कथा के अवसर पर 151 रक्तवीरों ने किया रक्तदान

रावटी।पाटीदार धर्मशाला रावटी में चल रही नौ दिवसीय श्री राम कथा के समापन पर पंडित खुशीराम महाराज ने कहां धर्म की रक्षा के लिए भगवान राम ने रावण का वध किया और जब वो 14 वर्षों के बाद अयोध्या लोटे तो अयोध्या वासियों ने भगवान राम का धूमधाम से स्वागत किया। जब भगवान राम भरत से मिले तो भरत ने कहा कि हे प्रभु आपके 14 वर्षों के वनवास का में दोषी हूं मैं बहुत बड़ा पापी हूं, भैया राम हो सके तो मुझ पापी को माफ कर देना,राम ने कहा नहीं भरत तुम तो मेरे सबसे प्रिय भाई हो, तुम त्याग की मूर्ति हो तुमने 14 वर्षों तक सिंहासन पर मेरे खड़ाऊ रखकर राज चलाया और बहुत अच्छी जनता की सेवा की, तुम्हें युगों युगों तक पूरी दुनिया याद रखेगी। उसके बाद भगवान राम का राज अभिषेक किया गया। कथा के आखिरी दिन राम भक्तों का उमड़ा जनसैलाब। इस अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया व लगभग 151 यूनिट रक्तदान रक्तवीरों ने रक्तदान किया। वह कथा समापन के अंतिम दिन ग्राम वासियों, सुंदरकांड समिति व दान दाताओं ने भंडारे का आयोजन किया गया ।इस अवसर पर कथा सुनने सभी ग्रामवासी व आसपास के गांव रावटा, कोचरिया खेड़ी, दूधिया,आक्या, साखतली सहित कई गांव के भक्त जनों ने कथा श्रवण लाभ लिया।