मंदसौरमध्यप्रदेश

समाचार मध्यप्रदेश मंदसौर 03 सितंबर 2025 बुधवार

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शालेय दौड प्रतियोगिता मे बेटी निर्मला ने प्रथम स्थान प्राप्त किया

 सम्भाग स्तर पर चयन से विद्यालय मे हर्ष
मोतीपुरा/नाहरगढ(तुलसीराम राठौर)–पीएम श्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मोतीपुरा की होनहार छात्रा कु.निर्मला पिता  समरथ मीणा कक्षा 9 वी ग्राम कोलवी ने गरोठ में आयोजित शालाये जिला खेल प्रतियोगिता दौड़ एस जी एफ आई अंडर 17 बालिका वर्ग में एथेलेटिक्स दौड़ प्रतियोगिता में 800 मीटर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। वही से छात्रा का संभाग स्तर पर चयन हुआ है।  संभागीय स्तर पर चयन होने पर विद्यालय के प्राचार्य कैलाश सूर्यवंशी एवं टीम मैनेजर  जय सिंह भाटी , हुकुम चंद पाटीदार,  मनोज कुमार स्वामी, मुकेश बनानी, भंवर सिंह राठौर, रविन्द्र कंथारिया, अरविंद उपाध्याय, अशोक पुनिया,निम्स्या ठाकुर, श्रीमति वनीता मोड़, श्रीमति शीतल भिडोडिया, सत्यनारायण धाकड़, रामगोपाल माली, अनिरुद्ध सिंह राठौर, जनशिक्षक  सुनील धनोतिया, राहुल राठौर, श्रीमति सीमा पाटीदार, अब्दुल लतीफ पठान,कमलेश उदिया, अशोक प्रजापत, घनश्याम प्रजापत, शुभम नागर, प्रभुलाल सूर्यवंशी, आरिफ मंसूरी,भागीरथ जरानिया, कुलदीप पाटीदार, दशरथ शर्मा, मंगलेश परमार, शिवलाल डांगी,राहुल डांगी ,श्रीमति आशा कुमावत, श्रीमति गायत्री प्रजापत, सुश्री टीना उदिया सहित समस्त शिक्षकों द्वारा बालिका की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया व सम्मान कर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित की । बेटी ने माता पिता के साथ ही विधालय का नाम रोशन किया है । सभी का आभार कैलाश चन्द्र सुर्यवंशी ने माना ।

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राज्यसभा सांसद श्री गुर्जर एवं नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर ने गणेशजी की आरती की

मन्दसौर। सोमवार की शाम को राज्यसभा सांसद श्री बंशीलाल गुर्जर एवं नपाध्यक्ष श्रीमती रमादेवी गुर्जर ने मंदसौर नगर में दो स्थानों पर पहुंचकर भगवान श्री गणेशजी की आरती की। गुर्जर दम्पत्ति ने नयापुरा रोड़ गवली मोहल्ला स्थित श्री कृष्ण गणेशोत्सव समिति के पाण्डाल में गणेशजी क आरती की। इस मौके पर नपा सभापति शांति दिनेश फरक्या, दीपमाला रामेश्वर मकवाना, रमेश ग्वाला, समाजसेवी कन्हैयालाल सोनगरा ने भी आरती करने का धर्मलाभ लिया। इन सभी का स्वागत रवि गुर्जर, राकेश बैरागी, महेन्द्र सुरा, शांतिलाल बानिया ने दुपट्टा ओढ़ाकर किया।
राज्यसभा सांसद श्री बंशीलाल गुर्जर, भाजपा जिलाध्यक्ष पं. राजेश दीक्षित, नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर ने पं. नेहरू बस स्टेण्ड स्थित त्रिनेत्र उत्सव समिति व माही गु्रप के गणेश पाण्डाल में पहुंचकर भगवान गणेशजी की आरती की। इस मौके पर भाजपा नेता राजू चावला, जीवन शर्मा, मण्डल अध्यक्ष विनोद डगवार, महामंत्री धर्मेन्द्र जटिया, बंशी राठौर, खिलचीपुरा के पूर्व सरपंच गिरधारीलाल माली, कहार समाज अध्यक्ष चुन्नीलाल चौहान, अ.भा. वाल्मीकि महासभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जीवन गौसर ने भी गणेशजी की आरती की। इन सभी का स्वागत त्रिनेत्र उत्सव समिति के सुनील जैन महाबली, विनोद सम्राट, गज्जु सम्राट, कीर्तिश जैन मावा वाला, राजेश राठौर कालाखेत, सन्नी गोसर, राजेश परमार आदि ने दुपट्टा ओढ़ाकर किया। इस मौके पर समाजसेवी कन्हैयालाल सोनगरा, दलपत डांगी, प्रिंस सिसौदिया आदि ने भी आरती का धर्मलाभ लिया। राज्यसभा सांसद श्री गुर्जर एवं नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर ने दोनों स्थानों पर गणेशोत्सव की सभी को शुभकामनाएं भी दी।

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बूढा में ढ़ोल ग्यारस पर निकलेगी भव्य शाही सवारी,दुल्हन की तरह भगवा रंग से सजा बूढा नगर

मल्हारगढ़/बूढा –बड़े हर्ष का विषय है कि प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी दिनांक 3 सितम्बर को ढ़ोल ग्यारस के पावन पर्व पर भगवान श्री कृष्ण कि भव्य शाही सवारी बूढा नगर मे निकाली जाएगी जिसमे मुख्य आकर्षण का केंद्र नासिक के ढ़ोल और तासे, कार्नीवाल आर्टिस्ट यु पी बिना मुँह और दो मुँह का इंसान, लम्बू और लंगूर, ऐरावत हाथी,अगोरी शिव तांडव, अखाडा, बाहुबली गोरिल्ला डांस, बारूद और फूलो कि तोफ, रुद्राक्ष आरती मण्डल बूढा, डांडिया गरबा आदि आकर्षक झाकियों के साथ शाही सवारी पुरे नगर मे निकलेगी श्री कृष्ण मित्रमंडल ने नगर को दुल्हन कि तरह भगवा रंग से सजाया जिसकी तैयारी जोरों शोरो से चल रही है सभी भक्तजनों से निवेदन है कि शाही सवारी मे सम्मिलित होकर कार्यक्रम को सफल बनाये।

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देथली बुजुर्ग में तेजाजी महाराज की शोभायात्रा

✍️ हुकुमचंद रत्नावत

गरोठ- तहसील की ग्राम देथली बुजुर्ग में सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज की शोभायात्रा चल समारोह के साथ पूरे गांव में निकली। इस दौरान गांव के नागरिक सहित जाट, चौधरी परिवार के वरिष्ठ सदस्य अर्जुन सिंह जाट, गोविंद जाट, बलराम जाट, सुरेशचंद्र जाट, कमलेश जाट, गोपाल जाट, मनीष कुमार जाट,ईश्वर सिंह जाट (जमाई जी) सहित जाट चौधरी परिवार के पुरुष, महिलाएं और गांव के धर्म प्रेमी माताएं बहने भी चल समारोह के साथ रही। इस दौरान तेजाजी महाराज के स्थान पर वीर तेजाजी महाराज की आरती की गई एवं प्रसाद वितरण किया गया। उल्लेखनीय की गरोठ तहसील का यह एकमात्र गांव है जहां पर जाट परिवार रहते हैं ।

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पुलिस अधीक्षक श्री मीणा द्वारा जनसुनवाई, 33 आवेदकों की शिकायत का किया निराकरण

मंदसौर- पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार मीणा द्वारा जनसुनवाई का आयोजन कर आवेदकों की शिकायत का त्वरित एवं विधिसंगत निराकरण, कुल 33 आवेदकों की शिकायत का किया गया त्वरित एवं विधिसंगत निराकरण।

02.09.25 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय मंदसौर में पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार मीणा द्वारा आमजन की शिकायतों के त्वरित एवं विधिसंगत निराकरण करने के उद्देश्य से आमजन शिकायत जनसुनवाई शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 33 आवेदकों की शिकायतों का श्रीमान पुलिस अधीक्षक  द्वारा त्वरित एवं विधिसंगत निराकरण किया गया।

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अज्ञात पुरुष का शव मिला,गुम इंसान से मिलान थाना नाहरगढ़  संपर्क करें

थाना नाहरगढ़ में ग्राम रामगढ़ के पास डूब क्षेत्र में शिवना नदी में एक अज्ञात पुरुष का शव मिला है, उक्त शव के दाहिने हाथ पर अंग्रेजी में S S लिखा हुआ है, तथा बाएं हाथ की कलाई पर पट्टी बंधी हुई है।कृपया सभी थाने अपने थाना क्षेत्र की गुम इंसान से मिलान कर पहचान कर थाना नाहरगढ़  मोबाईल नंबर 7587633642पर संपर्क करें।

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गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट 12 सितंबर और कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट 5 अक्टूबर से

गांधीसागर और कूनो बने ईको-टूरिज्म व साहसिक पर्यटन के केंद्र : मंत्री श्री लोधी

ऑल सीजन टेंट सिटी के साथ साहसिक गतिविधियों का रोमांच- अपर मुख्य सचिव श्री शुक्ला

मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा गांधीसागर एवं कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट एंड फेस्टिवल का आयोजन

मंदसौर 2 सितम्बर 2025/ मध्य प्रदेश अब पर्यटकों को देने जा रहा है ऐसा सफर, जिसकी प्रतीक्षा लंबे समय से थी। जंगल की रोमांचक रातें, नदी और बैकवाटर्स की शांति, और आसमान को छूती साहसिक गतिविधियां, ये सब मिलकर जल्द शुरू करने जा रहे हैं पर्यटन का नया अध्याय। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड, ईको-टूरिज्म और साहसिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से इस वर्ष दो महत्वपूर्ण आयोजनों का शुभारंभ करने जा रहा है। “गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट” का चतुर्थ संस्करण 12 सितंबर 2025 से मंदसौर जिले के गांधीसागर डैम पर और “कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट” का द्वितीय संस्करण 5 अक्टूबर 2025 से श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान के समीप आयोजित होगा।

पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि गांधीसागर और कूनो जैसे फॉरेस्ट रिट्रीट केवल पर्यटन आयोजन नहीं हैं, बल्कि ये हमारे प्रदेश की प्राकृतिक धरोहर, सांस्कृतिक समृद्धि और पर्यावरण संरक्षण को एक साथ जोड़ने का प्रयास हैं। गांधीसागर और कूनो ईको-टूरिज्म व साहसिक पर्यटन के केंद्र के रूप में उभरे हैं। गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट का उद्देश्य प्रदेश को एडवेंचर टूरिज्म के मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाना है, वहीं कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट हमारे लिए वेलनेस और वन्यजीव पर्यटन का हब है। इन आयोजनों से न केवल देश-विदेश से पर्यटक आकर्षित होंगे बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

अपर मुख्य सचिव पर्यटन, संस्कृति, गृह और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा गांधीसागर और कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट, अनुभव-आधारित पर्यटन के उदाहरण हैं। इन आयोजनों में आने वाले मेहमान उच्चस्तरीय और सर्व सुविधा युक्त ग्लेम्पिंग का आनंद उठाएंगे और जल, थल एवं वायु आधारित साहसिक गतिविधियों जैसे पैरासेलिंग, पैरामोटरिंग, जेट स्की, हॉट एयर बैलूनिंग, जंगल सफारी, नाइट वॉक और स्टार गेज़िंग का रोमांचक अनुभव प्राप्त करेंगे। ऑल सीजन टेंट सिटी के साथ ही बोट सफारी, बोट स्पा, योग एवं वेलनेस सत्र, स्थानीय व्यंजन, हस्तशिल्प प्रदर्शन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पर्यटकों को प्रदेश की संस्कृति और जीवन शैली से निकटता से जोड़ेंगी। इन आयोजनों को हमने इस तरह से आयोजित किया है कि पर्यटन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय समुदायों की भागीदारी और सतत विकास को प्राथमिकता दी जाए।

गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट एंड फेस्टिवल (12 सितंबर 2025 से

चंबल नदी पर बने गांधीसागर डैम के मनोहारी बैकवाटर क्षेत्र को एडवेंचर हब बनाने की दिशा में मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा यह आयोजन शुरू किया गया था, जो अब देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।

मुख्य आकर्षण:

प्राकृतिक सौंदर्य से घिरी ग्लेम्पिंग साइट (50 लग्जरी ऑल सीजन टेंट सिटी)

जल, थल और वायु आधारित साहसिक गतिविधियां – पैरासेलिंग, पैरामोटरिंग, जेट स्की, ज़ोरबिंग आदि

बोट सफारी एवं बोट स्पा

जंगल सफारी

स्थानीय व्यंजन, इनडोर स्पोर्ट्स एवं मनोरंजन सुविधाएं

प्रकृति संरक्षण और स्थानीय हस्तशिल्प पर केंद्रित कार्यशालाएं

बटरफ्लाई गार्डन

⁠रॉक गार्डन

उद्देश्य एवं लाभ:

मध्य प्रदेश में पर्यटन को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने के साथ ही यह पहल क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेगी और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। इन आयोजनों के माध्यम से नेचर एवं एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोमांचक गतिविधियों का अनुभव करने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। साथ ही, स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण के साथ नई पीढ़ी में अपनी धरोहर और प्राकृतिक संपदा के प्रति जागरूकता भी विकसित होगी।

कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट एंड फेस्टिवल (5 अक्टूबर 2025 से)

चीतों की वापसी के ऐतिहासिक क्षण का साक्षी रहा कूनो राष्ट्रीय उद्यान अब इको-टूरिज्म और सांस्कृतिक धरोहर का संगम प्रस्तुत करने जा रहा है। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक भागीदारी के साथ पर्यटन को नई पहचान देगा।

मुख्य आकर्षण:

जल, थल और वायु आधारित साहसिक गतिविधियां

कला, शिल्प, लोक संगीत और नृत्य का आयोजन

प्राकृतिक सौंदर्य के बीच ग्लेम्पिंग साइट (25 लग्जरी ऑल सीजन टेंट सिटी)

रोमांचक जंगल सफारी एवं नाइट वॉक

योग, ध्यान एवं वेलनेस सत्र

विलेज टूर और विभिन्न कार्यशालाएं

हॉट एयर बैलूनिंग और स्टार गेजिंग का अनुभव

चीता इंटरप्रिटेशन सेंटर

उद्देश्य एवं लाभ:-मध्य प्रदेश में आयोजित होने वाला कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट प्रदेश के पर्यटन को नई दिशा देने वाला है। यह आयोजन वन्यजीवन, इको-टूरिज्म और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देता है तथा चीता पुनर्वास जैसे ऐतिहासिक प्रयास को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करता है। इसके माध्यम से स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार और आजीविका के नए अवसर निर्मित होंगे। साथ ही यह पहल पर्यावरण संरक्षण और सतत पर्यटन विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी, जो प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाएगी।

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कलेक्टर, एडीएम एवं सीईओ ने जनसुनवाई के दौरान 64 मामलों की सुनी समस्याएँ

मंदसौर 2 सितंबर 25/ जिला स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन आज सुशासन भवन सभाकक्ष में किया गया। जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल एवं सीईओ जिला पंचायत श्री अनुकूल जैन द्वारा कुल 64 आवेदकों की समस्याएँ सुनी गईं। अधिकारियों को प्रत्येक आवेदन का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए गए।

जनसुनवाई में आए कुछ प्रमुख प्रकरण जिसमें सूंठी निवासी आवेदक प्रेमबाई ने पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने की शिकायत की। जिस पर एसडीओपी सीतामऊ को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बोरखेड़ी चारण निवासी दशरथ ने सार्वजनिक सड़क से अतिक्रमण हटवाने का आवेदन प्रस्तुत किया। जिस पर सीईओ जनपद गरोठ को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मंदसौर निवासी सुरेश ने कृषि भूमि पर पानी भरने से फसल नष्ट होने की शिकायत की। इस पर एमपीआरडीसी मंदसौर को जांच कर निराकरण हेतु निर्देशित किया गया।

रावलीगढ़ी (चंदवासा) निवासी देवेंद्रसिंह ने जल जीवन मिशन कार्यों में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया। जिस पर जल निगम और पीएचई को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। अरनिया मीणा निवासी प्रेमबाई ने कृषि भूमि नामांतरण का आवेदन दिया। जिस पर तहसीलदार मल्हारगढ़ को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त जनसुनवाई में अनुकंपा नियुक्ति दिलवाने, बंधक खत्म करने, न्यायालय के आदेश की अवहेलना व प्रताड़ना की शिकायतें, विकलांगता पेंशन प्रारंभ कराने, वृद्धा पेंशन न मिलने, बीमा राशि भुगतान, केसीसी खाता चालू करने एवं अवैध कॉलोनी विकास रोकने जैसे विभिन्न प्रकार के आवेदन प्राप्त हुए।

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नेत्रदान से बढ़कर कोई दान नहीं: सीएमएचओ डॉ. चौहान

मंदसौर में नेत्रदान जागरूकता रैली आयोजित

मंदसौर 2 सितंबर 25/ 40 वें राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के अंतर्गत जिला चिकित्सालय मंदसौर द्वारा शहर के प्रमुख मार्गों से नेत्रदान जागरूकता रैली निकाली गई। इस रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को नेत्रदान के महत्व और आवश्यकता से अवगत कराना था।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोविंद सिंह चौहान ने बताया कि भारत में लगभग 11 लाख लोगों को नेत्रदान की आवश्यकता है, जबकि प्रतिवर्ष मात्र 25 से 30 हजार नेत्रदान ही हो पाते हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि “जीते जी रक्तदान, मरणोपरांत नेत्रदान” का संकल्प हर परिवार की परंपरा बनना चाहिए, क्योंकि नेत्रदान से बढ़कर कोई दान नहीं है।

जिला चिकित्सालय की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति वास्केल ने जानकारी दी कि नेत्रदान करने के इच्छुक व्यक्ति जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग, मेडिकल कॉलेज या मान्यता प्राप्त स्वयंसेवी संस्थानों में जाकर नेत्रदान की प्रतिज्ञा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि मृत्यु के 4 से 6 घंटे के भीतर नजदीकी नेत्र बैंक को सूचित कर यह प्रक्रिया मात्र 15 से 20 मिनट में पूरी की जा सकती है। परिवार के सदस्यों को इस निर्णय से अवगत कराना अत्यंत आवश्यक है। रैली में आशा कार्यकर्ता श्रीमती निधि पारीख ने स्वयं नेत्रदान की प्रतिज्ञा ली और अधिक से अधिक लोगों को इसके लिए प्रेरित करने का संकल्प व्यक्त किया।

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“मध्यस्था: सरल, त्वरित एवं किफायती न्याय का माध्यम – कार्यवाहक पीडीजे श्री तिवारी”

मंदसौर 2 सितम्बर 25/ मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार आज दिनांक 02 सितम्बर 2025 को एडीआर भवन, मंदसौर में मध्यस्था जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न्यायालयीन लंबित मामलों के त्वरित एवं सौहार्दपूर्ण निपटान के लिए मध्यस्था (Mediation) जैसे वैकल्पिक विवाद समाधान साधन के प्रति जनसामान्य, अधिवक्ताओं एवं विधि विद्यार्थियों को जागरूक करना था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कार्यवाहक प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री सिद्धार्थ तिवारी ने की।

अपने विस्तृत उद्बोधन में माननीय न्यायाधीश महोदय ने कहा कि मध्यस्था न्याय व्यवस्था का अभिन्न अंग बन चुकी है और यह विवादों के समाधान का सरल, त्वरित एवं किफायती माध्यम है।

उन्होंने बताया कि मध्यस्था के माध्यम से पक्षकार स्वयं आपसी संवाद और सहमति से विवाद का समाधान प्राप्त करते हैं, जिससे न केवल समय और धन की बचत होती है, बल्कि पारिवारिक, सामाजिक एवं व्यावसायिक संबंधों में भी सौहार्द बनाए रखा जा सकता है।

माननीय न्यायाधीश महोदय ने यह भी कहा कि मध्यस्था न्यायालयों के बोझ को कम करने के साथ-साथ समाज में सह-अस्तित्व और विश्वास की भावना को सशक्त करने में सहायक है।

उन्होंने सभी उपस्थित अधिवक्ताओं, पैरालीगल वॉलंटियर्स एवं विधि छात्रों से अपेक्षा व्यक्त की कि वे समाज में मध्यस्था की अवधारणा को अधिक से अधिक प्रचारित-प्रसारित करें, ताकि जनसामान्य अपने विवादों का समाधान इस प्रक्रिया से प्राप्त कर सके।

इस अवसर पर सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री सुधीर सिंह निगवाल,जिला विधिक सहायता अधिकारी अपर्णा लोधी,तथा पैनल अधिवक्ता, लीगल ऐड डिफेंस काउंसल, पैरालीगल वॉलंटियर्स एवं विधि छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।सभी प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से कार्यक्रम में भाग लेकर मध्यस्था प्रक्रिया की महत्ता को आत्मसात किया।

साथ ही  न्यायाधीश ने आगामी नेशनल लोक अदालत (13 सितम्बर 2025) के सफल आयोजन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए और अधिकारियों को समयबद्ध तैयारी करने के निर्देश दिए।

कार्यक्रम के अंत में यह संदेश दिया गया कि मध्यस्था के माध्यम से समाज में न्याय की सुलभता, तीव्रता और विश्वास को मजबूत बनाने की दिशा में सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।

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अपनी मांगों को लेकर मंदसौर एम आर यूनियन ने राष्ट्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री के नाम दिया ज्ञापन

मन्दसौर। मध्यप्रदेश मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव यूनियन (एमपीएमएसआरयू) की मंदसौर इकाई द्वारा राष्ट्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया के नाम मंदसौर सुशासन भवन में तहसीलदार प्रियंका भीमरोट को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिया।
मंदसौर एम.आर. यूनियन के अध्यक्ष दिनेश चंदवानी ने बताया कि पूरे भारत में हमारी मांगों को लेकर ये ज्ञापन श्रम एवं रोजगार मंत्री के नाम दिए जा रहे है। सेल्स के नाम पर फार्मा कंपनियां दवा प्रतिनिधियों को प्रताड़ित करती है। विगत कई समय से हमारी विभिन्न जायज मांगों को लेकर हम सभी संघर्षरत है। ज्ञापन में हमारी प्रमुख मांगों में औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 की धारा 2(एस) में संशोधन करते हुए दवा एवं बिक्री संवर्धन कर्मचारियों को कर्मकार की श्रेणी में परिभाषित करना, आठ घंटे का कार्य सामयावली घोषित उसे लागू करना, न्यूनतम वेतन 26,910 का निर्धारण करना, दवाओं पर जीरो प्रतिशत जीएसटी लागू करना एवं सेल्स प्रमोशन 1976 एक्ट को सख्ती से लागू करना, मजदूर विरोधी चार श्रमिक कानूनों को लागू ना करना इत्यादि है। ज्ञापन का वाचन यूनियन सचिव मयंक चुनेकर ने किया और बताया कि इस अवसर पर हमने एक जत्थे के साथ हमारे सभी साथियों ने अल्बर्ट डेविड कंपनी के खिलाफ भी जोरशोर से नारे लगाए है। इस कंपनी के द्वारा हमारे 150 साथियों का स्थानांतरण और टर्मिनेट भी किया गया है। इस अवसर पर लोकेश जैन, चंद्रशेखर शर्मा, उपेंद्र राय, आशीष जैन, बिजेंद्र जा, अनिल शर्मा, प्रवीण कुमार शर्मा, नरेश गुर्जर, मनोज टेलर, विनय मुजावदिया,अर्जुन नाथ योगी,विकास गोस्वामी, सौरभ कुमार इत्यादि उपस्थित थे।

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बिना एचएसआरपी वाहन मालिक नहीं कर पाएँगे आरसी, फिटनेस और परमिट नवीनीकरण : आरटीओ श्री यादव

वाहन मालिकों से अपील, जल्द लगवाएँ एचएसआरपी

मंदसौर 2 सितंबर 25/ क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री वीरेंद्र यादव द्वारा बताया गया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के निर्देशानुसार जिले के सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) अनिवार्य कर दी गई है। जिन वाहनों पर एचएसआरपी नहीं होगी, उन्हें कई प्रकार की परिवहन सेवाओं से वंचित रहना पड़ेगा।

1 अप्रैल 2019 से पहले पंजीकृत सभी वाहनों पर एचएसआरपी लगवाना आवश्यक है। इसके बाद पंजीकृत वाहनों में यह प्लेट पहले से अनिवार्य कर दी गई है। यदि वाहन मालिक निर्धारित समयावधि में अपने वाहनों पर एचएसआरपी नहीं लगवाते हैं तो संबंधित शो-रूम डीलर का ट्रेड लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है।

एचएसआरपी न होने पर वाहन मालिकों को निम्नलिखित सेवाएँ उपलब्ध नहीं होंगी

डुप्लीकेट पंजीकरण प्रमाण पत्र (आरसी) के लिए आवेदन, पंजीकरण प्रमाण पत्र में पता परिवर्तन, शुल्क देकर आरसी विवरण देखना, मोटर वाहन के स्वामित्व में परिवर्तन, हाइपोथिकेशन जोड़ना/हटाना, अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करना, परमिट का नवीनीकरण, वाहन का पंजीयन निरस्त करना, वाहन के ऋण/अर्थिक अनुज्ञप्ति जारी करना, फिटनेस प्रमाणपत्र जारी करना।

परिवहन विभाग की अपील

सभी वाहन मालिक समय रहते अपने वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाएँ। यह न केवल कानूनन अनिवार्य है, बल्कि आपकी और आपके वाहन की सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है।

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लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण हेतु 2 सहायक व्यक्तियों के आवेदन 12 सितंबर तक आमंत्रित

मंदसौर 2 सितंबर 25/ महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री बी.एल. विश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि यौन उत्पीड़न के शिकार बच्चों की सहायता के लिए पॉक्सो अधिनियम, 2012 के अंतर्गत 2 सहायक व्यक्तियों का इम्पेनलमेंट किया जाना है।

यह सहायक व्यक्ति बच्चों को न्यायिक प्रक्रिया के दौरान मदद करेंगे, जिसमें उनके बयान दर्ज करवाना, पैरवी में सहयोग, परामर्श उपलब्ध कराना एवं सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाली सहायता दिलवाना शामिल है।

आवेदन प्रक्रिया

सहायक व्यक्ति के रूप में कार्य करने के इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन स्वयं अथवा पंजीकृत डाक/कोरियर/स्पीड पोस्ट के माध्यम से 12 सितंबर 2025 तक जिला कार्यालय, महिला एवं बाल विकास विभाग, मंदसौर में प्रस्तुत कर सकते हैं।

सहायक व्यक्तियों से संबंधित विस्तृत जानकारी विभाग की वेबसाइट www.mpwcdmis.gov.in पर उपलब्ध है।

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एन.डी.पी.एस.एक्ट के प्रकरण में पुलिस द्वारा आदेशात्मक नियमों का पालन नहीं किया तो आरोपी होगा दोषमुक्त

मन्दसौर। न्यायालय विशेष न्यायाधीश महोदय (एन.डी.पी.एस.एक्ट) मंदसौर द्वारा महत्वपुर्ण निर्णय में मुख्य अभियुक्त सतीश मिश्रा निवासी झाबुआ को पुलिस थाना भावगढ़ के अपराध क्रमांक 261/2015 में धारा 8/21,29 एनडीपीएस एक्ट के अपराध से दोषमुक्त किया। अभियोजन द्वारा अभियुक्त से अवैध स्मैक जप्त करना बताकर अपनी और से न्यायालय में 42 दस्तावेज मौके की कार्यवाही के प्रस्तुत किए तथा अभियोजन द्वारा 6 साक्षियों के कथन प्रस्तुत किए जवाब में बचाव पक्ष अधिवक्ता द्वारा अभियुक्त के बचाव कथन सहित 17 दस्तावेज बचाव में प्रस्तुत किये जिस पर से अभियोजन अपना मामला शंका से परे प्रमाणित करने में असफल रहा। प्रकरण में पुलिस कहानी अनुसार अभियुक्तगण द्वारा स्कॉर्पियो वाहन से झाबुआ से मंदसौर आकर स्मैक क्रय कर ले जाना बताया विचारण के दौरान अभियुक्त के अभिभाषक द्वारा साक्षीयो से किये गये प्रतिपरीक्षण से पुलिस का मामला शंकास्पद हो गया। न्यायालय द्वारा अपने महत्वपूर्ण निर्णय में पाया कि अनुसंधान अधिकारी एवं पुलिस के ही अन्य साक्षीगणो के बयान परस्पर विरोधी है तथा पुलिस साक्षीयो के बयानो में भिन्नता स्पष्ट दर्शित होती है जिससे पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही संदेहास्पद हो गई। न्यायालय द्वारा अपने निर्णय में पाया कि, संदेहास्पद साक्ष्य के आधार पर दोषसिद्धी अभिलिखित नही की जा सकती है। ‘अभियुक्त की घटना में संलिप्तता के संबंध में तात्विक विसंगतियां होने पर अभियोजन के मामले पर गंभीर संदेह पैदा करती है’ अभियुक्त की और से सफल पैरवी वरिष्ठ अभिभाषक श्री एम. के. कुरैशी, फिरोज खान, महावीर सिंह बोराना, अख्तर खान, आसिफ मेव एडवोकेट्स मंदसौर द्वारा की गई।

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मध्यप्रदेश का सर्वांगीण विकास

शून्य आधारित बजटिंग और त्रिवर्षीय रोलिंग बजट वाला पहला राज्य बनेगा मध्यप्रदेश

निवेश एवं सर्वांगीण विकास पर होगा फोक्स

मंदसौर 2 सितम्बर 25/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश तेजी से औद्योगिकीकरण और विकास की नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ रहा है। प्रदेश सरकार का फोकस केवल आर्थिक वृद्धि पर ही नहीं, बल्कि रोज़गार सृजन, आधारभूत संरचना निर्माण और सामाजिक न्याय पर भी है। इसी दिशा में सरकार ने मध्यप्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिये बजट को अगले 5 वर्ष में दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इससे हर क्षेत्र में निवेश और जनकल्याणकारी योजनाओं को गति मिलेगी। साथ ही बढ़ते बजट प्रावधान में विभागों के बजट पर अनुशासन लगाने की महत्वपूर्ण पहल भी की जा रही है।

इसी कड़ी में अब राज्य सरकार ने वित्तीय अनुशासन और दीर्घकालिक विकास की ठोस रणनीति तैयार करते हुए शून्य आधारित बजटिंग (Zero Based Budgeting) और त्रिवर्षीय रोलिंग बजट प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है। उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि यह पहल “विकसित मध्यप्रदेश 2047” की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में ठोस आधार बनेगी और देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक आदर्श साबित होगी। श्री देवड़ा ने कहा “शून्य आधारित बजटिंग और त्रिवर्षीय रोलिंग बजट से न केवल प्रदेश की योजनाओं का ठोस मूल्यांकन होगा, बल्कि प्रत्येक खर्च का सीधा संबंध समाज की आवश्यकताओं और राज्य की प्राथमिकताओं से जोड़ा जा सकेगा। यह कदम मध्यप्रदेश को विकसित भारत और विकसित मध्यप्रदेश 2047 की दिशा में सबसे मजबूत आधार प्रदान करेगा।”

महत्वपूर्ण है यह पहल

अब तक अधिकांश राज्यों में पारंपरिक बजटिंग पद्धति लागू होती रही है, जिसमें पिछले वर्षों का व्यय आधार बनते थे। इसके विपरीत ‘जीरो बेस्ड बजटिंग’ में हर योजना को शून्य से शुरू कर उसकी उपयोगिता सिद्ध करनी होगी। इससे अप्रभावी योजनाएँ स्वतः समाप्त होंगी और संसाधनों का इष्टतम उपयोग संभव होगा।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों ने इस प्रणाली को अपनाया है, जहाँ इससे गुड गवर्नेंस और फाइनेंशियल डिसिप्लिन को मजबूती मिली है। अब मध्यप्रदेश इस दिशा में भारत में अग्रणी राज्य बनकर अन्य राज्यों के लिए भी एक मॉडल पेश कर रहा है।

रोलिंग बजट से लगातार “फॉरवर्ड लुकिंग” दृष्टि

रोलिंग बजट पद्धति से 2026-27, 2027-28 और 2028-29 के लिए बजट बनेगा और हर वर्ष इसकी समीक्षा कर नए अनुमानों को जोड़ा जाएगा। इससे योजनाएँ हमेशा आगे की ओर देखने वाली होगी और अल्पकालिक दबाव से मुक्त होकर दीर्घकालिक विकास को गति मिलेगी। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह मॉडल कॉर्पोरेट जगत में पहले से सफल साबित हो चुका है, और राज्य शासन में इसे लागू करना नीतिगत दूरदर्शिता का प्रतीक है।

वित्तीय अनुशासन और सामाजिक न्याय

वित्त विभाग ने स्पष्ट किया है कि अनुसूचित जाति उपयोजना के लिए न्यूनतम 16% और अनुसूचित जनजाति उपयोजना के लिए न्यूनतम 23% बजट सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही वेतन, पेंशन , भत्तों की गणना में पारदर्शिता हेतु नई गाइडलाइन लागू होंगी। इसके अतिरिक्त ऑफ-बजट व्यय और केंद्र प्रायोजित योजनाओं के वित्तीय प्रभाव को भी अब राज्य बजट में समाविष्ट किया जाएगा। यह व्यवस्था वित्तीय अनुशासन के साथ जनहित में अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी।

राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में महत्व

देश के अन्य राज्यों में अभी भी पारंपरिक बजटिंग पद्धति पर निर्भरता बनी हुई है। मध्यप्रदेश का यह निर्णय वित्तीय सुधारों की दिशा में गेम-चेंजर माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह प्रयोग सफल होता है, तो आने वाले वर्षों में केंद्र और अन्य राज्य भी इस पद्धति को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।

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जिले में अब तक 749.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

मंदसौर 2 सितंबर 25 / जिले में इस वर्ष अब तक औसतन 749.7 मि.मी. वर्षा दर्ज की गयी है। जब कि पिछले 24 घन्टों में मंदसौर जिले में 7.0 मिमी वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है। पिछले 24 घन्टों में मंदसौर में 0 मि.मी., सीतामऊ में 7.4 मि.मी., सुवासरा में 41.2 मि.मी., गरोठ में 10.6 मि.मी., भानपुरा में 4.2 मि.मी., मल्हारगढ़ मे 0 मि.मी., धुधंड़का में 0 मि.मी., शामगढ़ में 14.2 मि.मी., संजीत में 0 मि.मी., कयामपुर में 0 मि.मी. एवं भावगढ़ में 0 मि.मी वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है।

विगत 1 जून से अब तक वर्षा मापक केन्द्र मंदसौर में 759.0 मि.मी., सीतामऊ में 671.4 मि.मी. सुवासरा में 713.0 मि.मी., गरोठ में 683.8 मि.मी., भानपुरा में 1484.2 मि.मी., मल्हारगढ़ मे 447.0 मि.मी., धुधंड़का में 730.0 मि.मी., शामगढ़ में 690.6 मि.मी., संजीत में 579.0 मि.मी., कयामपुर में 679.3 मि.मी. एवं भावगढ़ में 810.4 वास्तविक वर्षा दर्ज की गई है। गांधीसागर बांध का जल स्‍तर अब तक 1300.95 फीट है।

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प.पू. चंपा श्रीजी महाराज की 37वीं पुण्यतिथि के अवसर पर नयापुरा श्री संघ द्वारा गुणानुवाद सभा का हुआ आयोजन

मन्दसौर। सोमवार को नयापुरा स्थित श्री आदिनाथ जैन मंदिर में प.पू. चंपा श्रीजी महाराज की 37वीं पुण्यतिथि के अवसर पर नयापुरा श्री संघ द्वारा गुणानुवाद सभा का आयोजन हुआ।
प.पू. महाराज श्री अमितगुणा श्रीजी श्रेयनंदिता श्रीजी ने कहा की चंपा श्रीजी ने बचपन में ही संयम दीक्षा जीवन अंगीकार कर लिया था। 16 वर्ष की उम्र में प्राणी ग्रहण हुआ लेकिन चार वर्ष के पश्चात पति का निधन हो गया। बाल्यापन से धर्म के प्रति गहन रुचि होने से उन्होंने धार्मिक ग्रंथो का अध्ययन कर संयम के मार्ग पर चलने का निश्चय किया। उन्होंने कई जगह चातुर्मास किये। गहन साधना, आराधना, तप तपस्या करके आत्म समाधि की और प्रस्थान कर 105 वर्ष की उम्र में अपनी देह को त्याग कर परमात्मा में विलीन हो गए। फॉलोदी में शहर में उनका अंतिम संस्कार किया गया। ज़ब नगर मे उनकी चकडोल निकाली जा रही थी उसी समय केसर की वर्षा हुई जिससे सभी श्रावकों के वस्त्र केसरिया हो गए। आपने कहा की यदि जीवन में गुरु तत्व नहीं होता तो सम्यक्त्व की प्राप्ति नहीं होती। व्यक्ति अपने से महान नहीं बनता अपने व्यक्तित्व से महान बनता है। गुरु की महिमा अपार होती है, गुरु का प्रकाश मार्गदर्शन ही हमें अंधकार से निकाल कर प्रकाश की और ले जाता है। जीवन में गुरु के प्रति सच्ची श्रद्धा होनी चाहिये। आपने कहा की भगवान श्रीराम, श्री कृष्ण, महावीर, गौतम, विवेकानंद जितने महापुरुष हुए है उन सबको गुरुतत्व ने ही इस संसार से तिराने का काम कर मोक्ष का मार्ग दिखलाया है । गुरुवर्य के प्रति समर्पित भावो से वंदना कर विनयांजलि अर्पित की गई।
मंगलवार को आपने प्रवचन में कहा की औचित्य गुण का पालन करना माता-पिता, पत्नी सधार्मिक बंधु के प्रति औचित्य गुण का का भाव रखना औचित्य गुण का महत्व बताते हुए कहा की। यथा समय योग्य पृवत्ति का पालन करना समय पर किसी भी कार्य को करना समय निकलने पर औचित्य का पालन करने का कोई महत्व नहीं होता है। यदि माता पिता को पालिताणा जाना है अथवा तीर्थ यात्रा पर जाना है उन्हें तत्काल यात्रा करवाना चाहिये। औचित्य गुण का पालन कर उनके जीते जी समस्त इच्छाओं को पूर्ण करना यही औचित्य है। माता पिता की आज्ञा का पालन करना जीवित अवस्था में ही उनके सभी मनोरथों को पूर्ण करना। यही उनके सच्ची सेवा है।
इस अवसर पर अशोक मारु, अभय चोरडिया, दिलीप लोढ़ा, राजेन्द्र कोठारी, पूनमचंद भंडारी, बलवंत सिंह कोठारी, अजय नाहटा, यशवंत पोखरना, प्रकाश कोठारी, अनिल मुरडिया, धीरज लोढ़ा, पारसमल लोढ़ा सहित बड़ी संख्या में धर्मालुजन उपस्थित रहे।
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डाइट में राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना के अंतर्गत एडवोकेसी कार्यक्रम सम्पन्न
समाज निर्माण मे स्वस्थ शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है -डॉ. सेठिया

मन्दसौर। सुंदरलाल पटवा शासकीय मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. शशि गांधी एवं डाइट कॉलेज प्राचार्य डॉ. दिलीपसिंह राठौर के मार्गदर्शन एवं सहयोग से 2 सितम्बर को डाइट प्रशिक्षण केंद्र, मंदसौर में स्वास्थ्य जागरूकता सेमिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रमोद सेठिया द्वारा चिकित्सकों की टीम के परिचय एवं कार्यक्रम संयोजक रामेश्वर डांगी ने संस्थान की जानकारी देने के साथ हुआ। इस अवसर पर डॉ. संजय (एमडी मेडिसिन) ने विद्यार्थियों को मौसमी संक्रमण जैसे डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, वायरल बुखार तथा असंक्रामक रोग जैसे डायबिटीज़, हाइपरटेंशन और मोटापा संबंधी समस्याओं पर जानकारी दी। डॉ. संगीता (एमडी पीडियाट्रिक्स) ने किशोरावस्था के शारीरिक एवं भावनात्मक बदलाव, संतुलित आहार के महत्व तथा बाल एवं किशोर स्वास्थ्य में बाल रोग विशेषज्ञ की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की। डॉ. निशांत पटेल (मनोचिकित्सक) ने मानसिक स्वास्थ्य विषय पर छात्रों से संवाद करते हुए अवसाद, चिंता, मोबाइल के अत्यधिक उपयोग एवं नींद से संबंधित समस्याओं पर प्रकाश डाला और प्रश्नोत्तर सत्र के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान किया। अंत में मनकक्ष इकाई द्वारा मानसिक स्वास्थ्य संबंधी पंपलेट वितरित किए गए। इस कार्यक्रम में लगभग 100 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की, वहीं डॉ. ऋषिकेश्वर त्रिवेदी (मनोवैज्ञानिक) एवं कॉलेज के इंटर्न डॉक्टरों ने भी सक्रिय योगदान दिया।
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जीवन में दान का महत्व समझो- साध्वी श्री शीलरेखाजी म.सा.
मन्दसौर। मानव को मनुष्य जीवन बहुत ही पुण्य से प्राप्त हुआ है। मानव का कर्तव्य है कि वह अपने जीवन में दान पुण्य करे। जैन धर्म ही नहीं अपितु संसार के सभी धर्मदान की महत्ता समझते है और दान देने की प्रेरणा देते है। मनुष्य के जैन आगम में जो 12 वार्षिक कर्तव्य बताये है उनमें दान भी एक है।दान देना श्रेष्ठ कर्म है इसकी महत्ता समझे।
उक्त उद्गार परम पूज्य जैन साध्वी श्री शीलरेखाजी म.सा. आदि ठाणा 19 ने नईआबादी स्थित जैन आराधना भवन मंदिर हाल में आयोजित धर्मसभा में कहे। आपने मंगलवार को यहां धर्मसभा में कहा कि दान हर व्यक्ति दे सकता है। दान के प्रकार भी भिन्न हैै, आवश्यक नहीं है कि धन, दौलत से ही दान किया जाये। सभी दानों में अभयदान को श्रेष्ठ माना गया है। जीवों के प्राणों की रक्षा के लिये दान करना अभयदान कहलाता है। मानव को पशु-पक्षी जो शिकारी या कसाई के यहां बंधक है उन्हें दानराशि देकर छुड़ाना चाहिये। ऐसा करेंगे तो पशु पक्षी के प्राणों की रक्षा होगी और यह श्रेष्ठ दान की श्रेणी में आयेगा। इसलिये जीवन में अभयदान देने की भावना रखे और जीवों को अभयदान दे।
अनुकम्पा दान की महत्ता समझे- साध्वीजी ने कहा कि जिस व्यक्ति को हम दान दे रहे है वह किस जाति धर्म का है, दान लेने योग्य है या नहीं यह देखे बिना जो दान दिया जाता है वह अनुकम्पा दान कहलाता है। जैसे किसी भीखारी को आपने दान राशी दी लेकिन उसने यदि व्यसन में खर्च कर दी है तो भी उसे दान देने में मना मत करो क्योंकि आप अपने दान पुण्य पर ध्यान दो यदि कोई उसका सदुपयोग नहीं कर रहा है तो उसकी इच्छा पर छोड़ दो।
गाय-श्वान आदि को आहार जरूर दो- साध्वीजी ने कहा कि गाय, श्वान जैसे पशुओं को घर आने पर रोटी या कोई भी अन्न जरूर देना चाहिये। इससे आपका पुण्य बड़ता है।

 

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