जिला पंचायत सदस्य ने लगाया साफ-सफाई न होने का आरोप, सफाई कर्मियों पर बाबू बनने की तोहमत

जिला पंचायत सदस्य ने लगाया साफ-सफाई न होने का आरोप, सफाई कर्मियों पर बाबू बनने की तोहमत
गोरखपुर जंगल कौड़िया क्षेत्र के वार्ड नंबर 14, ताल लिखिया टोला, दिन्नुपुर में साफ-सफाई की समस्या ने तूल पकड़ लिया है। जिला पंचायत सदस्य दीप नारायण यादव ने खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) पर साफ-सफाई में लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने बीडीओ को दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि उनके घर के पास सार्वजनिक रास्ते और नाली की सफाई डेढ़ साल से नहीं हुई, जिससे जलजमाव के कारण जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।दीप नारायण ने गुरुवार को एक वीडियो जारी कर बीडीओ पर टालमटोल का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि नाली और रास्ता सरकारी होने के बावजूद बीडीओ इसे विवादित बताकर सफाई नहीं करा रहे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ सफाई कर्मी, जैसे संतोष यादव और सूर्यभान सिंह, ब्लॉक मुख्यालय में बैठकर बाबू का काम करते हैं और सफाई के लिए क्षेत्र में नहीं जाते। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द सफाई नहीं हुई, तो वह इसकी शिकायत जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से करेंगे।20 अगस्त को बीडीओ ने पत्र जारी कर कहा कि शिकायत को संज्ञान में लिया गया है और सफाई टीम को नाली की सफाई के लिए भेजा गया था। हालांकि, टीम ने बताया कि स्थानीय निवासी नाली को विवादित बताकर सफाई में बाधा डाल रहे हैं। बीडीओ ने आश्वासन दिया कि विवाद सुलझने के बाद सफाई कराई जाएगी।क्षेत्र के ग्रामीणों ने भी साफ-सफाई की जिम्मेदारी लेने वाले एडीओ पंचायत पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि जंगल कौड़िया की एडीओ पंचायत को 11 गांवों के सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, जिसके कारण वह साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दे पा रहे। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि ब्लॉक मुख्यालय में भी साफ-सफाई की स्थिति खराब है और कई सफाई कर्मी वहां बाबू का काम करते दिखते हैं।सफाई कर्मियों का पक्ष: सफाई कर्मियों का कहना है कि वे साफ-सफाई के लिए गए थे, लेकिन ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, जिसके कारण काम नहीं हो सका।यह मामला गुरुवार शाम क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन जल्द इस समस्या का समाधान करे ताकि क्षेत्र में स्वच्छता सुनिश्चित हो सके।