बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का किया आयोजन, किशोरी बालिकाओं को दी समझाइश

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का किया आयोजन, किशोरी बालिकाओं को दी समझाइश
गरोठ–महिला बाल विकास विभाग द्वारा शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय शामगढ़ में “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में विद्यालय प्राचार्य संजय बंसल , शिक्षक मुकेश धनोतिया,शिक्षक रमेश चंद्र मालवीय , शिक्षिका श्रीमती धीरज वर्मा , श्रीमती कल्पना बरडेजा , श्रीमती कुसुम गोस्वामी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कल्पना चौधरी , कल्पना डपकरा, निशा सोनी,चंद बी मगवा, मेरी कुट्टी डायस, सुनीता वर्मा , तबस्सुम बी एवं किशोरी बालिकाएं उपस्थित रही ।
बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम अंतर्गत प्रभारी परियोजना अधिकारी रीना झिंझोरिया द्वारा किशोरी बालिकाओं को बाल विवाह न करने की समझाइश दी गई । विवाह की सही उम्र बालकों के लिए 21 वर्ष एवं बालिकाओं के लिए 18 वर्ष हे । इसके पूर्व विवाह करना कानूनन अपराध हे । बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 अंतर्गत विवाह करने वाले माता पिता को 2 साल तक कैद सश्रम कारावास एवं 1 लाख तक जुर्माना हो सकता हे । पॉस्को एक्ट 2012 अंतर्गत यौन उत्पीड़न, पोर्नोग्राफी आदि की जानकारी दी गई । साइबर क्राइम की जानकारी दी गई । गुड टच, बैड टच की जानकारी दी गई एवं सतर्क रहने की समझाइश दी गई ।
बालिकाओं को अपने पसंदीदा क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी गई । बालिका को अपने रुचि के विषय लेने , एवं लक्ष्य निर्धारित करके हासिल करने हेतु विशेष रणनीति बनाकर पढ़ाई करने हेतु प्रेरित किया गया । बालिकाओं को मोबाइल का उपयोग कम से कम करने की समझाइश दी गई । उन्हें पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधित एवं किशोरी बालिकाओं के मासिक धर्म समय स्वच्छता संबंधित जानकारी के साथ शारीरिक एवं मानसिक बदलाव की जानकारी भी दी गई।
एक बेटा पढ़ता है, तो एक परिवार को रोशन करता हे । किंतु एक बेटी पढ़ती हे तो दो परिवारों को रोशन करती हे । बेटियां पढ़ेगी तो समाज शिक्षित होगा । अतः बालिकाओं को शिक्षा , चिकित्सा, खेल ,व्यवसाय अपने रुचि के क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया गया ।