सुवासरा में विजयदशमी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विशाल पथ संचलन

सुवासरा में विजयदशमी पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विशाल पथ संचलन

विजयादशमी उत्सव पथ संचलन के निमित्त सभी स्वयंसेवको का स्वामी विवेकानंद खेल मैदान सुवासरा में एकत्रीकरण हुआ ।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता का पूजन कर और शस्त्र पूजन किया गया ।
संचलन के पूर्व आयोजित बौद्धिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी श्री महेश मुजावदिया, संघ के खंड संघचालक श्री मांगीलाल मेहर तथा मुख्य वक्ता के रूप में मालवा प्रांत के प्रवासी घुमक्कड़ समुदाय प्रांत प्रमुख एवं प्रचारक श्री रवि प्रताप सिंह बुंदेला उपस्थित रहे।
श्री बुंदेला ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं जो संघ के शताब्दी वर्ष के साक्षी और सहभागी बने हैं। यह अवसर हमें हमारे पूर्वज स्वयंसेवकों के तप, त्याग और परिश्रम से प्राप्त हुआ है। उन्होंने डॉ. हेडगेवार जी के जीवन व संघ स्थापना (1925) से लेकर स्वर्ण जयंती वर्ष तक संघ द्वारा किए गए समाज जागरण कार्यों का उल्लेख किया।
आपने संघ के मूल कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व मंगल की कामना करने वाली संस्कृति है। देश को संपन्न बनाने के लिए पाँच प्रमुख कार्यों को अपनाना आवश्यक है –1. स्वभाव में स्व के भाव का जागरण,2. नागरिक शिष्टाचार का पालन,3. परिवार व्यवस्था को सुदृढ़ करना व मंगल सभा आयोजित करना,4. सामाजिक समरसता का पालन,5. पर्यावरण के प्रति सभी नागरिकों को जागरूक बनना चाहिए।अपने उद्बोधन में आपने संघ की 100 वर्षों की अनुकरणीय यात्रा का भी विस्तृत उल्लेख किया।
कार्यक्रम के पश्चात विवेकानंद खेल मैदान से पथ संचलन प्रारंभ हुआ, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए पुनः मैदान पर आकर संपन्न हुआ। नगरवासियों ने अनेक स्थानों पर पुष्पवर्षा कर संचलन का भव्य स्वागत किया।