झुठी कहानी बताकर फोन पे व गुगल पे पर रुपये डलवाकर धोखाधड़ी करने वाले शातिर आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

झुठी कहानी बताकर फोन पे व गुगल पे पर रुपये डलवाकर धोखाधड़ी करने वाले शातिर आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अफजलपुर। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मीणा के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री तेरसिंह बघेल व अनुविभागीय पुलिस अधिकारी श्रीमति कीर्ति बघेल के निर्देशन में थाना प्रभारी उनि शेलेन्द्र सिंह कनेश के द्वारा लोगो उनके परिचित का एक्सीडेंट / अस्पताल में भर्ती/पुलिस थाने पर रिपोर्ट की फर्जी सुचना देकर फोन पे गुगल पे पर रुपये डलवाने वाले शातिर आरोपी की पतारसी कर गिरफ्तार करने में सफलता मिली ।
दिनांक 09.07.25 को आवेदक रामगोपाल पिता अमीरचन्द्र सांलित्रा जाति धाकङ निवासी बडवन पर मोबाईल फोन पर फोन लगाकर आवेदक के परिचित का एक्सीडेंट होने कि फर्जी सुचना देकर इलाज के लिये फोन पे पर 4000 रुपये डलवा लिये। बाद में आवेदक को पता चला की आवेदक के किसी परिचित के साथ एक्सीडेंट या अनहोनी घटना नही हुई है तथा आरोपी दिलीप सुतार द्वारा उसके मोबाईल नम्बर 9993129020 से फरियादी को झुठी सुचना देकर धोकाधड़ी कर 4000 रुपये ऐठे गये है। जिसकी शिकायत आवेदन पर थाना अफजलपुर पर अपराध पंजीबद्ध कर जाँच करते मोबाईल नम्बर व एकाउंट नम्बर के धारक की तलाश कर आरोपी दिलीप सुतार को गिरफ्तार किया गया जो आरोपी दिलीप सुतार द्वारा बताया की वह भोले भाले लोगो से उनके परिचित का एक्सीडेंट व बिमारी व खुद के परिवार में अनहोनी घटना की कहानी सुनाकर उनसे ओनलाईन पेमेंट डलवाकर धोकाधडी करता हूँ आरोपी दिलीप द्वारा अन्य कई लोगो के साथ भी इसप्रकार की घटना की जा चुकी है जिसके सबंध में आरोपी से पृथक से पुछताछ की जाकर अग्रिम कार्यवाही की जावेगी। प्रथम दृष्टया आरोपी दिलीप सुधार का कृत्य धारा 318(4) भारतीय न्याय संहिता का पाया जाने से थाना अफजलपुर पर अपराध क्रमांक 152/2025 धारा 318(4) भारतीय न्याय संहिता का पंजीबद्ध कर अग्रिम विवेचना जारी है।
गिरफ्तार आरोपी
1- दिलीप पिता पुरालाल सुतार निवासी देवरी थाना नाहरगढ जिला मंदसोर
सराहनीय भूमिका
उक्त कार्यवाही में उनि शेलेन्द्र सिंह कनेश थाना प्रभारी अफजलपुर व उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
आम जन से अपील-
मंदसोर पुलिस की आम जनता से अपील है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को ऑनलाईन पेमेंट करने से पहले सामने वाले व्यक्ति की जानकारी ले तथा संबंधी व्यक्ति या उसके परिचित से चर्चा कर घटना की तस्दीक करले सही होने पर ही पेमेंट करे। ऑनलाईन फ्रोड से सतर्कता से ही बचा जा सकता है। किसी भी प्रकार का ऑनलाई फ्रोड होने पर नजदीकी पुलिस स्टेशन पर सम्पर्क करे