीता दीक्षित ,  कविता व्यास आदि की उपस्थिति में बौद्धिक दिव्यांग बच्चों को दीपावली के अवसर पर उपहार भेंट किए गए। कार्यक्रम के दौरान संचालक ने बताया कि संस्था के बच्चों ने आत्मनिर्भर होकर अपने स्वयं के बल पर आय अर्जित करके इस बार की दीपावली मनाई है। कलेक्टर ने कहा कि यह एक पावन पुण्य कार्य होकर ईश्वर के प्रति समर्पण की अभिव्यक्ति है , ऐसे कार्यक्रम में सम्मिलित होकर मन प्रफुल्लित हुआ है ,  विशेष प्रकार के बच्चों में सृजनशीलता होने के कारण इतनी सुंदर दीपक का निर्माण किया गया है, जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में इन बच्चों द्वारा तैयार किया जा रहे कलात्मक कार्यों के लिए स्थान उपलब्ध कराया जाएगा तथा एक स्थाई स्थान पर भी इनके द्वारा बनाई गई कलाकृतियों का डिस्प्ले किया जाएगा। अधिक से अधिक लोग इनके द्वारा तैयार किए गए दीपक का क्रय करे ताकि होनहार बच्चों में आत्मनिर्भरता और गौरव का भाव विकसित हो। श्री अशोक चौटाला ने बताया कि स्नेह संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों से रतलाम में इस प्रकार की संस्था की प्रेरणा मिली है। कार्यक्रम के दौरान बौद्धिक रूप से दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों द्वारा बच्चों की समझ बोझ और व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन होने के संबंध में बताया गया। कार्यक्रम में सृष्टि समाज सेवा संस्थान और मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक के श्री गौरव शर्मा द्वारा भी आवश्यक सहयोग प्रदान किया गया।

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कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की प्रगति जानी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आशा साथ मिलकर काम करें -कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए नया चैट बोट बनाए

कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह ने स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के बाद आज महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में बैठक की। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री राधेश्याम बुधौलिया ने बताया कि जिले में 10 परियोजना अंतर्गत 67 सेक्टर द्वारा 2103 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और 1957 आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से सेवाएं प्रदान की जा रही है। उन्होंने स्पॉन्सरशिप योजना, मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना, पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन, दत्तक ग्रहण संबंधी मामले, रतलाम और जावरा में संचालित सखी वन स्टाप सेंटर, मिशन शक्ति हब फॉर एमपॉवरमेंट ऑफ़ वोमेन , लाडली बहना योजना, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस , बाल संरक्षण केंद्र ,  प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, पोषण आहार, टेक होम राशन, कुपोषण अंतर्गत अति गंभीर कुपोषण एवं मॉडरेट कुपोषण , पोषण वाटिका ,  सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चे रुक कर सेवाएं प्राप्त करें, विभागीय योजनाओं में लाभांवित बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षा उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। आंगनवाड़ी सहायिका एवं कार्यकर्ता के रिक्त पदों की पूर्ति के संबंध में दावे आपत्ति का निराकरण किया जाए। स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कर्मचारी साथ मिलकर काम करें और संयुक्त रूप से सेवाएं प्रदान करें। नवाचार के रूप में सखी चैट बोट बनाने का कार्य करें और इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से शिक्षा विभाग,  स्वास्थ्य विभाग और महिलाओं को कानूनी अधिकार संबंधी जानकारी के प्रश्नों के उत्तर भी सम्मिलित किया जाए ,  ताकि महिलाएं एक क्लिक पर अपने प्रश्नों का समाधान प्राप्त कर सके। जिले के सभी बच्चों की लाइन लिस्टिंग करके शिक्षा विभाग की योजनाएं, स्वास्थ्य विभाग की योजनाएं, बच्चों की फाइनेंशियल सिक्योरिटी आदि के लिए पुख्ता कार्य योजना बनाकर कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि विशेष कर सैलाना बाजना क्षेत्र में महिलाओं का विवाह होते ही नव विवाहितों की स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्क्रीनिंग की जाए एवं इनमें सिकल सेल एनीमिया सहित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए ताकि गर्भावस्था के समय दंपति को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। समग्र आईडी संबंधी समस्या के लिए नगर पालिका निगम और जिला पंचायत से आवश्यक समन्वय स्थापित कर विभागीय योजनाओं में लाभ दिया जाए। पोषण संबंधी गतिविधियों के लिए साप्ताहिक रूप से अलग-अलग अनाज की रोटियां बना कर उपयोग की जा सकती है। पोषण विविधता के लिए पोषण वाटिका में ऐसे पौधे लगाए जाए जो जल्दी उत्पादन देते हैं , इनमें मुख्य रूप से टमाटर, पालक, मेथी लगाए। कलेक्टर ने  महिला एवं बाल विकास विभाग के सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों की प्रकरणवार समीक्षा की।

कलेक्टर ने कहा की पोषण पुनर्वास केंद्र का वातावरण बाल सुलभ होना चाहिए , उनके द्वारा शीघ्र ही जिले के पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया जाएगा । कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग अंतर्गत संचालित पोषण ट्रैकर सॉफ्टवेयर में दर्ज सभी प्रकार की जानकारी का अत्यंत सूक्ष्म अवलोकन किया और निर्देशित किया की सभी गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को ट्रैक करके उनकी प्रविष्टि की जाए तथा सेवाएं प्रदान की जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों से कार्यक्रमों की प्रगति में सुधार के संबंध में सुझाव लिए।  बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक संचालक, सीडीपीओ, सुपरवाइजर एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी आदि उपस्थित रहे ।

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किसान हमारी अर्थव्यवस्था की हैं रीढ़:

मुख्यमंत्री डॉ यादव मध्यप्रदेश का अन्नदाता अब बन रहा है ऊर्जादाता किसानों का कल्याण सर्वोपरि,

किसान हित में करेंगे सभी प्रयास सूखे खेत को पानी मिल जाये तो फसल हो जाती है सोना हम हर खेत तक पहुंचायेंगे पानी

किसानों की खुशहाली ही हमारे विकास का है मुख्य आधार मुख्यमंत्री ने सोलर पंप स्थापना के लिये की किसानों को 90 प्रतिशत सब्सिडी देने की घोषणा विद्युत पंप से एक स्टेप अधिक पॉवर केपिसिटी का दिया जायेगा सोलर पंप सोयाबीन पर भावांतर भुगतान के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री निवास में हुआ किसान आभार सम्मेलन भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के 3 हजार से अधिक किसान हुए शामिल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारे किसान भाई ही मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। किसानों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है। सरकार का हर निर्णय किसानों के कल्याण को ध्यान में रखकर लिया जा रहा है। किसानो की भलाई के लिए हमारी सरकार हर जरूरी कदम उठायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर संभव तरीके से किसानों की आय बढ़ाकर उनकी माली हालत मजबूत करने के लिए प्रयासरत है। भावांतर योजना किसानों को खुले बाजार में फसलों की कीमतों के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा देती है। यह योजना किसान हित में सरकार की एक बड़ी पहल है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को मुख्यमंत्री निवास परिसर में ‘सोयाबीन पर भावांतर भुगतान के उपलक्ष्य में’ आयोजित किसान आभार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सूखे खेत को अगर पानी दे दिया जाये, तो फसल सोना हो जाती है, हम प्रदेश के हर खेत तक पानी पहुंचायेंगे। मध्यप्रदेश के अन्नदाता अब ऊर्जादाता बन रहे हैं। किसान भाई अपने खेतों में सोलर पंप जरूर लगाएं। सोलर पंप लगाने से बिजली के अस्थाई कनेक्शन के खर्च से मुक्ति मिलेगी। मुख्यमंत्री ने किसानों के हित में एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि सोलर पॉवर पंप स्थापना के लिये किसानों को अब 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। पहले 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को विद्युत पंप से एक स्टेप अधिक पॉवर केपिसिटी का सोलर पॉवर पंप दिया जायेगा अर्थात् 3 HP वाले किसान को 5 HP का सोलर पॉवर पंप और 5 HP वाले किसान को 7.5 HP का सोलर पॉवर पंप दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने किसान आभार सम्मेलन में पारम्परिक वेशभूषा में सांस्कृतिक प्रस्तुति देने वाले सभी कलाकारों को 5-5 हजार रूपए देने की घोषणा भी की। इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलन तथा भगवान हलधर बलराम एवं भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर सम्मेलन की विधिवत् शुरूआत की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसान भाइयों की मेहनत से ही प्रदेश की जीडीपी में कृषि 39 प्रतिशत से अधिक का योगदान देती है। किसान भाई सच्चे अर्थों में मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न, दलहन, तिलहन, फलों और सब्जियों के उत्पादन की दृष्टि से मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। प्लांट बेस्ड प्रोटीन के उत्पादन के मामले में भी हम कम नहीं हैं। संतरा, मसाले, लहसुन, अदरक और धनिया उत्पादन में मध्यप्रदेश नंबर वन है। मटर, प्याज, मिर्च, अमरूद उत्पादन में दूसरे तथा फूल, औषधीय एवं सुंगधित पौधों के मामले में तीसरे स्थान पर मध्यप्रदेश है। उन्होंने कहा कि आज मध्यप्रदेश सोयाबीन स्टेट, मिलेट्स स्टेट, मसाला स्टेट, लहसुन स्टेट और संतरा स्टेट के रूप में प्रसिद्ध होकर देश का फूड बास्केट कहलाने लगा है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खेती-किसानी के लिए जल अमृततुल्य होता है। इसीलिए जल-संरक्षण के हर जरूरी उपाय कर जल अवश्य बचायें। हमारी सरकार ने प्रदेश के सभी अंचलों में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 3 बड़ी नदी जोड़ो परियोजनाओं पर काम प्रारंभ किया है। राजस्थान के साथ पार्वती-काली सिंध-चंबल (पीकेसी) नदी जोड़ो से बुंदेलखंड और चंबल, उत्तरप्रदेश के साथ केन-बेतवा से बुंदेलखंड और महाराष्ट्र के साथ ताप्ती मेगा रिचार्ज परियोजना से हम प्रदेश के सभी अंचलों में सिंचाई की स्थाई सुविधा उपलब्ध कराने की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान धरती माता के वास्तविक पुत्र हैं। मध्यप्रदेश नदियों का मायका है। प्रदेश में 250 से अधिक नदियां निकलती हैं। मां नर्मदा प्रदेश के किसानों के लिए वरदान है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को अनुदान पर सोलर पंप प्रदान कर रही है। किसान को 90 प्रतिशत अनुदान पर सोलर पंप दे रहे हैं। किसानों को 32 लाख सोलर पंप दिए जा रहे हैं। किसान 5 हॉर्स पावर तक के सोलर पंप लगाएं। बिजली का खर्च बढ़ाएं और अतिरिक्त बिजली सरकार को बेचें। हमारी सरकार आने पर प्रदेश में अब 52 लाख हेक्टेयर रकबा सिंचित हुआ है। नदी जोड़ो योजना के माध्यम से किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध करा रहे हैं। किसानों की फसल को पानी मिल जाए, फसल सोने की हो जाती है। राज्य सरकार ने सिंचाई का रकबा 100 लाख हेक्टेयर तक करने का लक्ष्य रखा है। किसानों को उनकी फसल का समुचित दाम मिले, इसके लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स भी स्थापित की जा रही हैं, जिससे अधिक उत्पादन होने पर किसान भाइयों को फसल फेकनी न पड़े।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पहले फसल का सीजन निकल जाने पर मुआवजे की राशि भेजी जाती थी। लेकिन अब राज्य सरकार ने सोयाबीन की फसल काटने से पहले ही राशि बांटना शुरू कर दिया है। किसानों की परेशानी किसान का बेटा ही समझ सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों के लिए भावांतर योजना का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसान भाई पवित्र मन से दूसरों का पेट भरने के लिए अन्न उगाते हैं। पुरानी सरकारों ने मां नर्मदा के जल का उपयोग नहीं किया। आज वही नर्मदा सिंचाई, पेयजल और उद्योगों को पानी उपलब्ध कराती है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सभी गोपालक किसान धूमधाम से गोवर्धन पूजा का त्यौहार मनाएं। राज्य सरकार शासकीय स्तर पर गोवर्धन पूजा का त्यौहार मनाएगी। प्रदेश में प्रभु श्रीराम के ओरछा धाम को भव्य रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राम वन गमन पथ भी विकसित कर रहे हैं। भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े हर स्थान को तीर्थ के रूप में विकसित कर रहे हैं। किसान भाई अपने बच्चों को पढ़ाएं। हमें अपने दोस्तों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मुख्यमंत्री निवास नहीं, किसानों का अपना आवास है। जब चाहें, यहां आयें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल सोयाबीन के लिए 2 लाख किसानों का पंजीयन हुआ था, भावांतर योजना दोबारा शुरू होने पर 9 लाख से अधिक सोयाबीन उत्पादक किसानों से पंजीयन करा लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहनों को इसी भाई दूज से 250 रुपए अतिरिक्त लाभ दिया जाएगा।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी एवं पारदर्शिता लाकर डिलेवरी सिस्टम को और भी सरल बनाने पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की खुशहाली ही हमारे विकास का आधार है। जब अन्नदाता (किसान) खुश होता है, तो पूरी कायनात में खुशी छा जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार सोयाबीन की फसल को भावांतर योजना के दायरे में लाया गया है। पहले सोयाबीन उत्पादक किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम कीमत पर फ़सल बेचनी पड़ती थी, इससे उन्हें बहुत नुक्सान उठाना पड़ता था। सरकार ने ऐसे किसानों की पीड़ा समझी और सोयाबीन की फसल को भी हम भावांतर योजना में लेकर आये हैं। ऐसे किसानों को फसल के शासकीय खरीदी मूल्य और बाजार में बिक्री भाव में अन्तर की राशि की भरपाई अब हमारी सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम किसानों को उनकी फसल की उचित मूल्य की गारंटी लेंगे। भावांतर योजना के माध्यम से किसानों को उनके परिश्रम का पूरा मूल्य दिलाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भावान्तर योजना सिर्फ एक योजना नहीं है, यह सरकार और किसानों के बीच विश्वास का रिश्ता है। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि किसान का पसीना सूखने से पहले उसका हक़ उसके हाथ में पहुँचे।किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के लिए सदैव तत्पर है। किसानों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ और मुआवजा प्रदान करने के लिए हमारी सरकार फैसले लेती है। भावांतर योजना किसानों के लिए एक वरदान बनेगी।विधायक एवं प्रदेशाध्यक्ष श्री हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के कल्याण, उनकी उपज का उचित लाभ और किसानों को सम्मान निधि देने के लिए केन्द्र सरकार के साथ निरंतर समन्वय कर बेहतरीन कार्य कर रही है।नर्मदापुरम सांसद श्री दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में किसानों के हित में निर्णय लिए जा रहे हैं। पहले किसानों को 175 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस देकर 2600 रुपए के भाव से गेहूं खरीदा। अब प्रदेश के सोयाबीन किसानों को भावांतर योजना का लाभ दिया जा रहा है। राज्य सरकार पीले मोजेक से हुए नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को मुआवजा दे रही है। पशुपालक किसानों और गौमाता के कल्याण के लिए गौशालाओं को दिया जाने वाला अनुदान दोगुना कर 40 रुपए किया है। प्रदेश के किसानों को 12 हजार रुपए किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। किसान भाई विपक्ष के भ्रम में न आएं। सरकार ने मूंग की खरीदारी कर भी एक रिकॉर्ड कायम किया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार हर सुख दुख में किसानों के साथ खड़ी है।

इस अवसर पर नर्मदापुरम, भोपाल, सीहोर, राजगढ़, रायसेन और विदिशा जिलों के लगभग 3 हजार से अधिक किसान उपस्थित थे। किसान सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य किसानों को शासन की भावांतर भुगतान योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी देना और किसानों को इस योजना का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित करना था।

किसानों को दी गई भावांतर योजना की जानकारी

कृषि, सहकारिता और विपणन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोयाबीन उत्पादक किसानों को भावांतर योजना की प्रक्रिया, पंजीयन और तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (5328 रुपए प्रति क्विंटल) से फसल के बिक्री मूल्य के वास्तविक अंतर की राशि के लाभ वितरण की व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी। किसान सम्मेलन में बताया गया कि भावांतर योजना के अंतर्गत सोयाबीन उत्पादक किसान 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक अपनी उपज कृषि उपज मंडियों में विक्रय कर सकेंगे। फ़सल बेचने के बाद भावांतर की राशि मात्र 15 दिनों के भीतर सीधे किसानों के आधार से लिंक बैंक खाते में जमा कर दी जाएगी। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भावांतर योजना के लिए किसानो द्वारा ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन की प्रक्रिया 17 अक्टूबर तक पूरी की जा चुकी है।

सम्मेलन में पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर, राज्यसभा सदस्य श्रीमती माया नारोलिया, वरिष्ठ विधायक श्री सीताशरण शर्मा, विधायक श्री भगवान दास सबनानी, विधायक श्री प्रेमशंकर वर्मा, जिलाध्यक्ष श्री रविंद्र यति, श्री महेन्द्र सिंह यादव, श्री हीरालाल पाटीदार, श्री मुकेश शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में किसान बन्धु उपस्थित थे। सम्मेलन में किसान मोर्चा, किसान यूनियन, गौ-सेवक संगठन और राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ द्वारा मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाकर हल, गदा और बड़ी गजमाला से आत्मीय स्वागत अभिनंदन किया गया।

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