मंदसौर जिलासुवासरा

ढाबला देवल में बच्चों का निवाला पहुंच रहा स्व-सहायता समूह के घर,बच्चो ने एवं शाला प्रबंधन ने शासन प्रशासन से की, कार्रवाई की मांग 

ढाबला देवल में बच्चों का निवाला पहुंच रहा स्व-सहायता समूह के घर,बच्चो ने एवं शाला प्रबंधन ने शासन प्रशासन से की, कार्रवाई की मांग

ग्राम ढाबला देवल के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में बच्चों का निवाला पहुंच रहा है गांव के ही आशापूरा स्वसहायता समूह के घर व बालकों के साथ किया जा रहा है खिलवाड़ विद्यालय प्रबंधन के साथ की जा रही है उपरोक्त समूह के द्वारा लंबे समय से मनमानी इस पर उचित कार्रवाई की मांग बच्चो ने एवं शाला प्रबंधन ने शासन प्रशासन से की

पंकज बैरागी

सुवासरा — अंतर्गत ग्राम पंचायत ढाबला देवल के शासकीय माध्यमिक विद्यालय ढाबला देवल में श्री आशापुरा स्वसहायता समूह ग्राम ढाबला देवल के द्वारा मध्यान भोजन संचालित किया जा रहा है वही जो साप्ताहिक मीनू बोर्ड लिस्ट पर दे रखे हैं वह बालकों को नहीं दिया जा रहा है और जहां मध्य प्रदेश की सरकार एवं केंद्र की सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और भी कई तरह की बेटे बेटियों के लिए करती है वही सुवासरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वर्तमान विधायक हरदीप सिंह के! क्षेत्र में सुवासरा तहसील के 84 गांव लगते हैं वहीं कई गांव में इस तरह की घटनाएं स्कूलों पर चल रही हैं सिर्फ और सिर्फ बालकों के साथ छलावा किया जा रहा है वही उपरोक्त बच्चों को पिछले दो सालों से शासन द्वारा निर्धारित मीनू के अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा है मीनू के अनुसार रसोइयों को भोजन बनाने की आवश्यक सामग्री समय पर उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है कई बार मंगलवार के दिन 1 लीटर तेल के पाउच से 106 बच्चों की पुरी व 500 ग्राम खीर हेतु दूध का इस्तेमाल किया जा रहा है बच्चों को एक-एक पूडि दी जाती रही है व प्रतिदिन 1 किलो दाल में 106 बच्चों क भोजन बनाया जा रहा है बच्चों को छोटी-छोटी 2 से 3 रोटी दी जा रही है जबकि शासन के द्वारा प्रत्येक बच्चे के प्रतिदिन₹10 रुपया 17 पैसे के मान से लगभग 800 से ₹900 प्रति दिवस राशि एवं 150 ग्राम खाद्यान्न प्रति दिवस यानी 15 से 16 किलो प्रतिदिन जारी हो रहा है समूह संचालक के द्वारा नियम विरोध खाद्यान्न सोसाइटी से सीधे उठाकर अपने घर ले जाया जा रहा है जबकि विद्यालय प्रबंधन के द्वारा खाद्यान्न हेतु विद्यालय में बड़ी पेटी उपलब्ध करा रखी है नवरात्रि में लगभग 80 बालक बालिकाओं को उपवास था समूह संचालक द्वारा 1 किलो की थैली फलियारी की भेजी गई प्रत्येक बच्चे को 10 ग्राम फलियारी दी गई प्रत्येक वर्ष15 अगस्त एवं 26 जनवरी को बच्चों को विशेष भोजन में लड्डू या हलवा परोसने होते है जो बिल्कुल नहीं दिया जाता है जबकि समूह के द्वारा विद्यालय के बच्चों को भोजन हेतु विद्यालय में अनुबंध करने के समय राज्य शासन के द्वारा मध्यान भोजन नियम शर्तों हेतु ₹500 स्टांप पर साला प्रबंधन समिति व ग्राम पंचायत के साथ 2 वर्ष का अनुबंध किया था विद्यालय प्रबंधन के द्वारा समूह के द्वारा की जा रही इस मनमानी के खिलाफ पिछले 2 वर्षों से लगातार कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए जा रहे हैं जिसकी एक प्रति जन शिक्षा केंद्र एवं बीआरसी कार्यालय सीतामऊ को उपलब्ध कराई जा रही है परंतु आज दिनांक तक उपरोक्त कार्यालय के द्वारा समूह संचालक की मनमानी के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया उल्टा उपरोक्त जन शिक्षा केंद्र के मध्यान भोजन प्रभारी जन शिक्षक के द्वारा समूह संचालक को लंबे समय से श्रेय दिया जा रहा है जन शिक्षक के कहने पर समूह संचालक अपने बचाव के लिए ग्राम में लोगों के घर जाकर कोरे कागज पर हस्ताक्षर लेकर यह कह रहा है कि साइन कर दो मैं आपके गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल खुलवा रहा हूं जहां जहां पर समूह संचालित करने वाले इनको मोटी तगड़ी रकम देते हैं वहीं लीपा पोती हो जाती है एवं बच्चों का निवाला उनसे छीना जा रहा है अब देखना यह है कि जिला कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी को इन समस्त समाचार पत्रों के माध्यम से अवगत कराया जाता है कि माध्यमिक विद्यालय ढाबला देवल में इसका निरीक्षण कर तीन दिवस के भीतर मध्यान भोजन मीनू के अनुसार संचालित हो एवं पूरे जिले में मध्यान्ह भोजन मेनू के अनुसार संचालित के आदेश हो अन्यथा आगे और कोई कदम उठाने पर यह सब जवाबदारी प्रशासन की रहेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon
Whatsapp
ज्वॉइन करें
site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}