पीपीगंज में ‘प्रिंगी ब्रेड’ की मिटाई गई निर्माण तारीख ने खाद्य सुरक्षा पर उठाए सवाल

पीपीगंज में ‘प्रिंगी ब्रेड’ की मिटाई गई निर्माण तारीख ने खाद्य सुरक्षा पर उठाए सवाल
गोरखपुर नगर पंचायत पीपीगंज के बाजार में बिक रही ‘प्रिंगी ब्रेड’ की एक तस्वीर ने खाद्य सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। यह ब्रेड, जो प्रिन्सी बेकर्स, गोरखनाथ, गोरखपुर द्वारा निर्मित है, कथित तौर पर मिटाई गई निर्माण तारीख के साथ बेची जा रही है। तस्वीर में दिखाई गई जानकारी के मुताबिक, ब्रेड की उपयोग तिथि 25 अगस्त, 2025 तक बताई गई है, जो उपभोक्ताओं के लिए भ्रामक और संभावित रूप से खतरनाक हो सकती है।एक जागरूक उपभोक्ता द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई इस तस्वीर ने हलचल मचा दी है। खाद्य विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रेड जैसे खाद्य पदार्थों की शेल्फ-लाइफ आमतौर पर कम होती है। मिटाई गई निर्माण तारीख के साथ बेचे जाने वाले उत्पाद उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं।यह घटना उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन का एक स्पष्ट उदाहरण है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ऐसी ब्रेड बासी या खराब हो सकती है, जिससे खाद्य विषाक्तता जैसे स्वास्थ्य जोखिम बढ़ सकते हैं।खाद्य आपूर्ति निरीक्षक नरेंद्र चौहान ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यदि कोई निर्माता या दुकानदार इस तरह की अनुचित गतिविधियों में शामिल पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसमें कंपनी का लाइसेंस रद्द करना भी शामिल हो सकता है।” उन्होंने उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे खाद्य पदार्थ खरीदते समय पैकेजिंग पर दी गई जानकारी, जैसे निर्माण और उपयोग तिथि, को ध्यान से जांचें। वही खाद्य आपूर्ति विभाग ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और उपभोक्ताओं से सतर्क रहने की अपील की है।