
1 करोड़ 20 लाख रुपये का रिकॉर्ड तोड़ वसूला जुर्माना, शहर से एक गिरफ्तार
झालावाड़। बिजली चोरों, माफियाओं और शातिर अपराधियों के हौसले अब पस्त हो चुके हैं! राजस्थान में पहली बार, जयपुर डिस्कॉम और झालावाड़ पुलिस ने मिलकर एक ऐतिहासिक ‘ऑपरेशन ऊर्जा प्रहार’ चलाकर, रात के अंधेरे में बिजली चुराने वालों पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की है। इस धमाकेदार छापेमारी में न सिर्फ 1 करोड़ 20 लाख रुपये का रिकॉर्ड तोड़ जुर्माना वसूला गया है, बल्कि अपराधियों के अवैध नेटवर्क पर भी सीधा और गहरा प्रहार हुआ है। यह महा-अभियान जयपुर डिस्कॉम की प्रबंध निदेशक आरती डोगरा के निर्देशन और झालावाड़ पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के सहयोग से चलाया गया। उन्होंने बताया कि खुफिया इनपुट मिले थे कि जिले के हार्डकोर अपराधी और मादक पदार्थ तस्कर अपनी काली करतूतों को अंजाम देने के लिए चोरी की बिजली का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं। बिजली चोरों की नींद उड़ाने के लिए, बिजली विभाग और पुलिस विभाग ने मिलकर 48 टीमों का एक विशाल दस्ता तैयार किया। इन टीमों में कुल 520 जांबाज कर्मी (170 विद्युत विभाग से और 350 पुलिस से) शामिल थे। रात 10 बजे शुरू हुई इस कार्रवाई में उन्होंने 660 से ज्यादा संदिग्ध ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। यह छापेमारी कोई साधारण रेड नहीं, बल्कि अपराधियों के लिए एक ‘बिजली का झटका’ साबित हुई। इस दौरान 371 मामलों में विद्युत अधिनियम के तहत कड़ा एक्शन लिया गया। छापेमारी के दौरान भवानीमंडी में मनसब अली नामक शख्स एक वाटर प्लांट चलाने के लिए सीधे खंभे से तार डालकर बिजली चोरी कर रहा था। पुलिस ने रंगे हाथों पकड़कर उस पर 66,000 रूपये का जुर्माना लगाया। राजपासा के तहत न्यायिक हिरासत में बंद कुख्यात अपराधी सागर कुरैशी के आलीशान घर में भी चोरी की बिजली का उपभोग पाया गया। उसके परिजनों पर 85,000 रूपये का भारी-भरकम जुर्माना ठोका गया। पिड़ावा थाने के नामी हिस्ट्रीशीटर अकरम और अशफाक उर्फ अकरम के कई आलीशान मकानों और दुकानों पर भी चोरी की बिजली से ‘रोशनी’ हो रही थी, जहां वीसीआर भरी गई। यह अभियान सिर्फ राजस्व वसूलने के लिए नहीं था, बल्कि यह एक साफ संदेश था कि राजस्थान में अब बिजली चोरी का धंधा नहीं चलेगा। इस ऑपरेशन में जयपुर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता विशम्भर सहाय और झालावाड़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा का विशेष योगदान रहा। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यह अभियान जारी रहेगा और जो भी इस अवैध काम में लिप्त पाया जाएगा, उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।