रेलवे अधिकारीयों की असंवेदनशीलता पर सवाल, कर्मचारी की मौत पर जांच की मांग

रेलवे अधिकारीयों की असंवेदनशीलता पर सवाल, कर्मचारी की मौत पर जांच की मांग
गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री अरविंद कुमार सिंह ने छपरा स्टेशन पर ड्यूटी के दौरान राकेश कुमार यादव, एसएसई/कार्य, के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना के बाद प्रमुख मुख्य अभियंता (पीसीई) के व्यवहार पर गंभीर सवाल उठाए हैं और इसे असंवेदनशील बताया है।श्री सिंह ने कहा कि पीसीई के निरीक्षण के दौरान ही राकेश कुमार यादव की मृत्यु हुई, जिसकी जांच होनी चाहिए ताकि मौत के कारणों का पता चल सके। उन्होंने आरोप लगाया कि कर्मचारी के अचेत होकर गिरने के बावजूद पीसीई और उनके साथ का दल तुरंत वहां से रवाना हो गए। यह घटना अधिकारियों की हृदयहीनता और निष्ठुरता को दिखाती है।अरविंद कुमार सिंह के अनुसार, यदि पीसीई घटनास्थल पर रुककर कर्मचारी के स्वास्थ्य पर नजर रखते, तो यह उनके परिवार को एक भावनात्मक सहारा देता कि मुश्किल की घड़ी में उनका सबसे बड़ा अधिकारी उनके साथ है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में पीसीई को ‘मिनट-टू-मिनट’ कर्मचारी की स्थिति पर नजर रखनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जो बेहद निराशाजनक और आक्रोशित करने वाला है।उन्होंने यह भी कहा कि अक्सर रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी निरीक्षण के दौरान अपने अधीन काम करने वाले ग्रुप बी और सी कर्मचारियों के साथ सार्वजनिक रूप से अभद्रता करते हैं, जिसका कर्मचारियों के मनोबल और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
श्री सिंह ने रेल मंत्री से मांग की है कि वह प्रमुख मुख्य अभियंता से जवाब तलब करें कि कर्मचारी के अचेत होने के बाद वे बिना उसकी स्वास्थ्य की जानकारी लिए छपरा से क्यों रवाना हो गए। इसके साथ ही, उन्होंने ड्यूटी के दौरान मृत कर्मचारी के परिवार के लिए 25 लाख रुपये के एक्स-ग्रेसिया भुगतान की भी मांग की है।