
फेक एनसीसी प्रमाण पत्र के मामले मे प्रकरण दर्ज
ताल- विगत दिनों पुलिस को एक आवेदन पत्र प्राप्त हुवा था जिसमे शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि एक व्यक्ति द्वारा फर्जी तरीके से एन सी सी केंम्प चलाकर नकली फेंक प्रमाण पत्र दिया है,इसका खुलासा तब हुवा जब युवक का एयर फोर्स मे चयन हो गया और उक्त प्रमाण पत्र जांच में फेंक पाया गया ।पुलिस ने जांच में शिकायत सही पाये जाने पर आपराधिक प्रकरण पंजिबद्ध कर इस मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है।
पुलिस थाना ताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पिपलीया सिसोदिया के एक युवक ने पुलिस थाने पर कुछ छात्रों के साथ आवेदन पत्र प्रस्तुत कर बताया कि उसका चयन एयर फोर्स में हो गया है।जिसमे आरोपी शांति लाल पिता मनोहरलाल शर्मा निवासी खजुरी देवडा के द्वारा फर्जी तरीके से एन सी सी केंप चलाकर नकली एन सी सी प्रमाण पत्र दिया है।जांच करते पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण पंजिबद्ध कर आरोपी शांति लाल शर्मा निवासी खजुरी देवड़ा को गिरफ्तार कर आरोपी अभी पुलिस रिमांण्ड पर होकर आरोपी से पुलिस की पुछताछ जारी है । थाना प्रभारी तुर सिंह डावर ने आगे जानकारी देते हुए बताएं कि पूछताछ में आरोपी शांतिलाल शर्मा ने बताया कि उसके द्वारा सील ताल के गायत्री प्रिंटिंग प्रेस के गौरव राठौर से बनवाना बताई गई जिस पर गौरव राठौर की गिरफ्तारी करते हुए उसके वहां से कंप्यूटर सीपीयू एवं प्रिंटर की जप्ती करते हुए आरोपी को न्यायालय पेश किया गया जहां से न्यायालय द्वारा आरोपी गौरव राठौर को न्यायालय से जेल पहुंचाने के आदेश दिए जाने पर उसे जेल दाखिल किया गया। और शांतिलाल शर्मा गुरुवार तक पुलिस रिमांड पर है।
शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान।
इस मामले में सबसे बड़ा अहम सवाल यह है कि जब कोई व्यक्ति इस प्रकार से फर्जी कैंप चला रहा था तो शिक्षा विभाग द्वारा कोई सुध क्यों नहीं ली गई। यह भी एक जांच का विषय है।
वहीं सबसे बड़ी बात है कि उक्त आरोपी द्वारा आब तक कितने ऐसे फेक प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए और इस अवैध कार्य में किन-किन लोगों का सहयोग रहा, और कितने बच्चों का भविष्य खराब किया गया है,यह भी पुलिस प्रशासन के लिए जांच का विषय है।
थाना प्रभारी तुर सिंह डावर और उनके स्टाफ का सराहनीय सहयोग रहा।
इस मामले के खुलासे में जैसे ही थाना प्रभारी तुर सिंह डावर को इस अति गंभीर मामले की शिकायत प्राप्त हुई ,शिकायत प्राप्त होने के समय से ही इस मामले में थाना प्रभारी से डावर द्वारा सूक्ष्मता से मामले की जांच पड़ताल शुरू करते हुए एक कड़ी से दूसरी कड़ी मिलाते मिलाते आखिरकार मामले में आरोपी के विरुद्ध अपराधीक प्रकरण पंजीकृत कर मुख्य आरोपी के अलावा और भी कुछ गिरफ्तारियां अभी तक हो चुकी है और आगे भी मामले में विवेचना जारी।