नीमच
कौमें वही जीवित रहती हैं, जो राष्ट्रीयता से पूरी तरह ओतप्रोत होती हैं।

मनुष्य तभी सच्चे अर्थों में मनुष्य कहलाता है, जब वह राष्ट्र के लिए मर-मिटने को सदैव तैयार रहता है – अन्यथा वह केवल पशु है — साहित्यकार बी.आर. जैन
नीमच – भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर, जैन सोशल ग्रुप क्लासिक, नीमच द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक शासकीय विद्यालय, मिडिल स्कूल ग्राउंड, नीमच में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रेरणा स्रोत चेयरमैन श्री राहुल जी चपड़ोद थे /
कार्यक्रम में ग्रुप के दंपती सदस्यों, विद्यालय के प्राचार्य एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति रही, साथ ही लगभग 200 बच्चों ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि: समाजसेवी, धर्मनिष्ठ कॉलोनाइज़र संतोष चोपड़ा, विशिष्ट अतिथि समाजसेवी विजय जैन (अध्यक्ष – दिगंबर जैन समाज संघ, नीमच), अध्यक्षता: ग्रुप के अध्यक्ष पारस जैन द्वारा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 8:10 बजे झंडावंदन के साथ हुआ। सभी अतिथियों की उपस्थिति में बड़े हर्ष, उल्लास एवं “भारत माता की जय” के गगनभेदी नारों से सम्पूर्ण परिसर गूंज उठा। सभी उपस्थित जनों ने सावधान की मुद्रा में खड़े होकर पूरे उत्साह से राष्ट्रीय गान में भाग लिया।
इसके पश्चात सभी अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष वंदन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की और बापू के चित्र पर माल्यार्पण किया।
विद्यालय की नन्ही बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना ने माहौल को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा से भर दिया। इसके अलावा बच्चों ने राधा-कृष्ण पर आधारित मनमोहक नाट्य प्रस्तुति दी, जिसने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रज्ञाचक्षु जानकी दास ने भी सुंदर गायन प्रस्तुत किया
मुख्य अतिथि संतोष चोपड़ा ने अपने संबोधन में सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा “हमें फिर से भारत को ‘सोने की चिड़िया’ बनाना है और यह तभी संभव होगा जब हम सब मिलकर एकजुटता, समर्पण एवं अथक प्रयासों के साथ कार्य करें। अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन ही राष्ट्र की सच्ची सेवा है।”
ग्रुप अध्यक्ष पारस जैन ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा “राष्ट्र सर्वोपरि है, हम सब उसके अभिन्न अंग हैं। आज़ादी की यह अमूल्य विरासत हमें 15 अगस्त 1947 को मिली, पर यह राह अब भी सरल नहीं है। हमें आर्थिक रूप से सशक्त बनना होगा, स्वदेशी अपनाना होगा और आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर होना होगा — जैसा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी ने आह्वान किया है।”
कार्यक्रम में संगीतमय प्रस्तुतियाँ राजेश धींग, मनोज नागोरी एवं पारस नागोरी द्वारा दी गईं। राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत इन गीतों ने सभी श्रोताओं को उत्साह से भर दिया। “वन मोर! वन मोर!” की गूंज ने कार्यक्रम को नई ऊर्जा से सराबोर कर दिया।
आभार ग्रुप के सचिव अशोक चौधरी ने सभी स्कूल के पदाधिकारीगण ,ग्रुप के दंपति सदस्यों एवं जिन लोगों ने भी प्रोग्राम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया उन सब के प्रति आभार व्यक्त किया। बच्चों की तैयारी व प्रस्तुति में योगदान रहा स्कूल की महिला वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती अलका भंडारी का आज के प्रोग्राम का सफल संचालन सुरेंद्र डूंगरवाल ने बड़े उत्साह एवं ओजस्वी शब्दों से किया।
इस अवसर पर दंपत्ति सदस्य पारस जैन, पारस नागौरी अशोक चौधरी,, अनिल विनायका ,सुरेंद्र डूंगरवाल, सुशील नागौरी, सुनील पटेल , राजेश धींग, अजय पामेचा, अनिल नागोरी, सुशील डूंगरवाल, सुशील लोढ़ा, सुरेंद्र चौहान, अशोक डगरिया, सुनील चोपड़ा, दिलीप धींग, अजीत नाहर, नरेंद्र दुग्गड, एवं मातृशक्ति के रूप में सभी दंपति सदस्या भी उपस्थित थी
अशोक चौधरी, अनिल नागोरी, राजेश धींग (बच्चों को केले की प्रभावना आपके द्वारा की गई), अजय पामेचा, सुशील नागौरी एवं मुकुल जैन ने अपना अमूल्य समय निकालकर प्रोग्राम को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया।
नीमच – भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर, जैन सोशल ग्रुप क्लासिक, नीमच द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक शासकीय विद्यालय, मिडिल स्कूल ग्राउंड, नीमच में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रेरणा स्रोत चेयरमैन श्री राहुल जी चपड़ोद थे /
कार्यक्रम में ग्रुप के दंपती सदस्यों, विद्यालय के प्राचार्य एवं अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति रही, साथ ही लगभग 200 बच्चों ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि: समाजसेवी, धर्मनिष्ठ कॉलोनाइज़र संतोष चोपड़ा, विशिष्ट अतिथि समाजसेवी विजय जैन (अध्यक्ष – दिगंबर जैन समाज संघ, नीमच), अध्यक्षता: ग्रुप के अध्यक्ष पारस जैन द्वारा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 8:10 बजे झंडावंदन के साथ हुआ। सभी अतिथियों की उपस्थिति में बड़े हर्ष, उल्लास एवं “भारत माता की जय” के गगनभेदी नारों से सम्पूर्ण परिसर गूंज उठा। सभी उपस्थित जनों ने सावधान की मुद्रा में खड़े होकर पूरे उत्साह से राष्ट्रीय गान में भाग लिया।
इसके पश्चात सभी अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष वंदन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की और बापू के चित्र पर माल्यार्पण किया।
विद्यालय की नन्ही बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना ने माहौल को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा से भर दिया। इसके अलावा बच्चों ने राधा-कृष्ण पर आधारित मनमोहक नाट्य प्रस्तुति दी, जिसने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रज्ञाचक्षु जानकी दास ने भी सुंदर गायन प्रस्तुत किया
मुख्य अतिथि संतोष चोपड़ा ने अपने संबोधन में सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा “हमें फिर से भारत को ‘सोने की चिड़िया’ बनाना है और यह तभी संभव होगा जब हम सब मिलकर एकजुटता, समर्पण एवं अथक प्रयासों के साथ कार्य करें। अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन ही राष्ट्र की सच्ची सेवा है।”
ग्रुप अध्यक्ष पारस जैन ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा “राष्ट्र सर्वोपरि है, हम सब उसके अभिन्न अंग हैं। आज़ादी की यह अमूल्य विरासत हमें 15 अगस्त 1947 को मिली, पर यह राह अब भी सरल नहीं है। हमें आर्थिक रूप से सशक्त बनना होगा, स्वदेशी अपनाना होगा और आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर होना होगा — जैसा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी ने आह्वान किया है।”
कार्यक्रम में संगीतमय प्रस्तुतियाँ राजेश धींग, मनोज नागोरी एवं पारस नागोरी द्वारा दी गईं। राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत इन गीतों ने सभी श्रोताओं को उत्साह से भर दिया। “वन मोर! वन मोर!” की गूंज ने कार्यक्रम को नई ऊर्जा से सराबोर कर दिया।
आभार ग्रुप के सचिव अशोक चौधरी ने सभी स्कूल के पदाधिकारीगण ,ग्रुप के दंपति सदस्यों एवं जिन लोगों ने भी प्रोग्राम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया उन सब के प्रति आभार व्यक्त किया। बच्चों की तैयारी व प्रस्तुति में योगदान रहा स्कूल की महिला वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती अलका भंडारी का आज के प्रोग्राम का सफल संचालन सुरेंद्र डूंगरवाल ने बड़े उत्साह एवं ओजस्वी शब्दों से किया।
इस अवसर पर दंपत्ति सदस्य पारस जैन, पारस नागौरी अशोक चौधरी,, अनिल विनायका ,सुरेंद्र डूंगरवाल, सुशील नागौरी, सुनील पटेल , राजेश धींग, अजय पामेचा, अनिल नागोरी, सुशील डूंगरवाल, सुशील लोढ़ा, सुरेंद्र चौहान, अशोक डगरिया, सुनील चोपड़ा, दिलीप धींग, अजीत नाहर, नरेंद्र दुग्गड, एवं मातृशक्ति के रूप में सभी दंपति सदस्या भी उपस्थित थी
अशोक चौधरी, अनिल नागोरी, राजेश धींग (बच्चों को केले की प्रभावना आपके द्वारा की गई), अजय पामेचा, सुशील नागौरी एवं मुकुल जैन ने अपना अमूल्य समय निकालकर प्रोग्राम को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया।