मंदसौरमध्यप्रदेश
“एकात्म मानववाद एवं स्वदेशी उत्पाद” विषय पर व्याख्यान आयोजित

“एकात्म मानववाद एवं स्वदेशी उत्पाद” विषय पर व्याख्यान आयोजित
मंदसौर। पी.एम. कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मंदसौर के प्रबंध विभाग में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. डी. सी. गुप्ता ने विद्यार्थियों को स्वदेशी अपनाने एवं स्वदेशी उत्पादों के उपयोग के लिए प्रेरित किया गया तथा विदेशी उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया गया और बताया कि स्वदेशी के प्रयोग से आर्थिक विकास और देश की जीडीपी वृद्धि को नया आयाम मिलेगा।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संस्कृत विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. अनिल आर्य रहे। उन्होंने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि स्वदेशी केवल उत्पादों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना का महत्वपूर्ण आधार है। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद के विचार को विद्यार्थियों को बताते हुए कहा कि यह विचार व्यक्ति बनाम समाज नहीं वरन व्यक्ति और समाज की एकात्मता का विचार है। यह मानव बनाम प्रकृति नहीं वरन मानव के साथ प्रकृति की एकात्मता का विचार है। भौतिक बनाम आध्यात्मिक नहीं वरन इनकी एकात्मता का विचार है। भारत में इसे धर्म कहा गया है– ‘यतोऽभ्युदयनिःश्रेयससिद्धिः स धर्म:।’ अर्थात् यह व्यष्टि, समष्टि, सृष्टि व परमेष्ठी की एकात्मता का विचार है।
इस अवसर पर डायरेक्टर डॉ. आरती पड़ीयार ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। संपूर्ण आयोजन एवं समन्वय डॉ. रजत जैन द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन शालू नलवाया ने किया तथा आभार प्रदर्शन साक्षी विजयवर्गीय द्वारा किया गया। 168 विद्यार्थियों की गरिमामयी उपस्थिति में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।