सोयाबीन की फसल हुई खराब तो ख़डी फसल मे चलाया रोटावेटर, किसानो ने की तुरंत मुआवजे व बीमा क्लेम की मांग

सोयाबीन की फसल हुई खराब तो ख़डी फसल मे चलाया रोटावेटर, किसानो ने की तुरंत मुआवजे व बीमा क्लेम की मांग

बादपुर /मल्हारगढ़
रिपोर्ट — पारस राठौर
मल्हारगढ़ तहसील के दोरवाड़ा, बादपुर सहित अन्य गांवों में इस साल सोयाबीन की फसल पर पीला मौजक बीमारी का गंभीर प्रकोप देखने को मिला। किसानों की मेहनत और उम्मीदों पर पानी फिर गया, क्योंकि बीमारी के चलते फसलें बर्बाद हो गईं। स्थिति इतनी खराब हो गई कि किसानों को अपनी ख़डी फसल के खेत में ही रोटावेटर चलवाकर खत्म करनी पड़ी। किसान ख़ून के आंसू रोने पर मजबूर, किसान का एकमात्र कमाई का साधन खेती की फसल होता हैं वही न बचे तो आख़िरकार किसान किससे आस करे ?
किसानों की मांग:
क्षेत्र के किसान शीतलसिंह, मोहनसिंह, मांगीलाल, गोविन्दलाल पवन कुमार ने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें उनकी बर्बाद फसल का मुआवजा और बीमा क्लेम तुरंत दिया जाए। किसानों का कहना है कि फसल बर्बाद होने से उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, और परिवार की आजीविका चलाना मुश्किल हो रहा है।
किसानों की पीड़ा:
दोरवाड़ा के एक किसान ने कहा, _”हमने पूरी मेहनत और खर्च से सोयाबीन बोई थी, लेकिन पीला मौजक बीमारी ने सब खत्म कर दिया। अब खेत खाली हैं और हमारे पास कोई सहारा नहीं। सरकार से हमारी अपील है कि हमें मुआवजा दिया जाए ताकि हम अगली फसल की तैयारी कर सकें।”_
कांग्रेस नेता बोराना ने उठाई आवाज
क्षेत्र के कांग्रेस नेता और पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शीतल सिंह बोराना ने किसानों के समर्थन में आवाज उठाई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को तुरंत सर्वे करवाकर प्रभावित किसानों को मुआवजा और बीमा दिलाना चाहिए।
किसानों की यह मांग न केवल उनके जीवन को राहत देगी, बल्कि क्षेत्र की कृषि व्यवस्था को भी स्थिर बनाएगी। अब देखना होगा कि प्रशासन और सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।