डायल 100 का स्थान लेगी डायल 112 वाहन, जो विशेष उपकरणों से सुसज्जित है -आईजी, डीआईजी व एस पी ने दिखाई हरी झंडी

डायल 100 का स्थान लेगी डायल 112 वाहन, जो विशेष उपकरणों से सुसज्जित है -आईजी, डीआईजी व एस पी ने दिखाई हरी झंडी
ताल ब्यूरो चीफ शिवशक्ति शर्मा
नागरिकों की सुरक्षा एवं त्वरित पुलिस सहायता सुनिश्चित करने के लिए मध्य प्रदेश शासन एवं पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा रतलाम जिले को कुल 21 नवीन एफआर वी (डायल–112) वाहन दिए गए हैं। इस प्रकार पूर्व से संचालित आकस्मिक पुलिस सेवा का आधुनिक समय के अनुसार आधुनिकीकरण हुआ है। डायल-112 राष्ट्रीय आपातकालीन सेवा है, जिसमें पुलिस, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, आपदा प्रबंधन, सायबर सुरक्षा, महिला सुरक्षा, रेल्वेहेल्प लाईन और अन्य आपातकालीन ऐजेंसियां एकीकृत रूप से शामिल हैं। इससे आपात परिस्थितियों में सहायता और प्रतिक्रिया अधिक त्वरित, समन्वित और प्रभावी होगी। अब इन नए वाहनों के जुड़ने से जिले में पुलिस के रिस्पांस टाईम में सुधार होगा तथा सड़क दुर्घटनाओं, अपराध की सूचनाओं, आगजनी, महिला सुरक्षा संबंधी घटनाओं एवं अन्य आकस्मिक परिस्थितियों में नागरिकों को त्वरित पुलिस सहायता उपलब्ध हो सकेगी।
एसपी अमित कुमार ने वाहनों में उपलब्ध सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने तकनीकी, मैकेनिकल उपकरण, एवं उपलब्ध टूल्स, स्ट्रेचर, रस्सी, कटर, अग्निशमन, प्राथमिक उपचार किट इत्यादि भी चेक किए गए। नवीन वाहनों में दुर्घटना ग्रसित/ घायल/ पीड़ित की सुविधा अनुसार फोल्डिंग स्ट्रेचर की एवं सीट फोल्ड कर आराम से बेड की तरह व्यवस्था है, उपचार हेतु ले जाते समय घायल को परेशानी ना हो। प्रत्येक वाहनों के प्रशिक्षित पायलटों को भी आवश्यक निर्देश दिए गए। कार्यक्रम में एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी रतलाम सत्येंद्र घनघोरिया, एसडीओपी रतलाम ग्रामीण किशोर पाटन वाला, सीएसपी जावरा युवराज सिंह चौहान, एस डी ओपी जावरा ग्रामीण संदीप मालवीय, एसडीओपी आलोट पल्लवी गौर, एसडीओपी सैलाना नीलम बघेल, डीएसपी महिला प्रकोष्ठ अजय सारवान, रक्षित निरीक्षक मोहन भरावत, रेडियो निरीक्षक प्रभाकर पाराशर, प्रभारी सीसीटीवी राजा तिवारी तथा जिले के समस्त थाना प्रभारी आदि उपस्थित रहे।
एकीकृत सेवा, अब नागरिकों को पुलिस, स्वास्थ्य एम्बुलेंस, अग्निशमन , महिला हेल्पलाइन, और अन्य आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग-अलग नंबर याद नहीं रखने होंगे, क्योंकि सभी का नंबर 112 होगा। आधुनिक तकनीक यह सेवा जीपीएस, लाइव लोकेशन ट्रैकिंग, और आधुनिक डिस्पैच सॉफ्टवेयर जैसी तकनीकों से लैस है, जिससे सहायता तुरंत और सटीक रूप से पहुंचाई जा सकेगी।
डायल 100 की जगह डायल 112 लेगी ,उज्जैन जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आईजी) उमेश जोगा, रतलाम रेंज के उप पुलिस महानिरिक्षक (डीआईजी) मनोज कुमार सिंह एवं एसपी अमित कुमार द्वारा पुलिस कन्ट्रोल रूम परिसर मे आयोजित कार्यक्रम में सभी नए 21 वाहनों डायल 112 को हरी झंडी दिखाकर पंक्तिबद्ध रवाना किया । सभी वाहन अब डायल 100 की जगह फील्ड में क्षेत्र अनुसार निर्धारित नोडल प्वाइंट पर ड्यूटी में तत्पर रहेंगे। डायल 112 सेवा डायल 100 का एक अपग्रेडेड रूप है, जो शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में त्वरित और कुशल सहायता प्रदान करती है।
डायल 112 कि प्रमुख विशेषताएं
नागरिकों की सुरक्षा एवं त्वरित पुलिस सहायता सुनिश्चित करने के लिए मध्य प्रदेश शासन एवं पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा रतलाम जिले को कुल 21 नवीन एफआर वी डायल–112 वाहन दिए गए हैं। इस प्रकार पूर्व से संचालित आकस्मिक पुलिस सेवा का आधुनिक समय के अनुसार आधुनिकीकरण हुआ है। डायल-112 राष्ट्रीय आपातकालीन सेवा है, जिसमें पुलिस, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, आपदा प्रबंधन, सायबर सुरक्षा, महिला सुरक्षा, रेल्वे हेल्प लाईन और अन्य आपातकालीन ऐजेंसियां एकीकृत रूप से शामिल हैं। इससे आपात परिस्थितियों में सहायता और प्रतिक्रिया अधिक त्वरित, समन्वित और प्रभावी होगी। अब इन नए वाहनों के जुड़ने से जिले में पुलिस के रिस्पांस टाईम में सुधार होगा तथा सड़क दुर्घटनाओं, अपराध की सूचनाओं, आगजनी, महिला सुरक्षा संबंधी घटनाओं एवं अन्य आकस्मिक परिस्थितियों में नागरिकों को त्वरित पुलिस सहायता उपलब्ध हो सकेगी।
उज्जैन जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आईजी) उमेश जोगा, रतलमा रेंज के उप पुलिस महानिरिक्षक (डीआईजी) मनोज कुमार सिंह एवं एसपी अमित कुमार द्वारा पुलिस कन्ट्रोल रूम परिसर मे आयोजित कार्यक्रम में सभी नए 21 वाहनों (डायल 112) को हरी झण्डी दिखाकर पंक्तिबद्ध रवाना किया । सभी वाहन अब डायल 100 की जगह फील्ड में क्षेत्र अनुसार निर्धारित नोडल प्वाइंट पर ड्यूटी में तत्पर रहेंगे। डायल 112 सेवा डायल 100 का एक अपग्रेडेड रूप है, जो शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में त्वरित और कुशल सहायता प्रदान करती है।