प्रशांत पांडेय ने छोटे से कस्बे सुवासरा से निकलकर बॉलीवुड की ऊँचाइयों तक पहुंच कर एक बार फिर इतिहास रच दिया

प्रशांत पांडेय ने छोटे से कस्बे सुवासरा से निकलकर बॉलीवुड की ऊँचाइयों तक पहुंच कर एक बार फिर इतिहास रच दिया
सुवासरा।मध्यप्रदेश के छोटे से कस्बे सुवासरा से निकलकर बॉलीवुड की ऊँचाइयों तक पहुँचे प्रशांत पांडेय ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। अहमदाबाद में आयोजित 70वें फिल्मफेयर अवॉर्ड समारोह में उन्हें अपने गीत ‘ओ सजनी रे’ के लिए बेस्ट लिरिक्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
प्रशांत पांडेय इससे पहले भी अपनी प्रतिभा से सबका ध्यान आकर्षित कर चुके हैं — उन्होंने IIFA अवॉर्ड भी अपने नाम किया था। अब फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतकर उन्होंने यह साबित कर दिया है कि सच्ची लगन और मेहनत से कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता…
उनका लिखा गीत ‘सजनी’ अपनी भावनात्मक गहराई, सादगी और अर्थपूर्ण शब्दों के कारण लोगों के दिलों में गूंज रहा है। इस गीत ने न सिर्फ फिल्म के संगीत को नई ऊँचाई दी, बल्कि श्रोताओं के दिलों को भी गहराई से छू लिया…
सुवासरा सहित पूरे मंदसौर जिले और मध्य प्रदेश में इस खबर के बाद खुशी की लहर है। स्थानीय लोग इसे क्षेत्र की ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में देख रहे हैं।
प्रशांत पांडेय आज उन तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं जो छोटे शहरों और गाँवों से बड़े सपने देखते हैं — यह साबित करते हुए कि प्रतिभा को पहचान पाने के लिए किसी बड़े शहर का होना जरूरी नहीं, बस हौसला और मेहनत चाहिए…