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नागदा-उन्हेल फोरलेन एवं उज्जैन के आसपास की सड़को को फोरलेन की स्वीकृति देने हेतु पूर्व विधायक शेखावत ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

नागदा-उन्हेल फोरलेन एवं उज्जैन के आसपास की सड़को को फोरलेन की स्वीकृति देने हेतु पूर्व विधायक शेखावत ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

नागदा(निप्र)- पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री श्री मोहनजी यादव को पत्र लिख मांग की है कि मुख्यमंत्री जी आपके द्वारा विगत दिनो रतलाम में आमसभा के दौरान वहां के क्षेत्रीय विधायक श्री चेतन कश्यप एवं श्री मथुरालाल डामोर की मांग पर रतलाम से खाचरौद तक फोरलेन सड़क निर्माण की घोषणा की गई थी। जो क्षेत्रीय जनता एवं सिहंस्थ के श्रद्धालुओ के लिये आवागमन हेतु सुलभ होगी। किन्तु यदि उक्त सड़क को रतलाम से खाचरौद होते हुए नागदा-उन्हेल व्हाया इंगोरिया तक इस सड़क को फोरलेन किया जाये तो क्षेत्रवासियों के साथ-साथ सिंहस्थ के श्रद्धालुओ के लिये सौगात होगी।

शेखावत ने बताया कि उन्हेल, ईमली के लिये पुरे प्रदेश में प्रसिद्ध है उन्हेल की ईमली मण्डी पुरे प्रदेश में अपना एक विशेष स्थान रखती है साथ ही खाचरौद के आसपास के किसान जो मटर फली का सर्वाधिक उत्पादन करते है तथा पुरे प्रदेश में सप्लाई की जाती है तथा मटर फली के सीजन में 200-250 ट्रक प्रतिदिन लोड होते है और मटरफली मुंबई, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली सहित अन्य राज्यो में सड़क मार्ग से जाती है। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे रतलाम के पास से गुजर रहा है अगर रतलाम खाचरौद रोड फोरलेन होती है तो किसानो की मटरफली साथ में सब्जियो का उत्पादन एवं फुलो व फलो के उत्पादनो से अन्य राज्यो में भेजने में रतलाम, खाचरौद फोरलेन से दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे के द्वारा सुगम होगा।

शेखावत ने पत्र में उल्लेख किया कि हाल ही में हुए प्रयागराज महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओ को यातायात की अव्यवस्था के चलते काफी परेशानी हुई थी, उदाहरण के तौर पर चित्रकुट से प्रयागराज की दूरी बहुत कम है लेकिन श्रद्धालुओं को चित्रकूट से प्रयागराज जाने में टूलेन सड़क होने से करीब 4 घंटे लगे थे एवं वापसी में 13 से 15 घंटे का समय लगा था। इसलिये माननीय से निवेदन है कि आगामी सिंहस्थ को ध्यान में रखते हुए उज्जैन को चारो ओर से जोड़ने वाली समस्त टू लेन सड़को को फोरलेन में परिवर्तित कर यातायात के दबाव को कम किये जाने का आग्रह है। चूंकि नागदा, दिल्ली-मुम्बई एवं कोटा की ओर से आने वाले रेलयात्रियों को उज्जैन जाने हेतु यही उतरना होगा। यहां से सड़क मार्ग पर सिंहस्थ में भारी दबाव रहेगा। जिसे देखते हुए रतलाम-खाचरौद-नागदा से उन्हेल-व्हाया इंगोरिया रोड को फोरलेन करना उपयोगी रहेगा।

शेखावत ने आगे कहा कि उज्जैन सिंहस्थ को देखते हुए जितनी भी सड़को की कनेक्टिविटी है चाहे वह आगर से है, मक्सी से है इन्दौर, भोपाल से है, नागदा से है जावरा से है ऐसी जितनी भी सड़के है उन्हें 100 किमी के दायरे में फोरलेन करना आवश्यक है। जिससे इन सड़को पर यातायात का दबाव कम होगा तथा अन्य राज्यो से आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन सुगम होगा।

पूर्व विधायक ने यह मांग मुख्यमंत्रीजी के साथ-साथ विधायक श्री सतीश मालवीयजी, श्री राजेन्द्र पण्डयाजी एवं सांसद श्री अनिलजी फिरोजिया से भी की है कि रतलाम से खाचरौद के फोरलेन निर्माण के साथ ही खाचरौद से नागदा-उन्हेल व्हाया इंगोरिया मार्ग को भी फोरलेन निर्माण करवाया जाये।

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