
जितेन्द्र सिंह जडवासा
नाबालिक लड़की की सुनवाई हुसैन टेकरी पुलिस चौकी पर नहीं हुई तो उसने अपने मुंबई शहर में नामजद जीरो एफआईआर दर्ज कराई
जावरा। नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म मामले में पीड़िता ने मुंबई में नामजद जीरो एफआईआर दर्ज कराया है। आरोपी तौहीद हुसैन रतलाम जिला के जावरा तहसील के हुसैन टेकरी वक्फ प्रशासन में कर्मचारी रहा है।घटना सामने आने के बाद उसने इस्तीफा दिया है या उससे इस्तीफा लिया गया है यह जांच का विषय है। फिलहाल आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लड़की व उसके परिजनों ने मुंबई के दिंडोशी थाना में जीरो एफआईआर दर्ज करवाई है। एफआईआर की सूचना रतलाम पुलिस अधीक्षक अमित कुमार को प्राप्त हुई है जिसके आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार घटनास्थल हुसैन टेकरी का है। पीड़िता हुसैन टेकरी चौकी पर गई थी लेकिन उसे रातों-रात मुंबई के लिए रवाना कर दिया गया। अब सवाल यह है कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की। उसे क्यों मुंबई में जीरो एफआईआर दर्ज करवाना पड़ा। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली कि वक्फ प्रशासन ने अपना दामन बचाने लिए पुलिस से गठजोड़ बिठाया और मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया गया। नाबालिग लड़की गुमसुदा थी, जिसकी गुमशुदगी मुंबई के थाने में दर्ज थी। लड़की को पुलिस ने बरामद किया तो पुलिस को उसने बताया कि मैं अपनी मर्जी से गई थी। जब लड़की का मेडिकल हुआ तो मालूम हुआ की लड़की प्रेग्नेंट है। तब लड़की ने दुष्कर्म के घटनाक्रम के बारे में बताया।उसका कहना है कि कि मेरे साथ दुष्कर्म जावरा हुसैन टेकरी क्षेत्र में हुआ है। दुष्कर्म किसने किया और उस दिन चौकी में क्या हुआ।परिजनों को जब घटना की जानकारी प्राप्त हुई जाकर मामला दर्ज कराया गया। आरोपी तोहिद पर हुसैन टेकरी चौकी प्रभारी ने क्यों एफआईआर नहीं की दर्ज की गई। क्या इदराआ ने लोगों को संरक्षण दे रखा है जो ऐसे पवित्र स्थान पर ऐसी घिनौनी हरकत करते हैं ऐसी घटना में पुलिस की संवेदनशीलता क्यों खत्म हो गई। पुलिस किसके दबाव में काम कर रही थी पीड़िता की क्यों नहीं सुनी गई ? किसी होटल में या घर पर घटना हुयी है यह सब जांच के पहलू हैं।
रतलाम से संवादाता मोहम्मद शरीफ कुरैशी की खास रिपोर्ट